मराठी समानार्थी शब्द…… | |||||||||||
1 | अनाथ = पोरका | 217 | आतुरता = उत्सुकता | ||||||||
2 | अनर्थ = संकट | 218 | आरोपी = गुन्हेगार, अपराधी | ||||||||
3 | अपघात = दुर्घटना | 219 | आश्चर्य = नवल, अचंबा | ||||||||
4 | अपेक्षाभंग = हिरमोड | 220 | आसन = बैठक | ||||||||
5 | अभिवादन = नमस्कार, वंदन, प्रणाम | 221 | आदर = मान | ||||||||
6 | अभिनंदन = गौरव | 222 | आवाज = ध्वनी, रव | ||||||||
7 | अभिमान = गर्व | 223 | आज्ञा = आदेश, हुकूम | ||||||||
8 | अभिनेता = नट | 224 | आपुलकी = जवळीकता | ||||||||
9 | अरण्य = वन, जंगल, कानन | 225 | आपत्ती = संकट | ||||||||
10 | अवघड = कठीण | 226 | आरसा = दर्पण | ||||||||
11 | अवचित = एकदम | 227 | आरंभ = सुरवात | ||||||||
12 | अवर्षण = दुष्काळ | 228 | आशा = इच्छा | ||||||||
13 | अविरत = सतत, अखंड | 229 | आस = मनीषा | ||||||||
14 | अडचण = समस्या | 230 | आसक्ती = लोभ | ||||||||
15 | अभ्यास = सराव | 231 | आशीर्वाद = शुभचिंतन | ||||||||
16 | अन्न = आहार, खाद्य | 232 | इलाज = उपाय | ||||||||
17 | अग्नी = आग | 233 | इशारा = सूचना | ||||||||
18 | अचल = शांत, स्थिर | 234 | इंद्र = सुरेंद्र | ||||||||
19 | अचंबा = आश्चर्य, नवल | 235 | इहलोक = मृत्युलोक | ||||||||
20 | अतिथी = पाहुणा | 236 | ईर्षा = चुरस | ||||||||
21 | अत्याचार = अन्याय | 237 | उत्सव = समारंभ, सण, सोहळा | ||||||||
22 | अपराध = गुन्हा, दोष | 238 | उक्ती = वचन | ||||||||
23 | अपमान = मानभंग | 239 | उशीर = विलंब | ||||||||
24 | अपाय = इजा | 240 | उणीव = कमतरता | ||||||||
25 | अश्रू = आसू | 241 | उपवन = बगीचा | ||||||||
26 | अंबर = वस्त्र | 242 | उदर = पोट | ||||||||
27 | अमृत = पीयूष | 243 | उदास = खिन्न | ||||||||
28 | अहंकार = गर्व | 244 | उत्कर्ष = भरभराट | ||||||||
29 | अंक = आकडा | 245 | उपद्रव = त्रास | ||||||||
30 | आई = माता, माय, जननी, माउली | 246 | उपेक्षा = हेळसांड | ||||||||
31 | आकाश = आभाळ, गगन, नभ, अंबर | 247 | ऊर्जा = शक्ती | ||||||||
32 | आठवण = स्मरण, स्मृती, सय | 248 | ॠण = कर्ज | ||||||||
33 | आठवडा = सप्ताह | 249 | ॠतू = मोसम | ||||||||
34 | आनंद = हर्ष | 250 | एकजूट = एकी, ऐक्य | ||||||||
35 | आजारी = पीडित, रोगी | 251 | ऐश्वर्य = वैभव | ||||||||
36 | आयुष्य = जीवन, हयात | 252 | ऐट = रुबाब, डौल | ||||||||
37 | ओझे = वजन, भार | 253 | कुत्रा = श्वान | ||||||||
38 | ओढा = झरा, नाला | 254 | कुटी = झोपडी | ||||||||
39 | ओळख = परिचय | 255 | कुचंबणा = घुसमट | ||||||||
40 | औक्षण = ओवाळणे | 256 | कृपण = कंजूष | ||||||||
41 | अंत = शेवट | 257 | कृश = हडकुळा | ||||||||
42 | अंग = शरीर | 258 | कोवळीक = कोमलता | ||||||||
43 | अंघोळ = स्नान | 259 | कोठार = भांडार | ||||||||
44 | अंधार = काळोख, तिमिर | 260 | कोळिष्टक = जळमट | ||||||||
45 | अंगण = आवार | 261 | खण = कप्पा | ||||||||
46 | अंगार = निखारा | 262 | खडक = मोठा दगड, पाषाण | ||||||||
47 | अंतरिक्ष = अवकाश | 263 | खटाटोप = प्रयत्न | ||||||||
48 | कथा = गोष्ट, कहाणी, हकिकत | 264 | खग = पक्षी | ||||||||
49 | कठीण = अवघड | 265 | खड्ग = तलवार | ||||||||
50 | कविता = काव्य, पद्य | 266 | खरेपणा = न्यायनीती | ||||||||
51 | करमणूक = मनोरंजन | 267 | ख्याती = कीर्ती, प्रसिद्धी, लौकिक | ||||||||
52 | कठोर = निर्दय | 268 | खात्री = विश्वास | ||||||||
53 | कनक = सोने | 269 | खाली जाणे = अधोगती | ||||||||
54 | कटी = कंबर | 270 | खिडकी = गवाक्ष | ||||||||
55 | कमळ = पंकज | 271 | खेडे = गाव, ग्राम | ||||||||
56 | कपाळ = ललाट | 272 | खोड्या = चेष्टा, मस्करी | ||||||||
57 | कष्ट = श्रम, मेहनत | 273 | गरज = आवश्यकता | ||||||||
58 | कंजूष = कृपण | 274 | गवत = तृण | ||||||||
59 | काम = कार्य, काज | 275 | गर्व = अहंकार | ||||||||
60 | काठ = किनारा, तीर, तट | 276 | गाय = धेनू, गोमाता | ||||||||
61 | काळ = समय, वेळ, अवधी | 277 | गाणे = गीत, गान | ||||||||
62 | कान = श्रवण | 278 | गंमत = मौज, मजा | ||||||||
63 | कावळा = काक | 279 | गंध = वास, दरवळ | ||||||||
64 | काष्ठ = लाकूड | 280 | ग्रंथ = पुस्तक | ||||||||
65 | किल्ला = गड, दुर्ग | 281 | गाव = ग्राम, खेडे | ||||||||
66 | किमया = जादू | 282 | गुन्हा = अपराध | ||||||||
67 | कार्य = काम | 283 | गुलामी = दास्य | ||||||||
68 | कारागृह = कैदखाना, तुरुंग | 284 | गोड = मधुर | ||||||||
69 | कीर्ती = प्रसिद्धी, लौकिक, ख्याती | 285 | गोणी = पोते | ||||||||
70 | कुतूहल = उत्सुकता | 286 | गोष्ट = कहाणी, कथा | ||||||||
71 | कुटुंब = परिवार | 287 | गौरव = सन्मान | ||||||||
72 | कुशल = हुशार, तरबेज | 288 | ग्राहक = गिऱ्हाईक | ||||||||
73 | घर = सदन, गृह, निकेतन, आलय | 289 | डोळा = नेत्र, नयन, लोचन | ||||||||
74 | घरटे = खोपा | 290 | डोंगर = पर्वत, गिरी | ||||||||
75 | घागर = घडा, मडके | 291 | ढग = मेघ, जलद, पयोधर, अभ्र | ||||||||
76 | घोडा = अश्व, हय, वारू | 292 | ॠण = कर्ज | ||||||||
77 | चव = रुची, गोडी | 293 | तक्रार = गाऱ्हाणे | ||||||||
78 | चरण = पाय, पाऊल | 294 | तळे = तलाव, सरोवर, तडाग | ||||||||
79 | चरितार्थ = उदरनिर्वाह | 295 | त्वचा = कातडी | ||||||||
80 | चक्र = चाक | 296 | तारण = रक्षण | ||||||||
81 | चऱ्हाट = दोरखंड | 297 | ताल = ठेका | ||||||||
82 | चाक = चक्र | 298 | तुरंग = कैदखाना, बंदिवास | ||||||||
83 | चंद्र = शशी, रजनीनाथ, इंदू | 299 | तुलना = साम्य | ||||||||
84 | चिंता = काळजी | 300 | थट्टा = मस्करी, चेष्टा | ||||||||
85 | चिडीचूप = शांत | 301 | थवा = समूह | ||||||||
86 | चिमुरडी = लहान | 302 | थोबाड = गालपट | ||||||||
87 | चूक = दोष | 303 | दगड = पाषाण, खडक | ||||||||
88 | चेहरा = मुख | 304 | दरवाजा = दार, कवाड | ||||||||
89 | चौकशी = विचारपूस | 305 | दाम = पैसा | ||||||||
90 | छंद = नाद, आवड | 306 | दृश्य = देखावा | ||||||||
91 | छान = सुरेख, सुंदर | 307 | दृढता = मजबुती | ||||||||
92 | छिद्र = भोक | 308 | दिवस = दिन, वार, वासर | ||||||||
93 | जग = दुनिया, विश्व | 309 | दिवा = दीप, दीपक | ||||||||
94 | जत्रा = मेळा | 310 | दूध = दुग्ध, पय | ||||||||
95 | जन = लोक, जनता | 311 | द्वेष = मत्सर, हेवा | ||||||||
96 | जमीन = भूमी, धरती, भुई | 312 | देव = ईश्वर, विधाता | ||||||||
97 | जंगल = रान | 313 | देश = राष्ट्र | ||||||||
98 | जीव = प्राण | 314 | देखावा = दृश्य | ||||||||
99 | जीवन = आयुष्य, हयात | 315 | दार = दरवाजा | ||||||||
100 | जुलूम = अत्याचार, छळ, बळजोरी, अन्याय | 316 | दारिद्र्य = गरिबी | ||||||||
101 | झाड = वृक्ष, तरू | 317 | दौलत = संपत्ती, धन | ||||||||
102 | झोपडी = कुटीर, खोप | 318 | धरती = भूमी, धरणी | ||||||||
103 | झोप = निद्रा | 319 | ध्वनी = आवाज, रव | ||||||||
104 | झोका = झुला | 320 | नदी = सरिता | ||||||||
105 | झेंडा = ध्वज, निशाण | 321 | नजर = दृष्टी | ||||||||
106 | ठग = चोर | 322 | नक्कल = प्रतिकृती | ||||||||
107 | ठिकाण = स्थान | 323 | नमस्कार = वंदन, नमन | ||||||||
108 | डोके = मस्तक, शीर्ष, शीर | 324 | नातेवाईक = नातलग | ||||||||
109 | नाच = नृत्य | 325 | पिशवी = थैली | ||||||||
110 | निश्चय = निर्धार | 326 | पुस्तक = ग्रंथ | ||||||||
111 | निर्धार = निश्चय | 327 | पुतळा = प्रतिमा, बाहुले | ||||||||
112 | निर्मळ = स्वच्छ | 328 | पुरातन = प्राचीन | ||||||||
113 | नियम = पद्धत | 329 | पृथ्वी = धरणी, जमीन, वसुंधरा, वसुधा | ||||||||
114 | निष्ठा = श्रद्धा | 330 | फलक = फळा | ||||||||
115 | नृत्य = नाच | 331 | फांदी शाखा | ||||||||
116 | नोकर = सेवक | 332 | फूल = पुष्प, सुमन, कुसुम | ||||||||
117 | परिश्रम = कष्ट, मेहनत | 333 | बदल = फेरफार, कलाटणी | ||||||||
118 | पती = नवरा, वर | 334 | बर्फ = हिम | ||||||||
119 | पत्र = टपाल | 335 | बहीण = भगिनी | ||||||||
120 | पहाट = उषा | 336 | बक्षीस = पारितोषिक, पुरस्कार | ||||||||
121 | परीक्षा = कसोटी | 337 | बाग = बगीचा, उद्यान, वाटिका | ||||||||
122 | पर्वा = चिंता, काळजी | 338 | बासरी = पावा | ||||||||
123 | पर्वत = डोंगर, गिरी, अचल | 339 | बेत = योजना | ||||||||
124 | पक्षी = पाखरू, खग, विहंग | 340 | बाळ = बालक | ||||||||
125 | प्रकाश = उजेड | 341 | बाप = पिता, वडील, जनक | ||||||||
126 | प्रवास = सफर, फेरफटका, पर्यटन | 342 | बादशाहा = सम्राट | ||||||||
127 | प्रवासी = वाटसरू | 343 | बुद्धी = मती | ||||||||
128 | प्रजा = लोक | 344 | ब्रीद = बाणा | ||||||||
129 | प्रत – नक्कल | 345 | भरवसा = विश्वास | ||||||||
130 | प्रदेश = प्रांत | 346 | भरारी = झेप, उड्डाण | ||||||||
131 | प्रवास = यात्रा | 347 | भव्य = टोलेजंग | ||||||||
132 | प्राण = जीव | 348 | भाट = स्तुतिपाठक | ||||||||
133 | पान = पत्र, पत्ता | 349 | भारती = भाषा, वैखरी | ||||||||
134 | प्रासाद = वाडा | 350 | भांडण = तंटा | ||||||||
135 | पाखरू = पक्षी | 351 | भाळ = कपाळ | ||||||||
136 | पाऊल = पाय, चरण | 352 | भाऊ = बंधू, सहोदर | ||||||||
137 | पाऊलवाट = पायवाट | 353 | भेसळ = मिलावट | ||||||||
138 | प्रार्थना = स्तवन | 354 | भेदभाव = फरक | ||||||||
139 | प्रामाणिकपणा = इमानदारी | 355 | भोजन = जेवण | ||||||||
140 | प्रारंभ = सुरुवात, आरंभ | 356 | मदत = साहाय्य | ||||||||
141 | प्रेम = प्रीती, माया, जिव्हाळा | 357 | ममता = माया, जिव्हाळा, वात्सल्य | ||||||||
142 | प्रोत्साहन = उत्तेजन | 358 | मन = चित्त, अंतःकरण | ||||||||
143 | पाऊस = वर्षा, पर्जन्य | 359 | मजूर = कामगार | ||||||||
144 | पाणी = जल, नीर, तोय, उदक | 360 | महिना = मास | ||||||||
145 | महिला = स्त्री, बाई, ललना | 361 | लाट = लहर | ||||||||
146 | मजूर = कामगार | 362 | लाज = शरम, | ||||||||
147 | मस्तक = डोके, शीर, माथा | 363 | लोभ = हाव | ||||||||
148 | मानवता = माणुसकी | 364 | वस्त्र = कपडा | ||||||||
149 | मान = गळा | 365 | वारा = वात, पवन, अनिल, मारुत, समीर, वायू | ||||||||
150 | मंगल = पवित्र | 366 | वाट = मार्ग, रस्ता | ||||||||
151 | मंदिर = देऊळ, देवालय | 367 | वाद्य = वाजप | ||||||||
152 | मार्ग = रस्ता, वाट | 368 | वातावरण = रागरंग | ||||||||
153 | म्होरक्या = पुढारी, नेता | 369 | वेग = गती | ||||||||
154 | मित्र = दोस्त, सोबती, सखा, सवंगडी | 370 | वेळ = समय, प्रहर | ||||||||
155 | मिष्टान्न = गोडधोड | 371 | वेळू = बांबू | ||||||||
156 | मुलगा = पुत्र, सुत, तनय | 372 | वेश = सोशाख | ||||||||
157 | मुलगी = कन्या, तनया | 373 | वेदना = यातना | ||||||||
158 | मुद्रा = चेहरा, मुख, तोंड, वदन | 374 | विश्रांती = विसावा, आराम | ||||||||
159 | मुख = तोंड, चेहरा | 375 | वितरण = वाटप, वाटणी | ||||||||
160 | मुलुख = प्रदेश, प्रांत, परगणा | 376 | विद्या = ज्ञान | ||||||||
161 | मेहनत = कष्ट, श्रम, परिश्रम | 377 | विनंती = विनवणी | ||||||||
162 | मैत्री = दोस्ती | 378 | विरोध = प्रतिकार, विसंगती | ||||||||
163 | मौज = मजा, गंमत | 379 | विसावा = विश्रांती, आराम | ||||||||
164 | यश = सफलता | 380 | विश्व = जग, दुनिया | ||||||||
165 | युक्ती = विचार, शक्कल | 381 | वीज = विद्युर, सौदामिनी | ||||||||
166 | युद्ध = लढाई, संग्राम, लढा, समर | 382 | वृत्ती = स्वभाव | ||||||||
167 | योद्धा = लढवय्या | 383 | वृद्ध = म्हातारा | ||||||||
168 | रक्त = रुधिर | 384 | वैराण = ओसाड, भकास, उजाड | ||||||||
169 | रणांगण = रणभूमी, समरांगण | 385 | वैरी = शत्रू, दुष्मन | ||||||||
170 | र्हास = हानी | 386 | वैषम्य = विषाद | ||||||||
171 | राग = क्रोध, संताप, चीड | 387 | व्यवसाय = धंदा | ||||||||
172 | राजा = नरेश, नृप | 388 | व्याख्यान = भाषण | ||||||||
173 | राष्ट्र = देश | 389 | शरीर = देह, तनू, काया, कुडी, अंग | ||||||||
174 | रांग = ओळ | 390 | शक्ती = सामर्थ्य, जोर, बळ | ||||||||
175 | रात्र = निशा, रजनी, यामिनी | 391 | शर्यत = स्पर्धा, होड, चुरस | ||||||||
176 | रान = वन, जंगल, अरण्य, कानन | 392 | शहर = नगर | ||||||||
177 | रूप = सौंदर्य | 393 | शंकर = चंद्रचूड | ||||||||
178 | रुबाब = ऐट, तोरा | 394 | श्वापद = जनावर | ||||||||
179 | रेखीव = सुंदर, सुबक | 395 | शास्त्रज्ञ = वैज्ञानिक | ||||||||
180 | लग्न = विवाह, परिणय | 396 | शाळा = विद्यालय | ||||||||
181 | शाळुंका = शिविलिंग | 397 | सिनेमा = चित्रपट, बोलपट | ||||||||
182 | शेत = | 398 | सिंह = केसरी, मृगराज, वनराज | ||||||||
183 | शिवार, वावर, क्षेत्र | 399 | सुविधा = सोय | ||||||||
184 | शिवार = शेत, वावर | 400 | सुगंध = सुवास, परिमळ, दरवळ | ||||||||
185 | शीण = थकवा | 401 | सूत = धागा, दोरा | ||||||||
186 | शील = चारित्र्य | 402 | सूर = स्वर | ||||||||
187 | शीतल = थंड, गार | 403 | सूर्य = रवी, भास्कर, दिनकर, सविता | ||||||||
188 | शिक्षा = दंड, शासन | 404 | सोने = सुवर्ण, कांचन, हेम | ||||||||
189 | श्रम = कष्ट, मेहनत | 405 | सोहळा = समारंभ | ||||||||
190 | सकाळ = प्रभात, उष:काल | 406 | हद्द = सीमा, शीव | ||||||||
191 | सचोटी = खरेपणा | 407 | हल्ला = चढाई | ||||||||
192 | सफाई = स्वच्छता | 408 | हळू चालणे = मंदगती | ||||||||
193 | सवलत = सूट | 409 | हकिकत = गोष्ट, कहाणी, कथा | ||||||||
194 | सजा = शिक्षा | 410 | हात = हस्त, कर, बाहू | ||||||||
195 | सन्मान = आदर | 411 | हाक = साद | ||||||||
196 | संकट = आपत्ती | 412 | हित = कल्याण | ||||||||
197 | संधी = मोका | 413 | हिंमत = धैर्य | ||||||||
198 | संत = सज्जन, साधू | 414 | हुकूमत = अधिकार | ||||||||
199 | संपत्ती = धन, दौलत, संपदा | 415 | हुरूप = उत्साह | ||||||||
200 | सायंकाळ = संध्याकाळ | 416 | हुबेहूब = तंतोतंत | ||||||||
201 | सावली = छाया | 417 | हेका = हट्ट, आग्रह | ||||||||
202 | साथी = सोबती, मित्र, दोस्त, सखा | 418 | क्षमा = माफी | ||||||||
203 | स्तुती = प्रशंसा | ||||||||||
204 | स्पर्धा = चुरस, शर्यत, होड, पैज | ||||||||||
205 | स्थान = ठिकाण, वास, ठाव | ||||||||||
206 | स्त्री = बाई, महिला, ललना | ||||||||||
207 | संध्याकाळ = सायंकाळ, सांज | ||||||||||
208 | स्फूर्ती = प्रेरणा | ||||||||||
209 | स्वच्छता = झाडलोट | ||||||||||
210 | सुवास = सुगंध, परिमल, दरवळ | ||||||||||
211 | सुंदर = सुरेख, रमणीय, मनोहर, छान | ||||||||||
212 | सागर = समुद्र, सिंधू, रत्नाकर, जलधी | ||||||||||
213 | सावली = छाया | ||||||||||
214 | सामर्थ्य = शक्ती, बळ | ||||||||||
215 | साहित्य = लिखाण | ||||||||||
216 | सेवा = शुश्रूषा |
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Wednesday, September 20, 2017
समानार्थी शब्द
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