इवनिंग न्यूज़ ७ फरवरी २०१८ हिंदी/ इंग्लिश/मराठी
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स्टॉर्ट-अप इंडिया रैंकिंग के लिये फ्रेमवर्क जारी:
- स्टॉर्ट-अप की रैंकिंग करने लिये केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने 6 फरवरी 2018 को नयी दिल्ली में राज्यों एवं संघीय क्षेत्रों के लिये तीन मानक जारी किये। ये मानक हैं - राज्य एवं संघीय क्षेत्र के लिये स्टॉर्ट अप रैंकिंग फ्रेमवर्क, भारत में स्टॉर्ट अप को प्रोत्साहित करने के लिये श्रेष्ठ तरीकों का संग्रह एवं स्टॉर्ट अप इंडिया किट।
- राज्यों एवं संघ क्षेत्रों के लिये स्टॉर्ट अप रैंकिंग फ्रेमवर्क तैयार करने का प्रमुख उद्देश्य स्थानीय स्तर पर अनुकूल वातावरण तैयार करने के लिये राज्यों एवं संघ क्षेत्रों को प्रोत्साहित करना है। ये फ्रेमवर्क स्थानीय स्तर पर स्टॉर्ट अप के लिये एक प्रभावी वातावरण बनाने के लिये उठाये प्रत्येक कदम के असर को मापेगा। रैंकिंग फ्रेमवर्क श्रेष्ठ प्रक्रियाओं के सतत प्रसार के जरिये लगातार सीखने को संभव बनायेगा।
- स्टॉर्ट अप इंडिया की आदर्श कार्यप्रणाली के संग्रह को आधिकारिक तौर पर जारी करने का ध्येय स्टॉर्ट अप को नैतिक आचरण के लिये प्रोत्साहित करना है और अभी 18 राज्य और संघ क्षेत्र इसका पालन कर रहे हैं। इसमें 7 हस्तक्षेप करने लायक क्षेत्रों की 95 आदर्श प्रणालियां शामिल हैं।
- इन्हें 38 पालन किये जाने वाले बिंदुओं में संग्रहीत किया गया है जिसमें इन्क्यूबेशन सपोर्ट, सीड फंडिंग, एंजेल एवं वेंचर फंडिंग, स्टॉर्ट अप नीति, सरल नियम, सरकार में सरल खरीद, जागरूकता एवं संबंधित पक्षों तक पहुंच बनाना शामिल हैं।
- कर्नाटक राज्य में भारत सरकार के सहयोग से मुख्यमंत्री अनिला भाग्य योजना लागू की जा रही है। कर्नाटक सरकार ने एमएमएबीवाई कार्यक्रम की मंजूरी के लिए मंत्रालय से अनुरोध किया था।
- मंत्रालय ने राज्य सरकार को सलाह देते हुए कहा था कि वह इसे पीएमयूआई के पूरक कार्यक्रम के रूप में लागू करे और तेल विपणन कंपनियों के सहयोग से प्रक्रिया का पालन करे जैसा कि छत्तीसगढ़, झारखंड, असम, पंजाब और हरियाणा राज्यों में किया जा रहा है।
- निर्देशों का पालन करने के स्थान पर कर्नाटक सरकार, एकतरफा निर्णय लेते हुए विपणन केन्दों के माध्यम से योजना को लागू करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। इस प्रक्रिया में तेल विपणन कंपनियों को सहयोगी नहीं बनाया गया है। इस प्रणाली से बड़े पैमाने पर अराजकता फैलने तथा कार्यान्वयन संबंधी समस्याओं के पैदा होने की समस्या है।
- केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री तथा कनार्टक सरकार के खाद्य व आपूति मंत्री के बीच हुई बैठक में जो प्रतिबद्धता जाहिर की गई थी, राज्य सरकार उससे भी पीछे हट गई है। अत: यह स्पष्ट किया जाता है कि एमएमएबीवाई का वर्तमान स्वरूप तय मानकों के अनुरूप नहीं है और इसे केन्द्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय की सहमति प्राप्त नहीं है।
- रेल मंत्रालय और आयुष मंत्रालय ने बी.आर. सिंह अस्पताल, पूर्वी रेलवे, पेरंबूर रेलवे अस्पताल, दक्षिण रेलवे, उत्तर रेलवे के केंद्रीय अस्पताल, पश्चिम रेलवे के जे. आर. अस्पताल एवं उत्तर-पूर्वी सीमांत रेलवे के केंद्रीय अस्पताल में आयुष सुविधाओं को बढ़ावा देने का निर्णय किया है।
- इसके लिए नई दिल्ली में रेल मंत्रालय एवं आयुष मंत्रालय के बीच एक सहमति पत्र पर दस्तखत किये गये जिसके तहत रेलवे के नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नै एवं गुवाहाटी क्षेत्रीय अस्पतालों में आयुष सेवाओं को बढ़ावा दिया जायेगा।
- सहमति पत्र की शर्तों के अनुसार रेल मंत्रालय सहमति पत्र के दिशा-निर्देशों के अनुसार बुनियादी ढांचे एवं परिवहन की सुविधायें उपलब्ध करवायेगा जिसमें भूमि एवं भवन, उपकरण, फर्नीचर, आयुष प्रणाली की दवाइयां और कर्मी उपलब्ध करवाना शामिल है। साथ ही मंत्रालय नये भर्ती होने वाले आयुष प्रणाली के चिकित्सकों एवं सह-कर्मियों को प्रशिक्षण उपलब्ध करायेगा।
- आयुष मंत्रालय अपनी ओर से पांच चिन्हित रेलवे अस्पतालों में आयुष प्रणाली के प्रयोग के लिये आवश्यक तकनीकी जानकारी मुहैया करायेगा। आयुष मंत्रालय औषधि विज्ञान, दवाइयों के भण्डारण, अस्पतालों के लिये योजना बनाने से संबंधित तकनीकी जानकारी उपलब्ध करायेगा।
- भारत ने ओडिशा अपतटीय क्षेत्र से परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम स्वदेश निर्मित अग्नि -1 बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। भारतीय सेना के सामरिक बल कमांड ने बालासोर स्थित अब्दुल कलाम द्वीप से इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (आईटीआर) के लॉन्च पैड-4 से 700 किलोमीटर दूरी की मारक क्षमता वाली मिसाइल का परीक्षण किया।
- मिसाइल के प्रक्षेपण से लेकर उसके पूर्ण सटीकता के साथ अपने लक्षित क्षेत्र में पहुंचने तक परीक्षण के प्रक्षेप पथ पर अत्याधुनिक रडारों, टेलीमेट्री अवलोकन स्टेशनों, इलेक्ट्रो- ऑप्टिक उपकरणों और नौसेना के पोतों से नजर रखी गई।
- अग्नि-एक को एडवांस्ड सिस्टम्स लैबोरेटरी (एएसएल) ने रक्षा अनुसंधान विकास प्रयोगशाला (डीआरडीएल) और अनुसंधान केंद्र इमारत (आरसीआई) के सहयोग से विकसित किया है। मिसाइल को भारत डायनामिक्स लिमिटेड, हैदराबाद ने समेकित किया है। एएसएल मिसाइल विकसित करने वाली डीआरडीओ की प्रमुख प्रयोगशाला है।
- अमेरिकी कंपनी स्पेसएक्स ने मंगल ग्रह की ओर दुनिया का सबसे शक्तिशाली रॉकेट लॉन्च किया है। फॉल्कन हेवी नामक इस रॉकेट ने फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर स्थित नासा के लॉचिंग पैड से उड़ान भरी।
- इस रॉकेट के साथ एलन मस्क की पुरानी टेस्ला स्पोर्ट्स कार को भेजा गया है, जिसकी ड्राइविंग सीट पर स्पेस सूट पहने व्यक्ति का पुतला रखा हुआ है। करीब 63.8 टन वजन का यह रॉकेट दो स्पेस शटल के वजन के बराबर है। इसमें 27 मर्लिन इंजन लगे हैं और इसकी लम्बाई 230 फुट है। इसी स्पेस सेंटर से सबसे पहले 'मून मिशन' की भी शुरुआत की गई थी।
- यह रॉकेट सेटरन 5 के बाद सबसे ज्यादा लोड लेकर जाने वाला रॉकेट होगा। ऐसा पहली बार है कि किसी प्राइवेट कंपनी ने बिना किसी सरकारी मदद के इतना बड़ा रॉकेट बना दिया।
- प्रसिद्ध कथकली कलाकार और पद्मभूषण प्राप्तकर्ता, मादावूर वासुदेवन नायर का मंच पर प्रदर्शन के दौरान निधन हो गया।
- इनकी आयु 88 वर्ष थी। वह महाकाव्य 'रामायण' के पौराणिक चरित्र रावण का मंचन कर रहे थे। नायर को वर्ष 1997 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार भी मिला था।
- बहुभाषी पद्यावली अमरावती पोयटिक प्रिज्म को कोलकाता बुक मेले में लॉन्च किया गया है। यह 948 कविताओं का 85 भाषओं में अनुवाद सहित एक अनूठा बहुभाषी संकलन (पद्यावली) है जिसको हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय कोलकाता बुक मेले (आईकेबीएफ) में पहली बार लॉन्च किया गया है।
- 67 देशों के पांच सौ कवियों ने विजयवाड़ा स्थित संगठन द्वारा प्रकाशित अमरावती पोयटिक प्रिज्म, 2017 नामक संकलन के लिए योगदान दिया है। यह पहली बार सितंबर 2015 में प्रकाशित हुआ था।
- वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने प्रवासी भारतीय केंद्र, दिल्ली में राज्यों और संघ शासित प्रदेशों को स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र पर रैंकिंग देने की प्रणाली या टूल पेश किया है। स्टार्टअप उद्यमियों को प्रोत्साहन देने के लिए राज्यों द्वारा किए गए उपायों के आधार पर उन्हें रैंकिंग दी जाएगी।
- वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि राज्य और संघ शासित प्रदेश स्टार्टअप रैंकिंग रूपरेखा और स्टार्टअप इंडिया किट से स्टार्टअप अभियान को बढ़ाया जा सकेगा।
- मंत्रालय ने कहा कि यह स्टार्टअप इंडिया पहल में मदद करेगा और इससे देश की आर्थिक वृद्धि को भी प्रोत्साहन मिलेगा। मंत्रालय ने कहा कि स्टार्ट अप राज्य एवं संघ शासित प्रदेश रूपरेखा से राज्यों को स्थानीय स्तरपर स्टार्ट पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने का प्रोत्साहन मिलेगा।
- रैंकिंग रूपरेखा में स्थानीय स्तर पर उठाए गए प्रत्येक कदम का आकलन किया जाएगा। बयान में कहा गया है कि भारत में करीब 20,000 स्टार्टअप हैं और हर साल 1,400 स्टार्टअप परिचालन शुरू करते हैं।
- केंद्र सरकार चौथी अखिल भारतीय बाघ गणना के लिए उच्च स्तर की डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल करेगी और इस काम के लिए 15 हजार से अधिक स्थानों पर कैमरे लगाये जाने की संभावना है। भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) ने कहा कि पूर्वोत्तर में बाघों की संख्या की गिनती किये जाने के लिए सभी प्रयास किये जायेंगे।
- भारत प्रत्येक चार वर्षों में राष्ट्रीय स्तर पर बाघों की गणना करता है और पिछली गणना वर्ष 2014 में पूरी हुई थी जिसमें देश में बाघों की संख्या 2,226 थीं। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने कहा कि गणना के बारे में विस्तृत जानकारियों को साझा किये जाने के लिए केन्द्र सरकार लगभग 10.22 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
- आकडों को इकट्टा करने का पहला चरण पहली बार मोबाइल एप्लीकेशन आधारित एंड्राइड मोबाइल के जरिये किया जायेगा। देहरादून आधारित डब्ल्यूआईआई एनटीसीए के निर्देश पर बाघों की गणना करता है और इसके लिए राज्य के वन विभाग और सामाजिक संस्थाओं का सहयोग लिया जाता है। वर्ष 2006 में बाघों की संख्या 1,411 थीं जबकि वर्ष 2010 में यह संख्या 1,706 थीं।
- वैज्ञानिकों ने पाया है कि एक जीवाणु (बैक्टीरिया) "क्यूप्रिएविदस मैटालीडुरेंस" विषाक्त धातु के यौगिकों को निगलकर/ खाकर साइड इफेक्ट के रूप में सोने के छोटे अंशों का निर्माण करता है। शोधकर्ताओं ने कहा कि भारी धातुओं जैसे तांबे और सोने की उच्च सांद्रता, अधिकांश जीवित प्राणियों के लिए विषाक्त है।
- इस शोध के परिणाम पत्रिका मेटालॉमिक्स में प्रकाशित हुए हैं। जर्मनी में मार्टिन लूथर विश्वविद्यालय के हाले-विटनबर्ग (एमएलयू) और म्यूनिख की तकनीकी विश्वविद्यालय (टीयूएम) के शोधकर्ताओं की एक टीम ने जीवाणुओं के अंदर होने वाली आणविक प्रक्रियाओं की खोज की है। यह विषाक्त सोने के कणों को हानिरहित सोने के कणों को बदलता है।
इंग्लिश
States’ ranking on Startup initiatives launched
⦁ Three new tools for States and Union Territories for ranking of startups in the country launched by Union Minister of Commerce and Industry at a function in New Delhi.
⦁ The tools are: the State and Union Territory Startup Ranking Framework, the Compendium of Good Practices for Promoting Startups in India and the Startup India Kit.
⦁ These will act as catalysts to help the Startup India initiative to drive India’s economic growth.
Startupindia Ranking Framework launched
⦁ India is home to about 20,000 startups, with about 1,400 beginning operations every year. They are not only driving economic growth but also leading to technological innovations and employment generation in every state.
⦁ To encourage and help statrups the Govt of India has taken the lead in creating policies and a framework. !8 States and UTs have a startup focussed environment with ease of doing business for startups.
⦁ Aim: The key objective of the Startup States and UTs Ranking Framework is to encourage States and UTs to take proactive steps towards strengthening the Startup ecosystems at the local level. The Ranking Framework will measure the impact of each step initiated at the local level for building a strong Startup ecosystem.
Mukhya Mantri Anila Bhagya Yojane in news
⦁ It has come to the notice of the Union Ministryof Petroleum & Natural Gas through the advertisement of the Government of Karnataka in Times of India, wherein it has been published that Mukhya Mantri Anila Bhagya Yojane (MMABY) is being implemented in the State of Karnataka in collaboration with Govt. of India.
⦁ Union Ministry of Petroleum & Natural Gas through number of communications from time to time has requested the State Government to implement the Scheme through OMCs only.
⦁ Instead of following the same, the Govt. of Karnataka is unilaterally going ahead with implementation of MMABY directly through distributors network without involving OMCs. This system may lead to large scale chaos and implementation issues in the field.
⦁ It is clarified that current format of MMABY not being in line with established procedure and hence is not having concurrence of Ministry of Petroleum and Natural Gas.
Ministry of Railways signs MoU with Ministry of Ayush
⦁ Ministry of Railways signs MoU with Ministry of Ayush to augment Ayush services in Railway hospitals. The MoU was signed in New Delhi to augment the AYUSH system services in its zonal hospitals at New Delhi, Mumbai, Kolkata, Chennai and Guwahati.
⦁ Under the terms of the MoU signed, Ministry of Railways will arrange for providing logistics and infrastructure in the form of Land & building, Equipments, Furniture, AYUSH medicines and consumables as well as Manpower as per its guidelines.
⦁ The cooperation of the Railway Ministry and the Ayush Ministry would go a long way in propagating the age-old benefits of traditional systems of medicine.
All-India Tiger Estimation 2018 to be Hi-Tech
⦁ Tiger Estimation Exercise: The Tiger Estimation exercise is the world’s largest wildlife survey effort in terms of coverage, intensity of sampling and quantum of camera trapping. An amount of Rs. 10.22 crore will be invested by the Government in the fourth cycle of All India Tiger Estimation.
⦁ The All-India Tiger Estimation, 2018 exercise promises not just to be hi-tech, but will also be far more accurate and precise than ever before.
⦁ A robust Phase IV monitoring protocol is in place to assess tigers annually, which has been archived in a National Repository of Camera Trap photograph of tigers. It helps Field Directors to have prior knowledge about resident tigers. This process is complemented by the quadrennial All India Tiger Estimation. India conducts the All India Tiger Estimation every four years.
⦁ The Government and NTCA have also carried out an economic valuation of tigers in mitigating the adverse impact of climate change. Such interventions and processes have been operationalised through a legally mandated Tiger Conservation Plan to ensure that it is institutionalized.
India successfully test-fires nuclear capable Agni-1 missile
⦁ An indigenously developed short-range nuclear capable ballistic Agni-1 was successfully test-fired at 8:30 am on 6 February 2018, from a mobile launcher at Pad 4 of the Integrated Test Range at Odisha's Dr Abdul Kalam Island.
⦁ It was 18th version of Agni-I, which could achieve all parameters within the stipulated time period. The Defence Research and Development Organization (DRDO) had successfully tested country's longest indigenously developed nuclear missile Agni-V on January 18 last month.
SpaceX poised to launch 'world's most powerful rocket'
⦁ SpaceX is poised for the first test launch on 6 February 2018, of its Falcon Heavy, which aims to become the world's most powerful rocket in operation, capable of reaching the Moon or Mars some day.
⦁ SpaceX's Falcon Heavy is carrying CEO Elon Musk's cherry red Tesla roadster to an orbit near Mars. The 23-story tall Falcon Heavy was launched from the same site used by NASA's towering Saturn 5 rockets to carry Apollo missions to the moon more than 40 years ago.
⦁ The successful test launch marked a key turning point in Musk's privately owned Space Exploration Technologies, which stands to gain a new edge over the handful of rivals vying for lucrative contracts with NASA, satellite companies and the US military.
⦁ Features: Propelled by 27 rocket engines, the Falcon Heavy packs more than 5 million pounds of thrust at launch, roughly three times the force of the Falcon 9 booster that until now has been the workhorse of the SpaceX fleet.
Kathakali maestro Madavoor Vasudevan Nair passes away
⦁ Kathakali maestro Madavoor Vasudevan Nair collapsed on stage and died while performing at Agasthyacodu Mahadeva Temple, Anchal on 6 February 2018. He was 89.
⦁ Madavoor Vasudevan Nair : He was a recipient of several awards, including Padma Bhushan, he was the follower of the Kaplingattu School, the particular style of south Kerala.
⦁ He had also worked as a faculty in the Thekkan Kalari (Southern school of Kathakali) of Kerala Kalamandalam and was the principal of Kalabharathi performing art institute.
Scientists discover bacteria that turns toxic metals into gold
⦁ A metal-gobbling bacteria manages to ingest toxic metallic compounds and still thrive, producing tiny gold nuggets as a side-effect, scientists have found. High concentrations of heavy metals, like copper and gold, are toxic for most living creatures.
⦁ However, that is not the case for the bacterium C metallidurans, found in soils enriched with heavy metals, which has found a way to extract valuable trace elements from a compound of heavy metals without poisoning itself.
⦁ The bacteria produces tiny gold nuggets as a side-effect. It transforms toxic gold particles into harmless gold particles.
Multilingual anthology Amaravati Poetic Prism launched
⦁ A unique multilingual anthology of 948 poems — including translations — in 85 languages was recently launched at the International Kolkata Book Fair (IKBF) for the first time.
⦁ Five hundred poets from 67 countries have contributed to the anthology titled Amaravati Poetic Prism, 2017 published by a Vijaywada-based organisation.
⦁ Objective: The objective of launching the Amaravati Poetic Prism at the IKBF is to ensure that more people know about the anthology so that we have more poets contributing to it.
⦁ The anthology not only comprises works by renowned Indian poets such as the Padma Vibhushan and Jnanpith awardee Sitakant Mahapatra who writes in Odia and English but also eminent poets from other countries.
मराठी
राज्यांच्या 'स्टार्टअप मानांकन 2018' कार्यक्रमाची सुरुवात
स्टार्टअप इंडिया मानांकन संबंधी शिष्टाचाराचे अनावरण
कर्नाटकात ‘मुख्यमंत्री अनिला भाग्य योजना’ सुरू होणार
रेल्वे मंत्रालयाचा आयुष मंत्रालयासोबत सामंजस्य करार
उच्च तंत्रज्ञानाच्या सहाय्याने ‘अखिल भारतीय व्याघ्र मोजणी 2018’ होणार
भारताच्या ‘अग्नी-1’ क्षेपणास्त्राची यशस्वी चाचणी
स्पेसएक्स कडून जगातील सर्वात शक्तिशाली अग्निबाण प्रक्षेपित
कथकली नर्तक माधव वासुदेवन नायर यांचे निधन
विषारी धातूपदार्थाला सोन्यामध्ये बदलणार्या जीवाणूचा शोध लागला
‘अमरावती पोयटीक प्रिजम, 2017’ या बहुभाषिक कवितासंग्रहाचे अनावरण
- 6 फेब्रुवारी 2018 रोजी नवी दिल्लीत राज्यांच्या 'स्टार्टअप मानांकन 2018' या कार्यक्रमाची सुरुवात करण्यात आली आहे.
- स्टार्टअप पुढाकारांतर्गत राज्यांनी केलेल्या प्रगतीचा आढावा घेण्यासाठी हा उपक्रम राबवला जात आहे. भारत सरकारच्या औद्योगिक धोरण व जाहिरात विभागाकडून हा उपक्रम चालविला जाणार आहे.
स्टार्टअप इंडिया मानांकन संबंधी शिष्टाचाराचे अनावरण
- केंद्रीय वाणिज्य आणि उद्योग मंत्री सुरेश प्रभू यांच्या हस्ते देशात स्टार्टअपच्या मानांकनासाठी राज्ये आणि केंद्रशासित प्रदेशांसाठी तीन नवीन साधनांचा शुभारंभ करण्यात आला आहे. हे आहेत – (i) राज्य व केंद्रशासित प्रदेश स्टार्टअप मानांकन (ii) भारतामधील स्टार्टअपना प्रोत्साहन देण्यासाठी सर्वोत्तम पद्धतींचा संग्रह आणि (iii) स्टार्टअप इंडिया किट.
- देशातील 18 राज्य व केंद्रशासित प्रदेशांमधील स्टार्टअप मानांकन संबंधी शिष्टाचार हे स्टॉर्टअप संदर्भात वातावरणात गुंतलेल्या भागधारकांपासून मिळालेल्या माहितीच्या आधारावर तयार केले गेले आहे. भागधारकांमध्ये स्टॉर्टअप, मार्गदर्शक, गुंतवणूकदार, मदत करणारे, प्रारंभीक मदतनीस आणि शासकीय संस्था यांचा समावेश आहे. मूल्यमापनाच्या घटकात मार्च 2018 पर्यंत राज्यांद्वारा उचलली गेलेली पावले आणि सुरू केले गेलेले पुढाकार याबाबतीत प्राप्त माहितीवर केंद्रित असणार आहे. स्टॉर्टअप इंडिया किट स्टॉर्टअप संबंधी संपूर्ण माहिती एकाच जागी उपलब्ध करून देते. स्टॉर्टअपला मिळणार्या सर्व लाभांसंबंधी माहिती या किटमध्ये आहे.
- देशात 20000 स्टार्टअप असून दरवर्षी 1400 उपक्रम सुरू होत आहेत. यांची रोजगार निर्मितीत आणि तंत्रज्ञान आधारित अभिनवता यामध्ये मदत होते. त्यांना प्रोत्साहन देण्यासाठी केंद्र शासन धोरण आखत आहे.
- भारत सरकारने जानेवारी 2016 मध्ये ‘स्टार्टअप इंडिया अॅक्शन प्लान’ चे अनावरण केले. ज्याचा भर - इज ऑफ डूइंग बिजनेससाठी धोरणामध्ये बदल; इनक्युबेटर (प्रारंभिक उपक्रम) यासाठी सवलती; स्टार्टअप आणि शैक्षणिक हस्तक्षेप, या तीन विषयांवर आहे.
कर्नाटकात ‘मुख्यमंत्री अनिला भाग्य योजना’ सुरू होणार
- कर्नाटक राज्य शासन राज्यात ‘मुख्यमंत्री अनिला भाग्य योजना (MMABY)’ राबविण्याच्या मार्गावर आहे.
- ‘मुख्यमंत्री अनिला भाग्य योजना (MMABY)’ दारिद्र्यरेषेखालील कुटुंबांना मोफत LPG जोडणी देण्याकरिता सुरू करण्यात येत आहे. मात्र या योजनेत भारत सरकारच्या केंद्रीय पेट्रोलियम व नैसर्गिक वायू मंत्रालयाची कोणतीही भूमिका नाही.
रेल्वे मंत्रालयाचा आयुष मंत्रालयासोबत सामंजस्य करार
- रेल्वेच्या नवी दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई आणि गुवाहाटी क्षेत्रीय रुग्णालयांमध्ये आयुष (आयुर्वेद, योग आणि निसर्गोपचार, युनानी, सिद्ध आणि होमिओपॅथी) सुविधांना प्रोत्साहन देण्यासाठी रेल्वे मंत्रालयाचा आयुष मंत्रालयासोबत सामंजस्य करार झाला आहे.
- करारांतर्गत बी. आर. सिंह रुग्णालय, पूर्व रेल्वे, पेरंबूर रेल्वे रुग्णालय, दक्षिण रेल्वे, उत्तर रेल्वेचे केंद्रीय रुग्णालय, पश्चिम रेल्वेचे जे. आर. रुग्णालय आणि उत्तर-पूर्व सीमांत रेल्वेचे केंद्रीय रुग्णालय या ठिकाणी आयुष सुविधा उभारली जाणार.
- वर्तमानात भारतीय रेल्वे स्थापना संचालनालयाच्या कार्मिक कल्याण कोषमधून 126 होमिओपॅथी आणि 40 आयुर्वेदिक वैद्यकीय केंद्र चालवीत आहे.
- आयुष मंत्रालय ही आयुर्वेद, योग आणि निसर्गोपचार, युनानी, सिद्ध आणि होमिओपॅथी, सोवा-रिग्पा (पारंपारिक तिबेटी औषध) आणि इतर स्वदेशी औषध प्रणाली इत्यादी क्षेत्रांमध्ये विकास, शिक्षण आणि संशोधन करण्याच्या उद्देशाने भारतामधील एक सरकारी संस्था आहे. मार्च 1995 मध्ये भारतीय औषधी व होमिओपॅथी प्रणाली म्हणून हे विभाग तयार करण्यात आले. 9 नोव्हेंबर 2014 पासून याला AYUSH मंत्रालय म्हणून ओळखले जाऊ लागले.
उच्च तंत्रज्ञानाच्या सहाय्याने ‘अखिल भारतीय व्याघ्र मोजणी 2018’ होणार
- भारत सरकारकडून देशात चौथी ‘अखिल भारतीय व्याघ्र मोजणी-2018’ उपक्रम राबविण्यासाठी डिजिटल तंत्रज्ञानाचा वापर करणार आहे आणि यासाठी सुमारे 15 हजारांहून अधिक ठिकाणी कॅमेरे लावण्यात येणार आहे.
- मोजणी करण्यासाठी मोबाइल अनुप्रयोग आणि M-STrIPES (मॉनिटरिंग सिस्टम फॉर टायगर्स- इंटेन्सिव प्रोटेक्शन अँड इकोलॉंजी स्टेटस) तंत्रज्ञानाचा वापर करण्यात येणार आहे. या उपक्रमाला 10.22 कोटी रुपये खर्च केल्या जाणार आहे.
- देहरादून मधील भारतीय वन्यजीव संस्था (WII) कडून भारतात दर चार वर्षांमध्ये एकदा राष्ट्रीय पातळीवर वाघांची मोजणी केली जाते. WII राष्ट्रीय व्याघ्र संवर्धन प्राधिकरण (NTCA) च्या निर्देशावरून वाघांची मोजणी करते आणि यासाठी राज्याच्या वन विभाग आणि सामाजिक संस्थांची मदत घेतली जाते. वन्यजीव (संरक्षण) कायदा-1972 अंतर्गत हा कार्यक्रम आहे.
- वर्ष 2014 मध्ये झालेल्या मोजणीमध्ये देशात वाघांची संख्या 2,226 इतकी होती. त्याआधी ही संख्या वर्ष 2006 मध्ये 1411, वर्ष 2010 मध्ये 1,706 इतकी होती.
भारताच्या ‘अग्नी-1’ क्षेपणास्त्राची यशस्वी चाचणी
- भारताने 6 फेब्रुवारीला आण्विक युद्धसामुग्री वाहून नेण्यास सक्षम ‘अग्नी-1’ क्षेपणास्त्राची यशस्वी चाचणी घेतली आहे.
- ‘अग्नी-1’ हा सुमारे 12 टन वजनी 15 मीटर लांबीचा क्षेपणास्त्र आहे. या क्षेपणास्त्राचा विकास संरक्षण संशोधन विकास प्रयोगशाळा (DRDL) आणि संशोधन केंद्र इमारत (RCI) यांच्या सहकार्याने DRDO च्या प्रगत प्रणाली प्रयोगशाळा (ASL) ने केला आहे.
- ‘अग्नी’ क्षेपणास्त्र भारताच्या प्रमुख क्षेपणास्त्रांपैकी एक आहे. हे क्षेपणास्त्र मध्यम अंतर श्रेणीतील आहे. हे जमिनीवरून जमिनीवर मारा करणारे क्षेपणास्त्र आहे. याची मारा क्षमता 1500 किलोमीटरपर्यंत आहे. हे 1000 किलो वजनी युद्धसामुग्री वाहून नेण्यास सक्षम आहे.
स्पेसएक्स कडून जगातील सर्वात शक्तिशाली अग्निबाण प्रक्षेपित
- 7 फेब्रुवारी 2018 रोजी अमेरिकेतील फ्लोरिडाच्या केनेडी अंतराळ केंद्रावरून जगातील सर्वात शक्तिशाली अग्निबाण प्रक्षेपित करण्यात आला आहे.
- अमेरिकेची कंपनी स्पेसएक्स द्वारा निर्मित हा अग्निबाण 40 फूट रुंद आणि 230 फूट लांबीचा आहे. यामध्ये 27 इंजीन बसविलेले आहेत. याला ‘फॉल्कन 9’ नामक 3 अग्निबाणाच्या मदतीने बनविलेले आहे.
- स्पेसएक्स ‘फॉल्कन हेवी’ ला अंतराळात पाठविण्याची तयारी करीत आहे. फॉल्कन हेवीच्या मदतीने अंतराळवीरांना चंद्र वा मंगळाकडे प्रवास करण्यास पाठवले जाऊ शकणार. ‘फॉल्कन हेवी’ सध्या NASA च्या ‘डेल्टा-4 हेवी’ प्रक्षेपकाच्या दुप्पट वजन वाहून नेण्यास सक्षम आहे.
कथकली नर्तक माधव वासुदेवन नायर यांचे निधन
- कथकली नृत्यप्रकारासाठी प्रसिद्ध माधव वासुदेवन नायर यांचे एका कार्यक्रमात कलाप्रदर्शनादरम्यान मंचावरच कोसळून निधन झाले. ते 89 वर्षांचे होते.
- माधव वासुदेवन नायर हे कथकली नृत्यप्रकारासाठी ओळखले जात होते. ते दक्षिण केरळच्या विशिष्ट शैलीचे कापलिंगट्टू शाळेचे अनुयायी होते. ते पद्मभूषण सन्मान विजेते होते.
विषारी धातूपदार्थाला सोन्यामध्ये बदलणार्या जीवाणूचा शोध लागला
- शास्त्रज्ञांच्या एका अभ्यासात असे आढळून आले आहे की, एक धातूपदार्थ खाणारा ‘सी मेटॅलिड्यूरन्स’ जीवाणू विषारी धातूपदार्थाच्या संयुगाचे सेवन करून पचनादरम्यान दुष्परिणाम म्हणून सोन्याचे कण मागे सोडतात.
- जर्मनीतील मार्टिन ल्यूथर युनिव्हर्सिटी हेल-विट्टेनबर्ग (MLU) आणि टेक्निकल यूनिवर्सिटी ऑफ म्युनिक (TUM) मधील संशोधकांच्या चमूने या जीवाणूंच्या आत होणारी अणू-प्रक्रिया शोधून काढली आहे. या प्रक्रियेत विषारी सोन्याचे कण निरुपद्रवी सोन्याच्या कणामध्ये रुपांतरीत होते.
- तांबे आणि सोने यांसारख्या जड धातूंचे उच्च प्रमाण जिवंत प्राण्यांच्या जीवासाठी विषारी असतात. मात्र, ‘सी मेटॅलिड्यूरन्स’ या जीवाणूच्या बाबतीत असे नाही. हे जीवाणू जड धातूने समृद्ध मातीत आढळतात.
‘अमरावती पोयटीक प्रिजम, 2017’ या बहुभाषिक कवितासंग्रहाचे अनावरण
- 85 भाषांमध्ये अनुवाद केलेल्या 948 कवितांच्या बहुभाषिक संग्रहाचे ‘आंतरराष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेळावा (IKBF) मध्ये अनावरण करण्यात आले आहे.
- या कवितासंग्रहाला ‘अमरावती पोयटीक प्रिजम,2017’ असे शीर्षक देण्यात आले आहे. यामध्ये 67 देशांतील पाचशे कवींच्या 948 कविता छापलेल्या आहेत.
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