भारत ने सिंधु जलसंधि पर पाकिस्तान की आपत्तियों को खारिज किया
भारत ने चेनाब नदी पर अपनी दो पनबिजली परियोजनाओं के बारे में पाकिस्तान की आपत्तियों को खारिज कर दिया है. सिंधु जलसंधि पर पाकिस्तान के साथ उच्चस्तरीय द्विपक्षीय बातचीत पूरी होने पर यह बात कही गई. यह दो दिवसीय बातचीत थी.India rejects Pakistan's objections on Indus waters.
India has rejected Pakistan's objections to its two hydro projects on Chenab river. This was said when the high level bilateral talks with Pakistan on the Indus waters was completed. It was a two-day conversation.इमरान खान प्रधानमंत्री बनने के बाद दोनों देशों के बीच यह पहली आधिकारिक बातचीत थी. बातचीत पूरी होने के बाद, पाकिस्तान के सिंधु जल आयुक्त सैयद मेहर अली शाह ने कहा कि इस मुद्दे पर कोई ब्योरा और कोई बयान नहीं दिए जाएंगे.
This was the first official conversation between the two countries after Imran Khan became the Prime Minister. After the talks were concluded, Sindhu Water Commissioner Syed Mehr Ali Shah of Pakistan said that no details will be given on this issue and no statement will be given.
बैठक के मुख्य बिंदु
The main point of the meeting
भारत ने चेनाब नदी पर 1000 मेगावाट की पाकल दुल बांध और 48 मेगावाट लोअर कलनाल पनबिजली परियोजनाओं के निर्माण पर पाकिस्तान की आपत्तियां खारिज कर दीं.
India rejected Pakistan's objection to the construction of 1000 MW Pokal Dul Dam and 48 MW Lower Kannal hydro projects on Chenab river.
• भारत ने पाकिस्तान को आमंत्रित किया है कि वह अपने विशेषज्ञों को अगले महीने पाकल दुल बांध और लोअर कलनाल पनबिजली परियोजनाओं के स्थल पर भेजे ताकि उसकी आशंकाएं दूर की जा सकें.
• India has invited Pakistan to send its experts to the site of Pokal Dul Dam and Lower Kadnala Hydroelectric Project next month, so that their fears can be overcome.
• पाकिस्तानी अधिकारियों ने पाकल दुल बांध की ऊंचाई पांच मीटर कम करने के लिए कहा लेकिन भारतीय अधिकारियों ने उसे मानने से इन्कार कर दिया.
• Pakistani officials asked to reduce the height of Pakal Dul dam by five meters but Indian officials refused to accept it.
• लोअर कालनाल प्रोजेक्ट को लेकर पाकिस्तानी अधिकारियों ने कुछ तकनीक आधारित चिंताएं व्यक्त की थीं.
• Pakistani officials expressed some tech-based concerns about the Lower Kamnaln Project.
सिंधु जल संधि क्या है?
What is the Indus Water Treaty?
• सिंधु जल संधि सिंधु एवं इसके सहायक नदियों के जल के अधिकतम उपयोग के लिए भारत सरकार और पाकिस्तान सरकार के बीच की गई संधि है.• The Indus Water Treaty is a treaty between the Government of India and the Government of Pakistan for maximum use of water of Indus and its tributaries.
• 19 सितंबर, 1960 को कराची (पाकिस्तान) में पुनर्निर्माण और विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय बैंक (अब विश्व बैंक) की मध्यस्थता में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान द्वारा इस संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे.
• The treaty was signed by the then Indian Prime Minister Jawaharlal Nehru and Pakistan's President Ayub Khan in the mediation of the international bank (now World Bank) for the reconstruction and development in Karachi (Pakistan) on 19 September 1960.
• इस संधि के अंतर्गत तीन पूर्वी नदियों (रावी, व्यास, सतलुज और उनकी सहायक नदियां) और तीन पश्चिमी नदियों (सिंधु, झेलम, चिनाब और उनकी सहायक नदियां) के जल वितरण और हिस्सेदारी की व्यवस्था की गई है.
• Under this treaty, water distribution and share of three eastern rivers (Ravi, Vyas, Sutlej and their tributaries) and three western rivers (Sindhu, Jhelum, Chenab and their tributaries) have been arranged.
पाकिस्तान की आपत्ति
Pakistan's objection
भारत चेनाब पर पनबिजली परियोजना के लिए दो बांध बना रहा है- 48 मेगावाट क्षमता की लोअर कालनाई और 1,500 मेगावाट क्षमता का पाकल दुल. पाकिस्तान पाकल दुल बांध को लेकर चिंतित है और आरोप लगा रहा है कि यह सिंधु जल समझौते का उल्लंघन है.
India is constructing two dams for hydro power project on Chenab- 48 mw capacity of Lower Kalenai and 1,500 mw of Pakal Dulal. Pakistan is worried about Pokal Dul Dam and is alleging that it is a violation of the Indus Water Treaty.
पाकिस्तान के अनुसार पाकल दुल बांध की ऊंचाई 1,708 मीटर हो सकती है, जिससे पाकिस्तान में आने वाले पानी की मात्रा कम हो सकती है.
According to Pakistan, Pokal Dul dam height can be 1,708 meters, which can reduce the amount of water coming to Pakistan.
पाकिस्तान का कहना है कि इससे भारत अपनी इच्छासनुसार पानी रोकने या छोड़ने में सक्षम हो जाएगा. भारत के वाटर कमीशनर पीके सक्सेना और पाकिस्तान के वाटर कमीशनर सैय्यद मेहर अली शाह हैं.
Pakistan says that this will enable India to stop or abandon the water according to its will. Water Commissioners of India PK Saxena and Pakistan's water commissioner Sayed Mehr Ali Shah.
सिंधु जल समझौते के अनुसार भारत अगर चेनाब पर बांध बनाने की योजना बनाता है, तो उसे काम शुरू करने से क़रीब छह महीने पहले पाकिस्तान को इसके बारे में जानकारी देनी होगी.
According to the Indus Water Treaty, if India plans to build a dam on Chenab, then Pakistan must give information about it about six months before starting work.
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