Evening News 15 August 2018 Hindi/English/Marathi-Current Affairs
इवनिंग न्यूज़ 15 ऑगस्ट 2018 हिंदी/ इंग्लिश/मराठी_करंट अफेयर्स
Hindi | हिंदी
भारत ने मनाया 72वां स्वतंत्रता दिवस
- भारत राष्ट्र ने 15 अगस्त 2018 को 72वां स्वतंत्रता दिवस मनाया।
- इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली में ऐतिहासिक लालकिले की प्राचीर से राष्ट्र को सम्बोधित किया। बता दें, यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 5वां भाषण था।
- इस मौके पर नरेन्द्र मोदी ने गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण भी किया।
- प्रधानमंत्री के लिए गार्ड ऑफ ऑनर दस्ते में एक अधिकारी तथा सेना, जल सेना, वायु सेना तथा दिल्ली पुलिस के 24 कर्मी थे।
- इस वर्ष नौसेना समन्वय का कार्य कर रही है इसलिए गार्ड ऑफ ऑनर की कमान नौसेना के कमांडर पी.आर. जगन मोहन ने संभाला।
- प्रधानमंत्री की गार्ड ऑफ ऑनर दस्ते में सेना की कमान मेजर सूरज पाल ने संभाली, जबकि नौसेना की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर एम.वाई.वी. तेजस तथा वायु सेना दस्ते का नेतृत्व स्क्वाड्रन लीडर प्रवीण नारायण और दिल्ली पुलिस दस्ते का नेतृत्व एसीपी जगदेव सिंह यादव ने किया।
- प्रधानमंत्री के गार्ड के लिए सेना का दस्ता प्रथम गोरखा राइफल्स की पाचवीं बटालियन से लिया गया है।
- इस बटालियन का गठन 1942 में धर्मशाला में लेफ्टिनेंट कर्नल जे.एल.एफ ‘ओ’ फेरल द्वारा किया गया था। हालाँकि, बाद में दिसंबर, 1946 में इसे निष्क्रिय कर दिया गया। फिर 1 जनवरी, 1965 को इस बटालियन का दोबारा गठन सोलन, हिमाचल प्रदेश में लेफ्टिनेंट कर्नल गोविंद शर्मा द्वारा किया गया और इस बटालियन को पहला कार्यभार नेफा (अब अरुणाचल प्रदेश) में सौंपा गया।
- प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराने के समय राष्ट्रीय ध्वज गार्ड में 1 ऑफिसर तथा सेना, नौसेना, वायु सेना तथा दिल्ली पुलिस के 32 कर्मी थे।
- अंतर सेवा गार्ड और पुलिस गार्ड का नेतृत्व नौसेना के कमांडर वैभव एन. जनबंधु ने किया।
- राष्ट्रीय ध्वज गार्ड के लिए नौसेना दस्ते की कमान लेफ्टिनेंट सीडीआर प्रशांत परबाकर, सेना के दस्ते की कमान मेजर अश्विनी साह, वायु सेना दस्ते की कमान स्क्वाड्रन लीडर विवेक मोहन तथा दिल्ली पुलिस दस्ते की कमान एडिशनल डीसीपी राजेन्द्र प्रसाद मीणा ने संभाली।
इसके अलावा उन्होंने निम्नलिखित मुद्दों पर बात की -
- तीन तलाक
- मानवसहित गगनयान मिशन, जो कि 2022 तक या इससे पहले पूरा करना है
- जम्मू-कश्मीर विवाद
- सरकार की उपलब्धियां गिनाना इत्यादि
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बलरामजी दास टंडन का निधन
- छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बलरामजी दास टंडन का 14 अगस्त 2018 को 90 साल की उम्र में निधन हो गया।
- राज्यपाल के निधन पर प्रदेश में 7 दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण तो होगा, लेकिन सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे।
बलरामजी दास टंडन के बारे में
- टंडन का जन्म 1 नवंबर 1927 को अमृतसर पंजाब में हुआ। उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय लाहौर से स्नातक किया।
- 1953 में पहली बार अमृतसर नगर निगम के पार्षद निर्वाचित हुए। 1957 में पहली बार विधायक बने।
- इसके बाद 1962, 1967, 1969, 1977 और 1997 में भी वो विधायक चुने गए। इस दौरान वो पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे।
- 18 जुलाई 2014 को उन्होंने छत्तीसगढ़ में राज्यपाल पद की शपथ ली।
भारत के राष्ट्रपति ने 131 गैलेन्ट्री पुरस्कारों को मंजूरी दी
- राष्ट्रपति और सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर ने सशस्त्र सेना कर्मियों तथा अर्धसैनिक बलों के सदस्यों को 131 शौर्य पुरस्कार देने की स्वीकृति दी है।
- इनमें 1 कीर्ति चक्र, 20 शौर्य चक्र, थ्री बार सेना मेडल (शौर्य), 93 सेना मेडल (शौर्य), 11 नौसेना मेडल (शौर्य) तथा 3 वायु सेना मेडल (शौर्य) शामिल हैं। राष्ट्रपति ने विभिन्न सैन्य अभियानों में असाधारण योगदान के लिए 26 सैन्य कर्मियों को (मेंशन-इन-डिस्पैचिस) सम्मानित किया है। इनमें से ऑपरेशन रक्षक में शामिल तीन सैन्य कर्मियों को मरणोपरांत यह सम्मान दिया गया है।
- ऑपरेशन राइनो के लिए एक सैन्य कर्मी को मरणोपरांत यह सम्मान मिला है। एक अतिरिक्त सैन्य कर्मी का नाम रक्षा मंत्री द्वारा सीएचएंडएसी मिटिंग में मंजूर किया गया।
यह भी जानें
- स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, राष्ट्रपति ने अदम्य साहस, वीरता और शौर्य तथा सराहनीय सेवा का प्रदर्शन करने के लिए भारतीय तटरक्षक बल के जवानों को एक राष्ट्रपति तटरक्षक पदक (विशिष्ट सेवा) पांच तटरक्षक पदक (वीरता), दो तटरक्षक पदक (सराहनीय सेवा) प्रदान किए हैं।
पुरस्कार प्राप्त करने वालों की विस्तृत सूची इस प्रकार है :-
- राष्ट्रपति तटरक्षक पदक (विशिष्ट सेवा)
- आईजी राकेश पाल टीएम (0225-एल)
अक्षय कुमार बने सड़क सुरक्षा अभियान के लिए ब्रांड एंबेसडर
- केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग, शिपिंग, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने 14 अगस्त 2018 को सड़क सुरक्षा के प्रति जनजागरुकता पैदा करने के लिए तीन लघु फिल्में लांच की।
- फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने इन फिल्मों में भूमिका निभाई है। इन फिल्मों का निर्देशन श्री आर बल्की ने किया है।
- इस सिलसिले में आयोजित समारोह में गडकरी ने अक्षय कुमार को सड़क सुरक्षा के लिए बांड ऐम्बैसेडर नियुक्त करने की घोषणा की।
- उद्देश्य : सरकार का मकसद देश में सड़क दुर्घटनाओं में मृ़तकों की बढ़ती संख्या में कमी लाना है।
- सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में अक्षय कुमार ने 14 अगस्त को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करने वाले वीडियो जारी किया।
- गडकरी ने कहा कि सड़क सुरक्षा उनके मंत्रालय की सबसे बड़ी चुनौती है। देश में हर साल डेढ़ लाख लोग सड़क हादसे में मारे जाते हैं, इसमें 18-35 साल की आयु के युवाओं की संख्या 65 फीसदी है।
नीति आयोग ने 'पिच टू मूव' प्रतियोगिता शुरू करने की घोषणा की
- नीति आयोग ने देश के उभरते उद्यमियों के लिए 'पिच टू मूव' नाम से एक प्रतियोगिता शुरू करने की घोषणा की है।
- इसका उद्देश्य स्टार्टअप्स को कारोबार से जुड़े नये विचार निर्णायक मंडल (जूरी) के सामने पेश करने का मौका देना है।
- इसके तहत निवेश आकर्षित करने के लिए मोबिलिटी के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले स्टार्ट-अप्स उद्योगपतियों और उपक्रम पूंजी उपलब्ध कराने वालों के समक्ष अपने विचार रख सकते हैं।
- नीति आयोग के उपाध्यक्ष डा. राजीव कुमार ने कहा कि 'पिच टू मूव' प्रतियोगिता के माध्यम से देश में मौजूदा संसाधनों की मदद से रोजगार के अवसर पैदा करने का काम किया जा सकेगा।
पिच टू मूव प्रतियोगिता
- पिच टू मूव प्रतियोगिता का आयोजन वैश्विक गतिशीलता सम्मेलन के हिस्से के रूप में नीति आयोग और भारतीय आटोमोबाइल निर्माता संघ (सियाम) की ओर से संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
- शिखर सम्मेलन का आयोजन 7 और 8 सितंबर 2018 को नयी दिल्ली के विज्ञान भवन में किया जाएगा। सम्मेलन का उद्धाटन प्रधानमंत्री करेंगे।
भारत ने तराई सड़क परियोजना के लिए 470 मिलियन नेपाली रुपये अनुदान जारी किया
- भारत सरकार ने नेपाल में तराई सड़क परियोजना के लिए 470 मिलियन नेपाली रुपये अनुदान जारी किया है।
- नेपाल में भारतीय राजदूत मनजीव सिंह पुरी ने नेपाल के भौतिक बुनियादी ढांचे और परिवहन मंत्रालय, सचिव मधुसूदन अधिकारी को नेपाल में काठमांडू में चेक प्रदान किया।
- पोस्ट राजमार्ग परियोजना के तहत 14 सड़क पैकेजों के चालू निर्माण के लिए फंड तरलता बनाए रखने के लिए राशि जारी की गई है।
- इस भुगतान के साथ, पोस्ट राजमार्ग परियोजना के तहत 14 पैकेज लागू करने के लिए भारत सरकार द्वारा किए गए 8 अरब नेपाली रुपये की कुल अनुदान सहायता से 2.35 अरब नेपाली रुपये जारी किए गए हैं।
रमेश पोवार बने भारतीय महिला क्रिकेट टीम के मुख्य कोच
- पूर्व टेस्ट स्पिन गेंदबाज रमेश पोवार को भारतीय महिला क्रिकेट टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया है।
- कोच तुषार अरोठे के इस्तीफे के बाद पोवार टीम के अंतरिम कोच पद पर थे. अब पोवार को पूर्ण रूप से टीम की जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
- भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 14 अगस्त 2018 को पोवार के नाम की पुष्टि की. 40 साल के पोवार 30 नवंबर 2018 तक टीम के कोच पद पर रहेंगे।
- बता दें, पोवार भारत के लिए 31 वनडे और दो टेस्ट खेल चुके हैं उन्हें पिछले साल टीम को महिला विश्व कप के फाइनल में ले जाने वाले कोच तुषार के स्थान पर चुना गया है।
आयुष की दवाओं की सुरक्षा निगरानी बढ़ाने के लिए नई केन्द्रीय योजना शुरू की गई
- आयुष मंत्रालय ने आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी और होम्योपैथी (आयुष) दवाओं की सुरक्षा निगरानी बढ़ाने के लिए एक नई केन्द्रीय योजना शुरू की है।
- इसका मुख्य उद्देश्य आयुष की दवाओं के फायदों के साथ ही उसके दुष्प्रभावों का लिखित रिकॉर्ड रखने के साथ ही इन दवाओं के बारे में भ्रामक विज्ञापनों पर रोक लगाना है।
- आयुष सचिव की अध्यक्षता में गठित स्थायी वित्त समिति ने 1 नवम्बर, 2017 को इस योजना को मंजूरी दी थी, जिसके बाद वित्त वर्ष 2017-18 के आखिर में इसे लागू करने का काम शुरू कर दिया गया।
- मंत्रालय ने 2020 तक देश में 100 केन्द्र खोलने का लक्ष्य रखा है। आयुष दवाओं के लिए सुरक्षा नेटवर्क बनाने के लिए सरकार ने अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान को शुरूआती तौर पर 10.60 करोड़ रुपये का अनुदान मंजूर किया है।
कर्नाटक-गोवा के बीच महादयी जल को लेकर सुलझा विवाद
- महादयी नदी जल ट्रिब्यूनल ने 14 अगस्त 2018 को फैसला सुनाया है कि कर्नाटक को नदी से 13.5 टीएमसी फीट पानी मिलेगा, इस प्रकार दक्षिणी राज्य को 5 टीएमसी अतिरिक्त पानी देकर गोवा के साथ पचास वर्षीय जल विवाद समाप्त हो जाएगा।
- ट्रिब्यूनल ने मुंबई-कर्नाटक क्षेत्र को पीने के उद्देश्यों के लिए 5.5 टीएमसी फीट पानी आवंटित किया है, बिजली उत्पादन के लिए 8.2 टीएमसी और कालसा और बंदौरी धाराओं के लिए 1.12 टीएमसी तथा 2.18 टीएमसी पानी आवंटित किया है।
महादयी विवाद क्या है?
- गोवा में महादयी नदी को मंडोवी नदी के नाम से जाना जाता है। राज्य की राजधानी पणजी मंडोवी के तट पर स्थित है जो भारत की सबसे छोटी नदियों में से एक है।
- यह बरसाती नदी कर्नाटक के बेलगाम जिले के भीमघाड़ में निकलती है। अरब सागर में गिरने से पहले नदी 35 किलोमीटर कर्नाटक एवं 52 किलोमीटर गोवा में बहती है. कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र के सीमावर्ती इलाके पानी की जरूरतों के लिए महादयी पर निर्भर हैं।
- प्रसिद्ध जल विशेषज्ञ एसजी बालेकुंडरी ने पहली बार 1970 में महादयी नदी के जल को डायवर्जन करने की योजना बनाई थी।
- योजना के अनुसार कर्नाटक के धारवाड़ जिले में नवलतीर्थ बांध में नदी का पानी जमा किया जाना था। 1970 में बनाया गया यह बांध अब तक केवल 3 या चार बार ही अपनी क्षमता के बराबर भरा गया है।
- कर्नाटक ने मुंबई-कर्नाटक क्षेत्र में पेयजल की जरूरतों के लिए महदायी से 7.56 टीएमसी फीट पानी की मांग की थी। वह महादयी की दो सहायक नदियों कलासा और बंदौरी के बीच बांध बनाना चाहता है। इससे जुड़वा शहर हुबली-धारवाड़ एवं 180 गांवों में पानी की आपूर्ति हो सकती है।
- वार्ता के सभी प्रयास असफल होने के बाद 2010 में यूपीए-2 ने महादयी नदी विवाद निवारण के लिए ट्रिब्यूनल की स्थापना की।
English| इंग्लिश
Chhattisgarh Governor Balramji Dass Tandon Dies At 90
- Chhattisgarh Governor Balramji Dass Tandon died at a hospital in Raipur on 14 Aug 2018.
- He was 90 years old.
- Balramji Dass Tandon
- He was one of the founder members of the Jansangh which later became the Bharatiya Janata Party (BJP)
- He became the governor of Chhattisgarh in July 2014.
- He was elected six times an MLA.
- He also served as deputy chief minister of Punjab.
President of India approves 131 Gallantry Awards
- On the occasion of 72nd Independence Day, President Ram Nath Kovind has approved 131 Gallantry Awards to members of Armed Forces personnel and Paramilitary Forces.
- These gallantry awards are announced twice in a year - first on the occasion of the Republic Day and then on the occasion of the Independence Day.
- Order of precedence of these awards is the Param Vir Chakra, the Ashoka Chakra, the Mahavir Chakra, the Kirti Chakra, the Vir Chakra and the Shaurya Chakra.
- List of Gallantry Awards to be given in 2018:
- Kirti Chakra – 1
- Vayu Sena Medals – 3
- NAO Sena Medals – 11
- Shaurya Chakras – 20
- Sena Medals – 93
- Bar to Sena Medals – 3
- Sepoy Vrahma Pal Singh has been shortlisted for the Kirti Chakra award posthumously.
- Major Aditya Kumar's name has been mentioned on the list of 20 armed forces personnel for the Shaurya Chakra award.
- Rifleman Aurangzeb will also be conferred with the third highest gallantry award.
- Six women officers of the Indian Navy will be awarded Nao Sena medals.
Akshay Kumar Becomes Brand Ambassador for Road Safety Campaigns
- Bollywood actor Akshay Kumar has become the brand ambassador of Road Saftey Campaign.
- A road safety ad campaign was launched to promote road safety.
- Road Saftey in India
- India has the second largest road network in the world with over 3 million km of roads of which 60% are paved.
- Road safety is emerging as a major social concern in the country.
- The statistics are mind boggling with an average mortality rate of 100,000 persons dying in road accidents.
- India accounts for about 10 percent of road accident fatalities worldwide.
- What India can learn from other countries?
- Sweden adopted a ‘Vision Zero’ policy based on the idea that “no loss of life was acceptable” and that rather than trying to alter human behavior, the focus should be on designing a better system of roads and other infrastructure, vehicle technology and enforcement.
- Singapore deploys a lot of technology to keep drivers safe including ‘advanced warning lights’ that inform drivers about upcoming traffic lights and ‘Your Speed Signs’ that are live electronic signs which calculate and display the real-time speeds of vehicles.
- Switzerland has lower speed limits than most of its European counterparts. In built up areas, the limit is set at 50 km/hour.
- Japan has a zero per cent blood-alcohol level standard for drivers and individuals caught driving under the influence can face imprisonment for up to 15 years.
NITI Aayog launches “Pitch to MOVE”
- NITI Aayog on August 14, 2018 launched ‘Pitch to MOVE’, a mobility pitch competition that aims to provide budding entrepreneurs of India with a unique opportunity to pitch their business ideas to a distinguished jury.
- The winners of the event will be felicitated by Prime Minister Narendra Modi during the valedictory session of the Global Mobility Summit on September 8, 2018.
- The Global Mobility Summit 2018 is scheduled to be held from September 7-8, 2018 at Vigyan Bhawan in New Delhi.
- Objective:
- The competition aims to identify and reward the startups offering innovative solutions for shared, connected and environment-friendly mobility.
- The objective is to harness the latest disruption for generating employment and growth in the country.
India releases 470 million Nepali rupees grant for Terai roads project
- The Government of India has released 470 million Nepali rupees grant for Terai roads project in Nepal.
- Indian Ambassador to Nepal Manjeev Singh Puri handed over a cheque of grant to Secretary, Ministry of Physical Infrastructure and Transport of Nepal, Madhusudan Adhikari in Kathmandu, Nepal.
- The amount has been released to maintain fund liquidity for the ongoing construction of 14 road packages under Postal Highway Project.
- With this payment, 2.35 billion Nepali rupees have been released so far out of total grant assistance of 8 billion Nepali rupees committed by the Government of India for implementing 14 packages under Postal Highway Project.
Ramesh Powar named head coach of women's national cricket team
- Former India spinner Ramesh Powar was named head coach of the women's national team on Monday, till the ICC World T20 scheduled to be held in November 2018.
- Powar has played 31 ODIs and two Tests from 2004 to 2007, picking 34 wickets with a best of 54 in the 50-over format.
- Note: As per the Supreme Court directive, only a Cricket Advisory Committee (CAC) can appoint a full-time coach on a long-term basis.
AYUSH ministry introduces scheme for monitoring drugs safety aspects
- The AYUSH Ministry introduced a new central government scheme for monitoring of the safety aspects of Ayurveda, Siddha, Unani and Homoeopathy drugs and documenting their adverse effects.
- Objective:
- To develop the culture of documenting adverse effects and undertake safety monitoring of Ayurveda, Siddha, Unani and Homoeopathy drugs and surveillance of misleading advertisements appearing in the print and electronic media.
- The scheme intends to facilitate the establishment of three-tier network of National Pharmacovigilance Centre (NPvCC), Intermediary Pharmacovigilance Centres (IPvCCs) and Peripheral Pharmacovigilance Centres (PPvCC).
- All India Institute of Ayurveda, New Delhi, an autonomous body under the AYUSH Ministry, was designated as the National Pharmacovigilance Centre for coordinating various activities under the initiative.
New drug mAb114 being used to treat patients with Ebola in Congo
- Doctors in Democratic Republic of Congo had started to use a novel treatment called mAb114 to treat patients with Ebola.
- It is developed in the United States. ,
- The prototype drug is a so-called single monoclonal antibody - a protein that binds on to a specific target of the virus and triggers the body's immune system to destroy the invader.
- In May, the US National Institute of Allergy and Infectious Diseases (NIAID) said it was carrying out the first human trials of mAb114 to test it for safety and tolerance.
- Ebola:
- Ebola causes serious illness including vomiting, diarrhoea and in some cases internal and external bleeding.
- It is often fatal if untreated.
- In the worst Ebola epidemic, the disease struck the West African states of Guinea, Liberia and Sierra Leone in 2013-15, killing more than 11 300 people.
- Ebola Virus Disease (EVD) is a rare and deadly disease most commonly affecting people and nonhuman primates (monkeys, gorillas, and chimpanzees).
- It is caused by an infection with one of five known Ebola virus species, four of which can cause disease in people:
- Ebola virus (Zaire ebolavirus)
- Sudan virus (Sudan ebolavirus)
- Taï Forest virus (Taï Forest ebolavirus)
- Bundibugyo virus (Bundibugyo ebolavirus)
- Reston virus (Reston ebolavirus) - known to cause disease in nonhuman primates and pigs, but not in people.
- Ebola virus was first discovered in 1976 near the Ebola River in what is now the Democratic Republic of Congo.
- Since then, the virus has been infecting people from time to time, leading to outbreaks in several African countries.
Mahadayi River Tribunal recommends ‘Cauvery-like board’
- The Mahadayi Water Tribunal has recommended that a board, called the Mahadayi Water Management Authority, be constituted on the lines on the Cauvery Management Board to ensure the river’s water is equitably used by Karnataka, Goa and Maharashtra.
- Water sharing model as per the Mahadayi Tribunal:
- Karnataka: 5.4 tmcft of river water for drinking, irrigation and dam storage purposes.
- Maharashtra: 1.33 tmcft
- Goa: a maximum of 24 tmcft for 59 projects provided they adhere to certain ground rules.
- The Tribunal, headed by Justice J. M. Panchal, has stated that demands by Goa, Maharashtra and Karnataka for future use of the Mahadayi Waters aren’t ‘fully justified’ as there were ‘severe’ loopholes in the way the States had calculated their future demands.
- The recommendation made by the Tribunal, ought to be adhered to until August 2048.
- Mahaydai river
- Mahadayi River or Mondovi, as it is called in Goa, actually originates from a cluster of 30 springs near Bhimgad in Karnataka.
- The Mahadayi is essentially a rain-fed river that flows at its peak during monsoon months. The river flows 35 km through Karnataka and then 52 km through Goa, before flowing into the Arabian Sea.
- The Mahadayi catchment area covers around 2,032 km and includes some parts of Maharashtra near the Maharashtra-Karnataka border region.
Marathi | मराठी
राष्ट्रीय
भारताचा 72 वा स्वातंत्र्य दिन: 15 ऑगस्ट
- पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांच्या हस्ते 15 ऑगस्ट 2018 रोजी देशाच्या 72 व्या स्वातंत्र्यदिनानिमित्त लाल किल्ल्यावर राष्ट्रध्वज फडकविण्याचा कार्यक्रम पार पडला. भारताला 1947 साली स्वातंत्र्य मिळाले.
- ठळक वैशिष्ट्ये
- उत्तरप्रदेश राज्य शासनाने 50 मायक्रॉन जाडीच्या पॉलिथिन पिशव्यांचा वापर तसेच सर्व प्लास्टिक किंवा थर्माकोल उत्पादनांवर बंदी घातली आहे.
- सुमारे 32 कोटी जन धन खाते धारकांसाठी 1 लक्ष रुपयांचा मोफत अपघात विमा प्रदान करणार्या नवीन कल्याण योजनेस सुरूवात केली.
NITI आयोगाची ‘पिच टू मूव्ह’ प्रतिस्पर्धा
- उद्योन्मुख स्टार्टअपना त्यांच्या उद्योगविषयक कल्पना परीक्षकांसमोर सादर करण्याची संधी उपलब्ध करून देण्याच्या उद्देशाने राष्ट्रीय बदलता भारत संस्था (NITI) आयोगाने ‘पीच टू मूव्ह’ ही मोबिलिटी पीच स्पर्धा सुरू केली आहे.
- गतिशीलतेच्या विविध क्षेत्रात काम करणारे स्टार्टअप गुंतवणूक वाढविण्यासाठी उद्योजक आणि व्हेंचर कॅपिटॅलिस्टसमोर आपल्या कल्पना मांडू शकतील. विजेत्यांना जागतिक गतिशीलता शिखर परिषदेदरम्यान पंतप्रधानांच्या हस्ते गौरवण्यात येईल. नवी दिल्लीत 7 आणि 8 सप्टेंबर रोजी ‘जागतिक गतिशीलता शिखर परिषद’ होणार आहे.
- नवी दिल्लीत 4 सप्टेंबर 2018 रोजी फायनल पीच स्पर्धा होईल. विविध निकषांच्या आधारे त्यांचे मूल्यमापन झाल्यानंतर अंतिम 3 स्टार्टअपची विजेते म्हणून निवड केली जाईल.
औषधांच्या सुरक्षिततेसंबंधी मुद्द्यांवर देखरेख ठेवण्यासाठी AYUSH मंत्रालयाची योजना
- आयुर्वेद, योग आणि निसर्गोपचार, युनानी, सिद्ध आणि होमिओपॅथी (AYUSH) मंत्रालयाने औषधांच्या सुरक्षिततेसंबंधी मुद्द्यांवर देखरेख ठेवण्यासाठी आणि औषधांच्या प्रतिकूल परिणामांचे दस्तावेजीकरण करण्यासाठी एक नवीन केंद्रीय विषयक्षेत्र योजना सुरू केली आहे.
- आयुर्वेद, सिद्ध, युनानी आणि होमिओपॅथी औषधांच्या सुरक्षिततेबाबत जागरूकता निर्माण करणे आणि प्रसार व इलेक्ट्रॉनिक माध्यमात प्रदर्शित होणार्या भ्रामक जाहिरातींवर पाळत ठेवणे हे या योजनेचे मुख्य उद्दीष्ट आहे.
- योजनेचे स्वरूप -
- ही योजना म्हणजे तीन-स्तरीय जाळे स्थापन करण्याची एक सुविधा आहे, ज्यात राष्ट्रीय औषधी दक्षता केंद्र (National Pharmacovigilance Centre -NPvCC), मध्यवर्ती औषधी दक्षता केंद्र (Intermediary Pharmacovigilance Centres -IPvCCs) आणि गौण औषधी दक्षता केंद्र (Peripheral Pharmacovigilance Centres -PPvCC) यांचा समावेश आहे.
- पुढाकाराच्या अंतर्गत चालणार्या विविध उपक्रमांमध्ये समन्वय राखण्यासाठी अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्था (नवी दिल्ली) राष्ट्रीय औषधी दक्षता केंद्र (NPvCC) म्हणून नियुक्त करण्यात आली आहे. अंमलबजावणीच्या प्रारंभीक टप्प्यात AYUSH मंत्रालयाच्या 5 राष्ट्रीय संस्थांना मध्यवर्ती औषधी दक्षता केंद्र (IPvCC) आणि 42 संस्थांना गौण औषधी दक्षता केंद्र (PPvCC) म्हणून नियुक्त करण्यात आले आहे.
- वित्त वर्ष 2017-18 च्या अखेरीस देशामध्ये अंमलबजावणीसाठी ही योजना सुरू करण्यात आली. 2020 सालापर्यंत देशभरात 100 PPvCC स्थापन करण्याचे लक्ष्य ठेवलेले आहे.
- आयुर्वेद, योग आणि निसर्गोपचार, युनानी, सिद्ध आणि होमिओपॅथी (AYUSH) मंत्रालय भारतात औषधोपचार क्षेत्रात विकास, शिक्षण आणि संशोधन करण्याच्या उद्देशाने 9 नोव्हेंबर 2014 रोजी स्थापन करण्यात आलेली एक सरकारी संस्था आहे.
महादयी नदीचा तंटा सोडविण्यासाठी न्यायाधीकरणाची शिफारस
- महादयी जल न्यायाधीकरणाने ‘महादयी’ नदीच्या पाण्याच्या वाटपासंबंधी उद्भवलेला प्रश्न सोडविण्यासाठी एक न्यायाधीकरण स्थापन करण्याची शिफारस केली आहे.
- कर्नाटक, गोवा आणि महाराष्ट्र या राज्यांमध्ये ‘महादयी’ नदीच्या पाणी वाटपासंबंधी उद्भवलेला प्रश्न सोडविण्यासाठी कावेरी जल व्यवस्थापन मंडळाप्रमाणेच एक ‘महादयी जल व्यवस्थापन मंडळ’ची शिफारस करण्यात आली आहे.
आंतरराष्ट्रीय
नेपाळमध्ये टेराई रस्ता प्रकल्पासाठी भारताकडून 470 दशलक्ष नेपाळी रुपये मंजूर
- भारत सरकारने नेपाळमध्ये टेराई रस्ता प्रकल्पासाठी470 दशलक्ष नेपाळी रूपयांचा निधी मंजूर केला आहे.
- हा निधी ‘पोस्टल महामार्ग’ प्रकल्पाच्या अंतर्गत जाहीर करण्यात आली आहे. भारत सरकारने नेपाळला देशात पायाभूत सुविधा उभारण्यात मदत म्हणून वचन दिलेल्या 8 अब्ज नेपाळी रुपयांचाच एक भाग आहे. 1950 सालापासून भारत सरकार नेपाळच्या पायाभूत सुविधांच्या उभारणीस पाठिंबा देत आहे.
क्रिडा
रमेश पोवार: महिला राष्ट्रीय क्रिकेट संघाचे मुख्य प्रशिक्षक
- भारतीय क्रिकेट मंडळाच्या मंजुरीने माजी फिरकी गोलंदाज रमेश पोवार यांची भारतीय महिला क्रिकेट संघाच्या मुख्य प्रशिक्षक पदी नियुक्ती करण्यात आली आहे.
- 30 नोव्हेंबर 2018 पर्यंत रमेश पोवार भारतीय महिला क्रिकेट संघाचे पूर्ण वेळ प्रमुख प्रशिक्षक म्हणून राहतील. भारतीय महिला क्रिकेट संघाचे माजी प्रशिक्षक तुषार आरोटे यांनी आपल्या प्रशिक्षकपदाचा राजीनामा दिला असल्याने त्यांच्या जागी रमेश पोवारची नियुक्ती करण्यात आली आहे.
विज्ञान आणि पर्यावरण
‘mAb114’: काँगोमध्ये इबोलावर उपचार करण्यासाठी नवीन औषध
- काँगोमध्ये उद्रेक झालेल्या इबोला रोगावर उपचार करण्यासाठी ‘mAb114’ हे अभिनव औषध अमेरिकेत विकसित करण्यात आले आहे. हे काँगोमध्ये सक्रिय इबोलासाठी वापरले जाणारे प्रथम उपचारात्मक औषध आहे. जागतिक आरोग्य संघटनाने (WHO) यास मंजुरी दिली आहे.
- काँगोमध्ये इबोलामुळे 40 लोक मृत्युमुखी पडले आहेत. आतापर्यंत 57 प्रकरणांमध्ये, 41 जण गंभीर आहेत. 1976 साली काँगोच्या ‘इबोला नदीजवळच्या प्रदेशात या रोगाची पहिल्यांदा ओळख पटविण्यात आली, तेव्हापासून 10 वेळा या रोगाचा उद्रेक झाला आहे.
व्यक्ती विशेष
छत्तीसगडचे राज्यपाल बलरामजी दास टंडन यांचे निधन
- छत्तीसगडचे राज्यपाल बलरामजी दास टंडन यांचे 14 ऑगस्ट 2018 रोजी निधन झाले. ते 90 वर्षांचे होते.
- बलरामजी दास टंडन जनसंघाचे संस्थापक सदस्य होते. त्यांनी सहावेळा आमदार पद भूषविलेले होते. त्यांनी पंजाबचे उपमुख्यमंत्री म्हणून देखील काम केले आहे. सन 1975-1977 या काळात आणीबाणीदरम्यान त्यांनी तुरुंगवास देखील भोगला होता.
- आणीबाणी (भारत): तत्कालीन पंतप्रधान इंदिरा गांधी यांच्या काळात देशात 25 जून 1975 पासून ते 21 मार्च 1977 पर्यंत आणीबाणी लागू करण्यात आली होती. "अंतर्गत राजकीय अस्थिरता" निर्माण झालेल्या परिस्थितीत तत्कालीन राष्ट्रपती फाखरुद्दीन अली अहमद यांनी भारताच्या राज्यघटनेच्या कलम 352 अन्वये अधिकृतरित्या आदेश दिला. त्या काळात आंतरीक सुरक्षा देखरेख कायदा (MISA) अंतर्गत बर्याच लोकांना अटक करण्यात आली होती.
अक्षय कुमार: रस्ते सुरक्षा मोहिमेचा ब्रँड अॅम्बेसेडर
- केंद्रीय रस्ते वाहतूक आणि महामार्ग मंत्रालयाने हिन्दी चित्रपट अभिनेता अक्षय कुमारला रस्ते सुरक्षा मोहिमेचा ब्रँड अॅम्बेसेडर म्हणून नियुक्ती केली आहे.
- मंत्रालयाकडून रस्त्यावर सुरक्षेबाबत जनजागृती करण्यासाठी तीन लघुपटांची घोषणा करण्यात आली आहे. हिन्दी चित्रपट अभिनेता अक्षय कुमारने या चित्रपटांमध्ये भूमिका वठवल्या आहेत. चित्रपटांचे दिग्दर्शन आर. बाल्की यांनी केले आहे.
पुरस्कार
भारताच्या राष्ट्रपतींना 131 वीरता पुरस्कार मंजूर
- सशस्त्र दलाचे सर्वोच्च कमांडर आणि भारताचे राष्ट्रपती राम नाथ कोविंद यांच्या हस्ते सशस्त्र दलाच्या कर्मचार्यांना आणि अर्धसैनिक बलांच्या सदस्यांना 131 वीरता पुरस्कार दिले गेले. त्यात एक किर्ती चक्र, 20 शौर्य चक्र, 3 बार टू सेना मेडल (शौर्य), 93 सेना पदक (शौर्य), 11 नाओ सेन पदक (शौर्य) आणि 3 वायू सेना पदक (शौर्य) यांचा समावेश आहे.
- यावर्षी भारतीय लष्कराच्या राजपूत रेजिमेंट / 44 वी बटालियन राष्ट्रीय रायफल्सच्या ‘सेपोय व्रह्मा पाल सिंग’ (मरणोत्तर) यांना किर्ती चक्र दिला गेला.
- 'ऑपरेशन रक्षक' यासाठी 25 (तीन मरणोत्तर), 'ऑपरेशन राइनो' यासाठी एक (मरणोत्तर) आणि संरक्षण मंत्रालयाकडून मंजूर एक अतिरिक्त नाव यांना विविध लष्करी मोहिमांमध्ये त्यांच्या महत्त्वपूर्ण योगदानासाठी राष्ट्रपतींनी लष्करप्रमुखांना 26 मेन्शन-इन-डिस्पॅच हे पुरस्कार दिले गेले आहेत.
- किर्ती चक्र आणि शौर्य चक्र (1952 सालापासून) हे लष्कराच्या कर्मचार्यांना शांती काळात दाखविलेल्या शौर्यासाठी दिले जाणारे राष्ट्रीय पदक आहेत. महावीर चक्र नंतर किर्ती चक्र आणि शौर्य चक्र हे अनुक्रमे दुसर्या आणि तिसर्या श्रेणीत मोडणारे सन्मान आहेत.
No comments:
Post a Comment