आंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस: 11 डिसेंबर
या वर्षी हा दिवस "माउंटन्स अन्डर प्रेशर: क्लायमेट, हंगर अँड मायग्रेशन" या संकल्पनेखाली राबवला गेला आहे.
हवामानातील बदल, भूमीची निकृष्टता, शोषण तसेच वारंवार येणार्या नैसर्गिक आपत्तींमुळे पर्वत धोक्यात आले आहेत. अश्या गंभीर परिस्थितीला जगापुढे मांडण्यासाठी यावर्षी पर्वतांवर होणारे विपरीत परिणामासंबंधी जनजागृती केली जात आहे.
तथ्ये आणि आकडे
- पृथ्वीवरील सुमारे 22% पृष्ठभाग हा पर्वतीय प्रदेशांनी आच्छादलेला आहे. या पर्वतीय प्रदेशात जगभरातील 13% म्हणजेच 915 दशलक्ष लोकसंख्या निवास करते. पर्वतीय प्रदेशांचा जगाच्या शाश्वत विकासामध्ये असलेला महत्त्वाचा सहभाग दर्शवण्यासाठी हा दिवस साजरा केला जातो.
- संयुक्त राष्ट्रसंघ शैक्षणिक, वैज्ञानिक आणि सांस्कृतिक संघटना (UNESCO) नुसार, जगातील 669 पर्यावरण-अनुकूल संरक्षित क्षेत्रांपैकी 376 म्हणजेच 56% क्षेत्रांमध्ये पर्वतीय पर्यावरण आढळते.
- शिवाय, खाली पायथ्याशी असलेल्या जगात अप्रत्यक्षरित्या अब्जावधी लोकांना लाभ देते.
- जगात 91% पर्वतीय रहिवासी विकसनशील देशांमध्ये वास्तव्यास आहेत, जिथे बहुसंख्य दारिद्र्यरेषेखाली जगतात आणि प्रत्येक 3 पैकी एका व्यक्तीला अन्न असुरक्षिततेचा धोका आहे.
- पर्वत जगातील 60-80% ताजे पाणी पुरवतो, ज्याविना दारिद्र्य आणि उपासमार निर्मूलनाचे लक्ष्य साधणे शक्य नाही.
- नाविकरणीय ऊर्जा प्रदान करण्यासाठी पर्वत एक प्रमुख भूमिका निभावतात, विशेषत: जलविद्युत, सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा आणि बायोगॅस यांच्याद्वारे.
संयुक्त राष्ट्रसंघाच्या आमसभेने (UNGA) 2002 हे UN आंतरराष्ट्रीय पर्वत वर्ष म्हणून जाहीर केले होते. त्याप्रसंगी आमसभेने वर्ष 2003 पासून दरवर्षी 11 डिसेंबर हा ‘आंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस’ म्हणून साजरा करण्याचा निर्णय घेतला.
English
International Mountain Day: 11 December
International Mountain Day was observed by the UN Food and Agriculture Organisation on December 11, 2017. The Day is celebrated every year since 2003.
The Theme
The theme for the year 2017 is “Mountains under pressure: climate, hunger and migration”. The theme highlights how climate, hunger and migration are affecting highlands and it seeks to ensure that sustainable mountain development is integrated into the 2030 Agenda and in the implementation of the Paris Agreement.
This year, the theme is also linked to the Mountain Partnership Global Meeting, to be held on 11-13 December at FAO headquarters in Rome, Italy, which will focus on the challenges and opportunities in sustainable mountain development and will launch a Framework for Action to support concrete actions and establish policies that strengthen the resilience of mountain peoples and environments.
Importance of Mountains
International Mountain Day has its roots in 1992, when the adoption of Chapter 13 of Agenda 21 “Managing Fragile Ecosystems: Sustainable Mountain Development” at the United Nations Conference on Environment and Development put a milestone in the history of mountain development.
The increasing attention to the importance of mountains led the UN General Assembly to declare 2002 the UN International Year of Mountains. On this occasion, the UN General Assembly has designated 11 December, from 2003 onwards, as “International Mountain Day”. FAO is the coordinating agency for the coordinating this celebration (IMD).
हिन्दी
अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस: 11 दिसंबर
प्रतिवर्ष पूरे विश्व में 11 दिसम्बर को ‘अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस’ (इंटरनेशनल माउंटेन डे) मनाया जाता है। 25 साल पहले 1992 में संयुक्त राष्ट्र ने पहाड़ों की स्थिति पर चिंता जताते हुए एक प्रस्ताव पेश किया था। इस प्रस्ताव में माना गया था कि पहाड़ों पर रहने वालों का ध्यान रखना दुनिया के अन्य लोगों का कर्तव्य है।
इसी बात को आगे बढ़ाते हुए संयुक्त राष्ट्र ने आज के ही दिन यानी 11 दिसंबर 2002 को ‘यू.एन. इंटरनेशनल ईयर ऑफ माउनटेंस’ के रूप में मनाया। इस अवसर पर, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 11 दिसंबर को वर्ष 2003 से "अंतर्राष्ट्रीय माउंटेन डे" के रूप में मनाये जाने के लिए नामित किया।
विषय: वर्ष 2017 में इस दिवस का मुख्य विषय "दबाव में पर्वत: मौसम, भूख व पलायन” (Mountains under pressure: climate, hunger and migration) है। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य पर्वतीय जीवन में सुधार लाना तथा पर्यावरण संरक्षण करना है।
उद्देश्य: इस दिवस को मनाने का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पर्वतीय क्षेत्र के सतत विकास के महत्व पर प्रकाश डालना और पर्वतीय क्षेत्र के प्रति दायित्वों के लिए जागरूक करना है।
पर्वत:
पर्वत या पहाड़ पृथ्वी की भू-सतह पर प्राकृतिक रूप से ऊँचा उठा हुआ हिस्सा होता है, जो ज़्यादातर आकस्मिक तरीके से उभरा होता है और पहाड़ी से बड़ा होता है। पर्वत ज़्यादातर एक लगातार समूह में होते हैं। पर्वत 04 प्रकर के होते है:
वलित पर्वत
भ्रंशोत्थ पर्वत या ब्लॉक पर्वत
ज्वालामुखी पर्वत
अवशिष्ट पर्वत
English
International Mountain Day: 11 December
International Mountain Day was observed by the UN Food and Agriculture Organisation on December 11, 2017. The Day is celebrated every year since 2003.
The Theme
The theme for the year 2017 is “Mountains under pressure: climate, hunger and migration”. The theme highlights how climate, hunger and migration are affecting highlands and it seeks to ensure that sustainable mountain development is integrated into the 2030 Agenda and in the implementation of the Paris Agreement.
This year, the theme is also linked to the Mountain Partnership Global Meeting, to be held on 11-13 December at FAO headquarters in Rome, Italy, which will focus on the challenges and opportunities in sustainable mountain development and will launch a Framework for Action to support concrete actions and establish policies that strengthen the resilience of mountain peoples and environments.
Importance of Mountains
- Mountains cover around 22 percent of the earth's land surface and are home to 13 percent of the world’s population.
- They provide sustenance and well-being for 915 million people, but also indirectly benefit billions more living downstream.
- Ninety percent of the world’s mountain dwellers live in developing countries, where a vast majority lives below the poverty line and 1 out of 3 faces the threat of food insecurity.
- Mountains provide 60-80 percent of the world's freshwater - without which sustainable development that aims to eliminate poverty and hunger would not be possible.
- Mountains have a key role to play in providing renewable energy, especially through hydropower, solar power, wind power and biogas.
International Mountain Day has its roots in 1992, when the adoption of Chapter 13 of Agenda 21 “Managing Fragile Ecosystems: Sustainable Mountain Development” at the United Nations Conference on Environment and Development put a milestone in the history of mountain development.
The increasing attention to the importance of mountains led the UN General Assembly to declare 2002 the UN International Year of Mountains. On this occasion, the UN General Assembly has designated 11 December, from 2003 onwards, as “International Mountain Day”. FAO is the coordinating agency for the coordinating this celebration (IMD).
हिन्दी
अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस: 11 दिसंबर
प्रतिवर्ष पूरे विश्व में 11 दिसम्बर को ‘अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस’ (इंटरनेशनल माउंटेन डे) मनाया जाता है। 25 साल पहले 1992 में संयुक्त राष्ट्र ने पहाड़ों की स्थिति पर चिंता जताते हुए एक प्रस्ताव पेश किया था। इस प्रस्ताव में माना गया था कि पहाड़ों पर रहने वालों का ध्यान रखना दुनिया के अन्य लोगों का कर्तव्य है।
इसी बात को आगे बढ़ाते हुए संयुक्त राष्ट्र ने आज के ही दिन यानी 11 दिसंबर 2002 को ‘यू.एन. इंटरनेशनल ईयर ऑफ माउनटेंस’ के रूप में मनाया। इस अवसर पर, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 11 दिसंबर को वर्ष 2003 से "अंतर्राष्ट्रीय माउंटेन डे" के रूप में मनाये जाने के लिए नामित किया।
विषय: वर्ष 2017 में इस दिवस का मुख्य विषय "दबाव में पर्वत: मौसम, भूख व पलायन” (Mountains under pressure: climate, hunger and migration) है। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य पर्वतीय जीवन में सुधार लाना तथा पर्यावरण संरक्षण करना है।
उद्देश्य: इस दिवस को मनाने का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पर्वतीय क्षेत्र के सतत विकास के महत्व पर प्रकाश डालना और पर्वतीय क्षेत्र के प्रति दायित्वों के लिए जागरूक करना है।
पर्वत:
पर्वत या पहाड़ पृथ्वी की भू-सतह पर प्राकृतिक रूप से ऊँचा उठा हुआ हिस्सा होता है, जो ज़्यादातर आकस्मिक तरीके से उभरा होता है और पहाड़ी से बड़ा होता है। पर्वत ज़्यादातर एक लगातार समूह में होते हैं। पर्वत 04 प्रकर के होते है:
वलित पर्वत
भ्रंशोत्थ पर्वत या ब्लॉक पर्वत
ज्वालामुखी पर्वत
अवशिष्ट पर्वत
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