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    Thursday, March 1, 2018

    पश्चिम बंगाल में खोजी गयी पौधे की नई प्रजाति का नाम पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के नाम पर रखा गया: करेंट अफेयर्स १ मार्च २०१८ हिंदी/ इंग्लिश/मराठी

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    करेंट अफेयर्स १ मार्च २०१८ हिंदी/ इंग्लिश/मराठी


    हिंदी

    पश्चिम बंगाल में खोजी गयी पौधे की नई प्रजाति का नाम पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के नाम पर रखा गया:

    पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता स्थित बोटैनिकल सर्वे ऑफ इंडिया (बीएसआई) के वैज्ञानिकों ने पश्चिम बंगाल के दो संरक्षित राष्ट्रीय उद्यानों (बुक्सा नेशनल पार्क और जलदापारा नेशनल पार्क) में एक नए पौधे की पहचान की है।
    इस पौधे की खोज बीएसआई के वैज्ञानिक डॉ. गोपाल कृष्ण, के. कार्तिकेयन, विल्सन एरिसडेसॉन और तापस चक्रवर्ती की टीम ने की है। इसका नमूना बीएसआई के तहत आने वाले सेंट्रल नेशनल हरबेरियम (सीएनएच) हावड़ा में सहेज कर रखा गया है।
    प्रमुख तथ्य:
    • देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के नाम पर इस पौधे का नाम ‘ड्रायपिटिस कलामी’ रखा गया है।
    • यह एक छोटा झाड़ीनुमा पौधा है जो अपने नज़दीकी रिश्तेदार 'ड्रायपिटिस एलेसी' के छोटे संस्करण में पाया जाता है। यह खोज भारत में पौधों की असंख्य प्रजातियों की ओर ध्यान आकर्षित करती है।
    • इस पौधे की ऊंचाई लगभग 1 मीटर है। नव वर्णित पौधा प्रकृति में यूनीसेक्ससुअल (एकलिंगी) है, जिसका अर्थ है कि इस पौधे के अलग-अलग मेल और फीमेल पौध हैं।
    • इस पौधे से जुड़ा शोधपरक लेख न्यूजीलैंड से प्रकाशित होने वाले ‘फाइटोटेक्सा’ जर्नल में 5 सितंबर 2017 को प्रकाशित हुआ था।
    • शोधकर्ताओं ने नए ड्रायपिटिस प्रजातियों के साथ नए पौधों की तुलना की और इनकी पत्ती, फूल और फलों की संरचना में अंतर पाया।
    • दुनिया भर में ड्रायपिटिस की लगभग 220 प्रजातियों की पहचान की गई हैं जिनमें से 20 भारत में पायी गयी हैं। नई प्रजाति संस्कृत में पुत्रजीवह के रूप में जाना जाने वाले औषधीय पौधे की एक करीबी रिश्तेदार है।
    • नई प्रजाति उप-उष्णकटिबंधीय नम-सदाबहार वनों के उन गीले, छायादार क्षेत्रों में पाई जाती हैं, जिनकी ऊंचाई 50-100 मीटर है।
    • आईयूसीएन नियमों का पालन करते हुए, वैज्ञानिकों ने अस्थायी तौर पर इस पौधे को "क्रिटिकली एंडडैंजर्ड" होने का मूल्यांकन किया है।
    ज्ञात रहे कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ‘नासा’ ने कुछ महीने पहले अपने वैज्ञानिकों की ओर से खोजे गए एक जीवाणु को अंतरिक्ष वैज्ञानिक रहे कलाम का नाम दिया था। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के फिल्टरों में खोजे गए इस जीवाणु को ‘नासा’ ने कलाम के सम्मान के तौर पर ‘सोलीबैकिलस कलामी’ नाम दिया था।


    इंग्लिश


    New plant species from West Bengal named after former President Abdul Kalam
    Indian scientists have named a new plant species in the foothills of Darjeeling and they have named it after late Indian president Dr APJ Abdul Kalam. The new name, Dryptes Kalamji, has been given by the scientists of the Botanical Survey of India. 
    This is the first plant species named after Dr Kalam. 

    Scientists from NASA had named a new microbe Solibacillus kalamii in honour of Dr Kalam and till date it has been found only on the International Space Station.
    Where the new plant species was found?
    The shrub was found growing in the forests of Jaldapara and Buxa National Parks in West Bengal.  
    Its Use
    The plant has economic value as its closest relatives are much sought after medicinal plants. One of the plants is called ‘life giver plant’. There were only 50 specimens were found in the wild that’s why, it has been provisionally put in the critically endangered category.




    मराठी



    “ड्रायपेटेस कलामी” - पश्चिम बंगालमध्ये आढळलेल्या वनस्पतीला माजी राष्ट्रपती कलाम यांचे नाव देण्यात आले

    बॉटनीकल सर्व्हे ऑफ इंडियाच्या डॉ. गोपाळ कृष्ण यांच्या नेतृत्वात संशोधकांनी पश्चिम बंगालमधील दोन राष्ट्रीय उद्यानांमध्ये वनस्पतीची एक नवीन प्रजाती शोधून काढली आहे. त्यांनी या नव्या वनस्पतीला ‘ड्रापेटेस कलामी (Drypetes Kalamii)’ असे नाव दिले आहे.
    भारताचे माजी राष्ट्रपती व शास्त्रज्ञ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम यांच्या सन्मानार्थ हे नाव देण्यात आले आहे. ही एक फूल वनस्पती आहे आणि ‘ड्रायपेटेस एलिसी’ या गटाशी संबंध असणार्‍या वनस्पतीचे छोटे रूप आहे.
    पश्चिम बंगालमध्ये बक्सा राष्ट्रीय उद्यान (बक्सा व्याघ्र प्रकल्पाचा प्रमुख क्षेत्र) येथे 2011 साली केल्या गेलेल्या वनस्पतींच्या सर्वेक्षणात ही वनस्पती आढळून आली. मात्र त्यावेळी याला ओळखल्या जाऊ शकले नाही. पुढे आणखी एकाने राज्यातल्या जलडापारा राष्ट्रीय उद्यानातून स्त्रिलिंग गटातली ही वनस्पती फळासकट गोळा केली. फळामुळे याला ओळखण्यास सहजता आली. त्यानंतर घेतलेल्या शोधत असे आढळून आले की, दोन्ही वनस्पती ड्रायपेटेस कुटुंबाशी संबंध ठेवतात. 
    ड्रायपेटेस कलामीची वैशिष्ट्ये
    • वनस्पतीची वाढ साधारणतः 1 मीटरपर्यंत आहे. ही एकलिंगी प्रजाती आहे, म्हणजेच त्यामध्ये स्त्रिलिंग व पुल्लिंग हे प्रकार आहेत.
    • ही वनस्पती समुद्रसपाटीपासून 50-100 मीटर उंचीवर, उपोत्पादनयुक्त आर्द्र अर्ध-सदाहरित जंगलातील ओल्या, सावली असलेल्या भागात आढळते.
    • वनस्पती झुडुप स्वरुपात आढळून येते आणि त्याला फिकट पिवळ्या रंगाची फुले आणि नारिंगी-लाल फळे लागतात.
    • ही वनस्पती संस्कृतमध्ये उल्लेखलेल्या ‘पुत्रजिवाह’ नामक औषधी वनस्पतीशी संबंध ठेवते.
    आंतरराष्ट्रीय निसर्ग संवर्धन संघ (International Union for Conservation of Nature -IUCN) च्या नियमांनुसार, या वनस्पतीला "अत्याधिक धोक्यात असलेल्या" वनस्पतींच्या श्रेणीत तात्पुरते नोंदवलेले आहे.
    जगभरात ड्रायपेटेस कुटुंबातल्या 220 प्रजाती आढळतात आणि त्यापैकी 20 भारतात आढळून येत असल्याची नोंद आहे.

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