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    Saturday, December 23, 2017

    Ganga Gram Project launched. गंगा ग्राम परियोजना का शुभारंभ किया गया:. Currentaffairs 23December 2017 - Hindi / English / Marathi

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    Currentaffairs 23December 2017 - Hindi / English / Marathi


    Hindi

    गंगा ग्राम परियोजना का शुभारंभ किया गया:
    पेयजल व स्‍वच्‍छता मंत्रालय ने 23 दिसम्‍बर 2017 को नई दिल्‍ली के विज्ञान भवन में नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत गंगा ग्राम परियोजना को औपचारिक रूप से लांच किया। इस कार्यक्रम में सभी संबंध पक्षों ने भाग लिया। इसका उद्देश्‍य गंगा नदी के तट पर स्थित गांव में सम्‍पूर्ण स्‍वच्‍छता लाना है।
    अगस्‍त, 2017 में 5 गंगा राज्‍यों (उत्‍तराखंड, उत्‍तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल) के सक्रिय सहयोग से मंत्रालय ने सभी 4470 गंगा गांवों को खुले में शौच से मुक्‍त घोषित किया था। पेयजल व स्‍वच्‍छता मंत्रालय स्‍वच्‍छ भारत मिशन के लिए नोडल एजेंसी के रूप में कार्य कर रही है।
    अक्‍टूबर, 2014 में मिशन के लांच होने के बाद मंत्रालय ने 6 राज्‍यों व 2 केंद्रशासित प्रदेशों के 260 जिलों में स्थित 2.95 लाख गांवों में 5.2 करोड़ शौचालयों का निर्माण किया है और इन गांवों को खुले में शौच से मुक्‍त घोषित कि‍या है।
    गंगा तट पर बसे गांवों को खुले में शौच से मुक्‍त घोषित करने के पश्‍चात मंत्रालय व राज्‍य सरकारों ने 24 ऐसे गांवों की पहचान की है, जिन्‍हें गंगा ग्राम के रूप में परिवर्ति‍त किया जाएगा। ये गांव स्‍वच्‍छता का मानदंड स्‍थापित करेंगे। इन गांवों को 31 दिसम्‍बर, 2018 तक गंगा ग्राम में बदलने का लक्ष्‍य रखा गया है।
    गंगा ग्राम परियोजना:
    गंगा ग्राम परियोजना ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी से गंगा तट पर बसे गांवों के सम्‍पूर्ण विकास के लिए एकीकृत दृष्टिकोण अपनाना है। गंगा ग्राम परियोजना के अंतर्गत ठोस और द्रव कचरा प्रबंधन, तालाबों और अन्‍य जलाशयों का पुनरूद्धार, जल संरक्षण परियोजनाएं, जैविक खेती, बागवानी तथा औषधीय पौधों को प्रोत्‍साहन देना शामिल है।
    पेयजल व स्‍वच्‍छता मंत्री की अध्‍यक्षता में एक सलाहकार समिति का गठन किया गया है, जो नीतियों के निर्माण के साथ सभी जरूरी निर्णय लेगी। इसके अतिरिक्‍त एक अन्‍य समिति का गठन किया गया है, जो परियोजना का पर्यवेक्षण करेगी, समन्‍वय स्‍थापित करेगी तथा इसे लागू करेगी।
    पेयजल व स्‍वच्‍छता मंत्री की पहल पर एक गंगा स्‍वच्‍छता मंच का गठन किया गया है। इस मंच में शिक्षाविद, नागरिक संगठन व आम नागरिक शामिल हैं। कल गंगा स्‍वच्‍छता मंच का भी शुभारंभ किया जाएगा।
    केंद्रीय पेयजल व स्‍वच्‍छता मंत्री उमा भारती ने गंगा  ग्राम स्‍वच्‍छता सम्‍मेलन की अध्‍यक्षता की। केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास व गंगा संरक्षण मंत्री श्री नितिन गडकरी कार्यक्रम के मुख्‍य अतिथि बने। केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायतीराज मंत्री नरेन्‍द्र सिंह तोमर कार्यक्रम के विशिष्‍ट अतिथि रहे। इस सम्‍मेलन में गंगा राज्‍यों के 500 ग्राम सरपंच व 1200 प्रतिनिधियों समेत राज्‍य व जिला अधिकारी तथा गंगा स्‍व्‍च्‍छता मंच के स्‍वयंसेवकों ने भाग लिया।

    English


    Ganga Gram Project launched
    The Union government will formally launched the Ganga Gram project as part of its clean Ganga mission, named Namami Gange, for holistic sanitation development in villages on the banks of the Ganges. To launch the project, the Ministry of Drinking Water and Sanitation holded a multi-stakeholder meet on 23rd December at Vigyan Bhawan, New Delhi.
    In August 2017, with active cooperation with the five Ganga States (Uttarakhand, Uttar Pradesh, Bihar, Jharkhand and West Bengal), the Ministry declared all 4,470 Ganga Grams Open Defecation Free (ODF). The Ministry is the nodal Ministry for the Government’s flagship programme, Swachh Bharat Mission.
    Ganga Swachhata Manch, a forum of individuals, academicians, civil society organisations and the like, which has been formed upon the initiative of Hon’ble Minister for Drinking Water and Sanitation were also launched.
    The sammelan will be attended by about 1200 delegates including 500 village sarpanches from Ganga States, State and District government officials, NMCG Members and Ganga Swachhta Manch volunteers.
     About the Project:
    • The Ganga Gram project is an integrated approach for holistic development of villages situated on the banks of the holy river with active participation of villagers. The project envisages solid and liquid waste management, renovation of ponds and water resources, water conservation projects, organic farming, horticulture, and promotion of medicinal plants.
    • An Advisory Board has been created as a policy framing and decision-making body under the chairmanship of Hon’ble Minister for Drinking Water and sanitation. Another Committee has been constituted as Project Committee for project supervision, implementation and co-ordination.


    Marathi



    पेयजल मंत्रालयाच्या गंगा ग्राम प्रकल्पाचा शुभारंभ

    23 डिसेंबर 2017 रोजी नवी दिल्लीत पेयजल व स्‍वच्‍छता मंत्रालयाने नमामी गंगे कार्यक्रमांतर्गत ‘गंगा ग्राम प्रकल्प’ चा औपचारिक रूपाने शुभारंभ केला आहे.
    या प्रकल्पाचा उद्देश्‍य म्हणजे गंगा नदीकाठी वसलेल्या गावांमध्ये संपूर्ण स्‍वच्‍छता आणणे.
    प्रकल्पाच्या प्रमुख बाबी
    • गंगा किनारी वसलेल्या गावांना हागणदारी मुक्त घोषित केल्यानंतर मंत्रालय व राज्‍य शासनांनी 24 गावांची ओळख केली आहे, ज्यांना गंगा ग्रामच्या रूपात रूपांतरित केले जाईल. हे गाव ‘स्‍वच्‍छतेचे मानदंड’ स्‍थापित करणार. या गावांना 31 डिसेंबर 2018 पर्यंत गंगा ग्राममध्ये बदलण्याचे लक्ष्‍य ठेवले गेले आहे.
    • गंगा ग्राम प्रकल्प ग्रामीणवासीयांच्या सक्रिय सहभागाने गावांच्या संपूर्ण विकासासाठी एकात्मिक दृष्टिकोन ठेवल्या गेले आहे. प्रकल्पांतर्गत ठोस व द्रव कचरा व्यवस्थापन, तलाव आणि अन्‍य जलाशयांचे पुनरुज्जीविकरण, जल सुरक्षा प्रकल्प, जैविक शेती, फळबाग आणि औषधी वनस्पती शेतीला प्रोत्‍साहन दिल्या जाईल.
    • पेयजल व स्‍वच्‍छता मंत्री उमा भारती यांच्या अध्‍यक्षतेखाली एक सल्लागार समिती गठित करण्यात आली आहे, जी धोरणांची निर्मिती सोबतच सर्व आवश्यक निर्णय घेणार. याव्यतिरिक्‍त आणखी एक समिती प्रकल्पाच्या अंमलबजावणीचे पर्यवेक्षण, समन्‍वय साधणार.
    पेयजल व स्‍वच्‍छता मंत्रालय ‘स्‍वच्‍छ भारत अभियान’ साठी नोडल संस्था म्हणून कार्य करीत आहे. ऑक्टोबर 2014 मध्ये अभियानाला सुरुवात झाल्यापासून मंत्रालयाने 6 राज्ये व 2 केंद्रशासित प्रदेशांच्या 260 जिल्ह्यात स्थित 2.95 लाख गावांमध्ये 5.2 कोटी शौचालये बांधण्यात आलीत. ऑगस्ट 2017 मध्ये 5 राज्यांच्या (उत्‍तराखंड, उत्‍तरप्रदेश, बिहार, झारखंड आणि पश्चिम बंगाल) सक्रिय सहयोगाने मंत्रालयाने गंगा नदीचे तट असलेल्या सर्व 4470 गावांना हागणदारी मुक्त घोषित केले.

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