Current Affairs, Gk, Job Alerts, , School Info, Competitive exams ; History , Geography , Maths, History of the day, Biography, PDF, E-book ,

Youtube Channel

  • Videos click here
  • Breaking

    Sports

    Translate

    Friday, April 27, 2018

    प्रेस स्वातंत्र्याच्या बाबतीत भारत 138 क्रमांकावर India’s ranking in press freedom falls to 138 प्रेस की स्वतंत्रता के मामले में भारत 138वें स्थान पर:

    Views

    करेंट अफेयर्स २७ एप्रिल २०१८ 

    हिंदी/ इंग्लिश/मराठी

    प्रेस स्वातंत्र्याच्या बाबतीत भारत 138 क्रमांकावर

    India’s ranking in press freedom falls to 138
    प्रेस की स्वतंत्रता के मामले में भारत 138वें स्थान पर:


    हिंदी

    प्रेस की स्वतंत्रता के मामले में भारत 138वें स्थान पर:
    प्रेस स्वतंत्रता के मामले में भारत की स्थिति 4 साल के सबसे खराब स्तर पर पहुंच गई है। 25 अप्रैल 2018 को दुनिया के 180 देशों के लिए प्रेस फ्रीडम इंडेक्स जारी किया गया। इस इंडेक्स में भारत का 138वां स्थान है।
    इससे पहले भारत की इतनी बुरी रैंकिंग 2013 और 2014 में थी। तब भारत 140 नंबर पर था। 2017 में भारत 136वें पायदान पर पहुंच गया था। पाकिस्तान इस रैंकिंग में भारत से एक पायदान नीचे 139 नंबर पर है। 2017 में भी पाकिस्तान इसी पायदान पर था।
    रिपोर्ट के प्रमुख तथ्य:
    • इंडेक्स में नॉर्वे लगातार दूसरे साल पहले नंबर पर बरकरार है। इससे पहले 2007 से 2012 तक नॉर्वे लगातार शीर्ष पर रहा था। अब तक जारी हुई कुल 16 रैंकिंग में से 11 बार नॉर्वे ही नंबर एक रहा है। ब्रिटेन 40वें और अमेरिका 45वें स्थान पर है।
    • उत्तर कोरिया में प्रेस की आवाज को सबसे ज्यादा दबाया जाता है। चीन इस इंडेक्स में 175वें स्थान पर है।
    • ये रैंकिंग फ्रांस के एक एनजीओ “रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ (आरडब्ल्यूबी) ने जारी की है। आरडब्ल्यूबी पिछले 16 साल से यानी 2002 से प्रेस फ्रीडम इंडेक्स जारी कर रहा है।
    • रिपोर्ट में पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या और मार्च 2018 में 3 पत्रकारों की हत्या का भी जिक्र है।
    • रिपोर्ट में विश्व में मीडिया की कमजोर होती स्थिति के लिए अमेरिका, रूस और चीन को जिम्मेदार ठहराया गया है। अमेरिका चुनाव में रूसी दखल और चीन में मीडिया पर लगी पाबंदियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
    • चीन मीडिया कंट्रोल मॉडल पर चल रहा है। सबसे ज्यादा चिंता वाली बात ये है कि दुनिया के बड़े-बड़े देशों में जो नेता जनता के बीच में से चुनकर आ रहे हैं, वो भी मीडिया को पनपने नहीं देना चाहते।
    भारत की गिरती रैंकिंग के प्रमुख कारण:
    रिपोर्ट के अनुसार, भारत की इस गिरती रैंकिंग के लिए घृणा अपराध भी एक बड़ा कारण है। जब से नरेंद्र मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बने हैं, चरमपंथी पत्रकारों से बहुत हिंसक तरीके से पेश आ रहे हैं।
    आरएसएफ ने इसके लिए पत्रकार और कार्यकर्ता गौरी लंकेश का उदाहरण दिया, जिनकी पिछले साल सितंबर में हत्या कर दी गई थी। भारत की गिरती रैंकिंग के लिए पत्रकारों के खिलाफ होने वाली हिंसा बहुत हद तक जिम्मेदार है।
    उनके काम के चलते कम से कम तीन पत्रकारों को मौत के घाट उतार दिया गया। ज्यादातर मामलों में अस्पष्ट स्थितियों में उनकी मौत हुई और अक्सर ऐसे मामले ग्रामीण इलाकों में देखने को मिलते हैं जहां संवाददाताओं को बहुत कम मेहनताना मिलता है।



    इंग्लिश

    India’s ranking in press freedom falls to 138
    India’s ranking has dropped two spots to 138 among 180 countries in the World Press Freedom Index (WPFI) released by Reporter without Borders – a non-government organization. Norway has topped the list for second consecutive year.
    WPFI is created on mainly following criteria:
    • Level of pluralism,
    • Media independence,
    • The environment and self-censorship,
    • The legal framework,
    • Transparency,
    • Quality of the infrastructure that supports the production of news and information.
    Highlights of the report:
    • The USA has also dropped two spots from 43 to 45.
    • India has dropped back from 136 to 138. Last year, Gauri Lankesh a famous journalist was killed and other incidents continue to undermine the true nature of freedom of journalism.
    • Nordic countries have traditionally remained in the top spot and this year also they have remained at the top.
    • Russia ranked at 148 and China among the last four at 176. Both countries have heavily controlled media.
    • West Asian countries' struggle with war-reporting continues. The ongoing wars in Syria (117) and Yemen (down one at 167) and the terrorism charges still being used in Egypt (161), Saudi Arabia (down one at 169) and Bahrain (down two at 166) continue to make West Asia the most difficult and dangerous region for journalists to operate in.






    मराठी

    प्रेस स्वातंत्र्याच्या बाबतीत भारत 138 क्रमांकावर

    प्रेस (वृत्त) याच्या स्वातंत्र्याच्या बाबतीत तयार केल्या जाणार्‍या ‘प्रेस फ्रीडम इंडेक्स’ या 180 देशांच्या क्रमवारीत भारत दोन स्थानांनी खाली घसरत 138 व्या क्रमांकावर आले आहे.
    रिपोर्टर्स विदआउट बॉर्डर्स (RSF) या संस्थेच्या अहवालानुसार, पत्रकारांच्या विरोधात होणारी हिंसा आणि गुन्हे तसेच द्वेषयुक्त भाष्य हे यासाठी जबाबदार धरले जात आहे.
    ठळक बाबी
    • नॉर्वे सलग दुसर्‍यांदा या यादीत अग्रस्थानी आहे. यापूर्वी सन 2007-2012 या काळात नॉर्वे पहिल्या क्रमांकावर होता. आतापर्यंत प्रसिद्ध करण्यात आलेल्या एकूण 16 यादींमध्ये अकरावेळा नॉर्वे पहिल्या क्रमांकावर राहिलेला आहे.
    • भारताचा शेजारी देश पाकिस्तान या क्रमवारीत 139 व्या क्रमांकावर आहे. ब्रिटन 40 व्या तर अमेरिका 45 व्या आणि चीन 175 व्या क्रमांकावर आहे.
    • उत्तर कोरियात प्रेसवर सर्वाधिक निर्बंध लादले जातात. त्याआधी येणार्‍या देशांमध्ये इरिट्रिया, तुर्कमेनिस्तान, सीरिया यांचा समावेश आहे.
    • नव्या तंत्रज्ञानाच्या प्रचंड वापरामुळे चीनमध्ये सेन्सॉरशिप आणि पाळत ठेवण्याची प्रक्रिया अभूतपूर्व पातळीवर पोहचलेली आहे. परदेशी पत्रकारांना हे काम करणे कठिण वाटू लागले आहे आणि सामान्य नागरिकांना सामाजिक माध्यमांवर किंवा खाजगी चॅट दरम्यान आपत्तीजन्य सामग्री सामायिक करण्यासाठी कारावासाची शिक्षा होऊ शकते.




    No comments:

    Post a Comment