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प्रख्यात भौतिकशास्त्री और 'ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम' के लेखक स्टीफन हॉकिंग का 76 वर्ष की आयु में निधन:
महान भौतिक वैज्ञानिक और ब्लैक होल का रहस्य बताने वाले स्टीफन हॉकिंग का 14 मार्च 2018 को कैंब्रिज में उनके आवास पर निधन हो गया। वह 76 वर्ष के थे। 1963 में 21 वर्ष की आयु में मोटोर न्यूरॉन बीमारी का शिकार होने वाले हॉकिंग ने आधुनिक ब्रह्मांड विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया। ब्लैक होल और बिग बैंग थ्योरी को समझने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा।
जीवन परिचय:
वर्ष 1942 में 8 जनवरी को स्टीफ़न का जन्म इंग्लैंड के ऑक्सफ़ोर्ड में हुआ था। वर्ष 1959 में वो नेचुरल साइंस की पढ़ाई करने ऑक्सफ़ोर्ड पहुंचे और इसके बाद कैम्ब्रिज में पीएचडी के लिए गए। वर्ष 1962 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में स्टीफन हॉकिंग ने कोस्मोलॉजी में रिसर्च शुरू की। 1963 में पता चला कि वो मोटर न्यूरॉन बीमारी से पीड़ित हैं और ऐसा कहा गया कि वो महज़ दो साल जी पाएंगे।
वर्ष 1974 में महज 32 साल की उम्र में स्टीफन हॉकिंग रॉयल सोसाइटी का सदस्य चुना गया। वे इस उपलब्धि को हासिल करने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति थे।
साल 1988 में उनकी किताब 'ए ब्रीफ़ हिस्टरी ऑफ़ टाइम' आई जिसकी एक करोड़ से ज़्यादा प्रतियां बिकीं। वर्ष 2014 में उनके जीवन पर द थ्योरी ऑफ़ एवरीथिंग बनी जिसमें एडी रेडमैन ने हॉकिंग का किरदार अदा किया था। वर्ष 2009 में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने स्टीफन हॉकिंग को मेडल ऑफ फ्रीडम से नवाजा था।
स्टीफन हॉकिंग की बिग बैंग थ्योरी:
बिग बैंग थ्योरी ब्रह्मांड की रचना का एक वैज्ञानिक सिद्धांत है। इस सिद्धांत में यह समझाने का प्रयास किया गया है कि इस ब्रह्मांड की उत्पत्ति कब और कैसे हुयी? स्टीफन हॉकिंग ने इस सिद्धांत को समझाया था। इस थ्योरी (सिद्धांत) के अनुसार करीब 15 अरब साल पहले पूरे भौतिक तत्व और ऊर्जा एक बिंदु में सिमटी हुए थे।
फिर इस बिंदु ने फैलना शुरू किया। बिग बैंग, बम विस्फोट जैसा विस्फोट नहीं था बल्कि इसमें, प्रारंभिक ब्रह्मांड के कण, समूचे अंतरिक्ष में फैल गए और एक दूसरे से दूर भागने लगे।
इस सिद्धांत का श्रेय ऐडविन हबल नामक वैज्ञानिक को जाता है जिन्होंने कहा था कि ब्रह्मांड का निरंतर विस्तार हो रहा है। जिसका मतलब ये हुआ कि ब्रह्मांड कभी सघन रहा होगा। हालांकि इससे पहले क्या था, यह कोई नहीं जानता। हॉकिंग ब्रह्मांड की रचना को एक स्वतः स्फूर्त घटना मानते थे। हालांकि, प्रसिद्ध वैज्ञानिक आइजैक न्यूटन मानते थे कि इस सृष्टि का अवश्य ही कोई रचयिता होगा, अन्यथा इतनी जटिल रचना पैदा नहीं हो सकती।
वहीं हॉकिंग ने टीवी शो स्टारटॉक पर बताया कि बिगबैंग के पहले आखिर क्या हुआ करता था। उन्होंने इस दौरान बताया था कि वो जितना आसान था उतना ही ज्यादा मुश्किल था। उनके अनुसार बिगबैंग से पहले कुछ नहीं था।
हॉकिंग ने कहा था कि आइंस्टाइन जनरल थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी के अनुसार स्पेस और टाइम ने साथ मिलकर दुनिया में स्पेस और समय का कभी न रुकने वाला चक्र बनाया है, लेकिन सच में वो बिल्कुल सपाट नहीं है, बल्कि ऊर्जा और भौतिक पदार्थ के दबाव के कारण ये आपस में घूमा हुआ है। यही वजह है कि इसे समझ पाना आसान नहीं है।
स्टीफन हॉकिंग ने बताया कि बिगबैंग के पहले 'समय' का भी अस्तित्व नहीं था। बिगबैंग के पहले की दुनिया को लेकर स्टीफन हॉकिंग ने एक काफी नया विचार इस रखा है जो चौंकाने वाला है। उनका कहना है कि बिगबैंग के पहले टाइम यानि समय का भी कोई अस्तित्व नहीं था।
वो कहते हैं कि आइंस्टाइन के सिद्धांत के मुताबिक ब्रह्मांड की उत्पत्ति के समय संसार में मौजूद सभी भौतिक पदार्थ और ऊर्जा बहुत ही छोटी जगहों पर केंद्रित थी, लेकिन उनकी यह थ्योरी बिगबैंग के पहले और बाद की कंडीशन के बीच कोई गणितीय लिंक नहीं बताती।
महान भौतिक वैज्ञानिक और ब्लैक होल का रहस्य बताने वाले स्टीफन हॉकिंग का 14 मार्च 2018 को कैंब्रिज में उनके आवास पर निधन हो गया। वह 76 वर्ष के थे। 1963 में 21 वर्ष की आयु में मोटोर न्यूरॉन बीमारी का शिकार होने वाले हॉकिंग ने आधुनिक ब्रह्मांड विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया। ब्लैक होल और बिग बैंग थ्योरी को समझने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा।
जीवन परिचय:
वर्ष 1942 में 8 जनवरी को स्टीफ़न का जन्म इंग्लैंड के ऑक्सफ़ोर्ड में हुआ था। वर्ष 1959 में वो नेचुरल साइंस की पढ़ाई करने ऑक्सफ़ोर्ड पहुंचे और इसके बाद कैम्ब्रिज में पीएचडी के लिए गए। वर्ष 1962 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में स्टीफन हॉकिंग ने कोस्मोलॉजी में रिसर्च शुरू की। 1963 में पता चला कि वो मोटर न्यूरॉन बीमारी से पीड़ित हैं और ऐसा कहा गया कि वो महज़ दो साल जी पाएंगे।
वर्ष 1974 में महज 32 साल की उम्र में स्टीफन हॉकिंग रॉयल सोसाइटी का सदस्य चुना गया। वे इस उपलब्धि को हासिल करने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति थे।
साल 1988 में उनकी किताब 'ए ब्रीफ़ हिस्टरी ऑफ़ टाइम' आई जिसकी एक करोड़ से ज़्यादा प्रतियां बिकीं। वर्ष 2014 में उनके जीवन पर द थ्योरी ऑफ़ एवरीथिंग बनी जिसमें एडी रेडमैन ने हॉकिंग का किरदार अदा किया था। वर्ष 2009 में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने स्टीफन हॉकिंग को मेडल ऑफ फ्रीडम से नवाजा था।
स्टीफन हॉकिंग की बिग बैंग थ्योरी:
बिग बैंग थ्योरी ब्रह्मांड की रचना का एक वैज्ञानिक सिद्धांत है। इस सिद्धांत में यह समझाने का प्रयास किया गया है कि इस ब्रह्मांड की उत्पत्ति कब और कैसे हुयी? स्टीफन हॉकिंग ने इस सिद्धांत को समझाया था। इस थ्योरी (सिद्धांत) के अनुसार करीब 15 अरब साल पहले पूरे भौतिक तत्व और ऊर्जा एक बिंदु में सिमटी हुए थे।
फिर इस बिंदु ने फैलना शुरू किया। बिग बैंग, बम विस्फोट जैसा विस्फोट नहीं था बल्कि इसमें, प्रारंभिक ब्रह्मांड के कण, समूचे अंतरिक्ष में फैल गए और एक दूसरे से दूर भागने लगे।
इस सिद्धांत का श्रेय ऐडविन हबल नामक वैज्ञानिक को जाता है जिन्होंने कहा था कि ब्रह्मांड का निरंतर विस्तार हो रहा है। जिसका मतलब ये हुआ कि ब्रह्मांड कभी सघन रहा होगा। हालांकि इससे पहले क्या था, यह कोई नहीं जानता। हॉकिंग ब्रह्मांड की रचना को एक स्वतः स्फूर्त घटना मानते थे। हालांकि, प्रसिद्ध वैज्ञानिक आइजैक न्यूटन मानते थे कि इस सृष्टि का अवश्य ही कोई रचयिता होगा, अन्यथा इतनी जटिल रचना पैदा नहीं हो सकती।
वहीं हॉकिंग ने टीवी शो स्टारटॉक पर बताया कि बिगबैंग के पहले आखिर क्या हुआ करता था। उन्होंने इस दौरान बताया था कि वो जितना आसान था उतना ही ज्यादा मुश्किल था। उनके अनुसार बिगबैंग से पहले कुछ नहीं था।
हॉकिंग ने कहा था कि आइंस्टाइन जनरल थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी के अनुसार स्पेस और टाइम ने साथ मिलकर दुनिया में स्पेस और समय का कभी न रुकने वाला चक्र बनाया है, लेकिन सच में वो बिल्कुल सपाट नहीं है, बल्कि ऊर्जा और भौतिक पदार्थ के दबाव के कारण ये आपस में घूमा हुआ है। यही वजह है कि इसे समझ पाना आसान नहीं है।
स्टीफन हॉकिंग ने बताया कि बिगबैंग के पहले 'समय' का भी अस्तित्व नहीं था। बिगबैंग के पहले की दुनिया को लेकर स्टीफन हॉकिंग ने एक काफी नया विचार इस रखा है जो चौंकाने वाला है। उनका कहना है कि बिगबैंग के पहले टाइम यानि समय का भी कोई अस्तित्व नहीं था।
वो कहते हैं कि आइंस्टाइन के सिद्धांत के मुताबिक ब्रह्मांड की उत्पत्ति के समय संसार में मौजूद सभी भौतिक पदार्थ और ऊर्जा बहुत ही छोटी जगहों पर केंद्रित थी, लेकिन उनकी यह थ्योरी बिगबैंग के पहले और बाद की कंडीशन के बीच कोई गणितीय लिंक नहीं बताती।
इंग्लिश
‘A Beautiful Mind’, ‘a rare genius’ – Stephen Hawking is dead
The modern physicist and author Stephen Hawking died at the age of 76. One of the rare genius whose discoveries have helped tremendously to astrophysics. The world over has poured won their tribute to Stephen Hawking and it is worth quoting NASA’s tweet here; “his theories unlocked the universe of possibilities that we & the world are exploring.”
Factfile:
Stephen Hawking has been considered as the most genius of modern age till his death. However, his theories have been really hard to understand for people. Big Bang or Black Holes; people usually associate with him. He brought together several different but equally fundamental fields of physical theory: gravitation, cosmology, quantum theory, thermodynamics and information theory.
Newton, Einstein and Hawking: General Relativity
Newton: According to Newton; massive objects created a field that permeated space. This field enabled one body with mass to exert a force on another, for example, earth exerts on moon. For Newton, the every object having mass has this property. He didn’t know what this force was.
Einstein: But Einstein differed with Newton. According to him, gravity is not a field in space but it is a property of space itself.
Einstein’s Theory of Relativity:
Massive bodies such as Sun cause space to curve around them and this distortion affects the motion of the anything nearby. That’s why earth may be revolves around the sun.
Einstein predicted that, a large body such as a massive start can collapse under its own gravity in a runaway process. This mass shrinks into an infinitely small point of infinite density – it is called Singularity. And this collapse creates an intense field of gravity where not even light can escape. It can be called Black Hole.
But for years, the idea of singularity, languished. Physicists assumed that some process in between prevent the creation of singularity.
He enrolled in PhD program at the University of Cambridge under the cosmologist Denis Sciama. His illness and his intellect both were going along together. On the one hand, he was diagnosed with a form of motor neurone disease called amyotrophic lateral sclerosis – which ultimately would leave him paralyze for life. On the other, he was about to challenge the Einstein’s theory.
Hawking realised that Big Bang was rather like the collapse of a black hole in reverse. He concluded that universe must have begun as a singularity. He also realised that Black Hole can only increase in size, never decrease. Because, nothing that gets too close to Black Hole can escape as it swallows and thus keep gaining mass.
The Astrophysics has a long way to go, but contributions of Hawking will always be remembered whenever we are close to universe because he has made us understand the universe as no one else.
All his discoveries and interpretation of the universe couldn’t be summed up here. For more information, you can visit http://www.hawking.org.
I have noticed even people who claim everything is predestined, and that we can do nothing to change it, look before they cross the road.
Stephen Hawking
The modern physicist and author Stephen Hawking died at the age of 76. One of the rare genius whose discoveries have helped tremendously to astrophysics. The world over has poured won their tribute to Stephen Hawking and it is worth quoting NASA’s tweet here; “his theories unlocked the universe of possibilities that we & the world are exploring.”
Factfile:
- Born: 8 January 1942, England
- PhD at Cambridge University
- By 1963, was diagnosed with motor neurone disease and given two years to live.
- In 1974, outlined his theory that black holes emit “Hawking Radiation”.
- A Brief History of Time 1988 – written by him which has sold more than 10 million copies.
- Movie: The Theory of Everything (2014)
Stephen Hawking has been considered as the most genius of modern age till his death. However, his theories have been really hard to understand for people. Big Bang or Black Holes; people usually associate with him. He brought together several different but equally fundamental fields of physical theory: gravitation, cosmology, quantum theory, thermodynamics and information theory.
Newton, Einstein and Hawking: General Relativity
Newton: According to Newton; massive objects created a field that permeated space. This field enabled one body with mass to exert a force on another, for example, earth exerts on moon. For Newton, the every object having mass has this property. He didn’t know what this force was.
Einstein: But Einstein differed with Newton. According to him, gravity is not a field in space but it is a property of space itself.
Einstein’s Theory of Relativity:
Massive bodies such as Sun cause space to curve around them and this distortion affects the motion of the anything nearby. That’s why earth may be revolves around the sun.
Einstein predicted that, a large body such as a massive start can collapse under its own gravity in a runaway process. This mass shrinks into an infinitely small point of infinite density – it is called Singularity. And this collapse creates an intense field of gravity where not even light can escape. It can be called Black Hole.
But for years, the idea of singularity, languished. Physicists assumed that some process in between prevent the creation of singularity.
Hawking
He enrolled in PhD program at the University of Cambridge under the cosmologist Denis Sciama. His illness and his intellect both were going along together. On the one hand, he was diagnosed with a form of motor neurone disease called amyotrophic lateral sclerosis – which ultimately would leave him paralyze for life. On the other, he was about to challenge the Einstein’s theory.
Big Bang and Black Hole
Hawking realised that Big Bang was rather like the collapse of a black hole in reverse. He concluded that universe must have begun as a singularity. He also realised that Black Hole can only increase in size, never decrease. Because, nothing that gets too close to Black Hole can escape as it swallows and thus keep gaining mass.
The Astrophysics has a long way to go, but contributions of Hawking will always be remembered whenever we are close to universe because he has made us understand the universe as no one else.
All his discoveries and interpretation of the universe couldn’t be summed up here. For more information, you can visit http://www.hawking.org.
I have noticed even people who claim everything is predestined, and that we can do nothing to change it, look before they cross the road.
Stephen Hawking
मराठी
स्टीफन हॉकिंग, प्रसिद्ध भौतिकशास्त्रज्ञ आणि 'अ ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम' चे लेखक, 76 व्या वर्षी मृत्यू पावले.
केंब्रिज येथील काळा राहील रहस्ये सांगतो, जो 14 मार्च, 2018 महान भौतिकशास्त्रज्ञ स्टीफन हॉकिंग, त्यांच्या राहत्या घरी निधन झाले. ते 76 वर्षांचे होते. 1963 मध्ये, हॉकिंग विज्ञान आधुनिक विश्वात एक उल्लेखनीय काम केले 21 वर्षे वयाच्या मोटर न्यूरॉन रोग एक बळी होईल. तो ब्लॅकहोल आणि मोठा मोठा आवाज सिद्धांत समजण्यासाठी एक महत्वाचा योगदानकर्ता आहे.
जीवन परिचय:
जानेवारी 8, 1942 रोजी स्टीफन यांचा जन्म इंग्लंडमधील ऑक्सफर्ड येथे झाला. 1959 मध्ये ते नैसर्गिक विज्ञान अभ्यास करण्यासाठी ऑक्सफर्डला गेले आणि नंतर केंब्रिजमध्ये पीएचडी शिकले. 1962 साली, स्टीफन हॉकिंगने केंब्रिज विद्यापीठात विश्वविद्यालयावर संशोधन सुरू केले. 1963 मध्ये, त्याला असे आढळून आले की तो मोटर न्यूरॉन रोग ग्रस्त होता आणि असे म्हटले गेले की ते फक्त दोन वर्षे जगतील.
1974 मध्ये, वयाच्या 32 व्या वर्षी, स्टीफन हॉकिंग रॉयल सोसायटीचे सदस्य म्हणून निवडून आले. ही कामगिरी साध्य करण्यासाठी ते सर्वात लहान व्यक्ती होते.
1988 मध्ये त्यांनी 'अ ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम' हे पुस्तक विकले, जे 10 दशलक्षांपेक्षा जास्त प्रती विकल्या. 2014 मध्ये, द थिअरी ऑफ सब कुछ त्याच्या जीवनामध्ये तयार करण्यात आला ज्यामध्ये एडी रेडमनने हॉकिंगची भूमिका बजावली होती. 200 9मध्ये स्टीफन हॉकिंग यांनी अमेरिकेचे माजी राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा यांना मेडल ऑफ फ्रीडम जाहीर केले होते.
स्टीफन हॉकिंग बिग बैंग थिअरी:
बिग बैंग थिअरी हा ब्रह्मांड निर्मितीचा एक वैज्ञानिक सिद्धांत आहे. या सिद्धांतामध्ये, ब्रह्मांड केव्हा व कसे आले याचा स्पष्टीकरण करण्याचा प्रयत्न केला गेला आहे. स्टीफन हॉकिंगने या सिद्धांताचे स्पष्टीकरण केले. या सिद्धांताप्रमाणे, सुमारे 15 अब्ज वर्षांपूर्वी संपूर्ण भौतिक घटक आणि ऊर्जा एका ठिकाणी कमी केली होती.
मग हा मुद्दा पसरू लागला. मोठा मोठा आवाज स्फोट म्हणून, तो एकदम बाहेर पडणे नाही पण कण, लवकर विश्व संपूर्ण जागा पसरली आणि एकमेकांना दूर चालवण्यास सुरुवात केली.
हा सिद्धांत एडविन हबल नावाच्या शास्त्रज्ञांना श्रेय दिलेला आहे जो म्हणाला की ब्रह्मांड सातत्याने विस्तारत आहे. याचा अर्थ असा होतो की ब्रह्मांड कधी दाट झाला आहे. कोणीही यापूर्वी काय घडले हे कुणालाच ठाऊक नसले तरी कुणालाच माहीत नाही. हॉकिंगने विश्वाची निर्मिती आत्महत्यापूर्ण घटना म्हणून केली. तथापि, प्रसिद्ध शास्त्रज्ञ आयझॅक न्यूटन अन्यथा अशा गुंतागुंतीची रचना तयार केले जाऊ शकते, या जगात अर्थात निर्माता होईल असा विश्वास.
त्याच वेळी हॉकिंगने टीव्ही शो स्टारटॉकला सांगितले की बिगबॅंगचा शेवट कसा होतो त्यांनी या वेळी सांगितले होते की ते जितके सोपे होते तितके ते होते. त्याच्या मते, बिगबॅंग आधी काहीही नव्हते
हॉकिंग जागा आणि एकत्र जगातील वेळ जागा आणि वेळ आइनस्टाइन जनरल सिद्धांत, चक्र थांबवू करणार नाही परस्परसंबंध त्यानुसार, पण खरोखर उत्तम प्रकारे फ्लॅट नाही, पण ऊर्जा आणि शारीरिक पदार्थ दबाव होऊ म्हटले आहे ते दोघे एकत्र आले आहेत. म्हणूनच तो समजून घेणे सोपे नाही आहे.
स्टीफन हॉकिंग यांनी सांगितले की बिगबॅंग आधी 'टाइम' अस्तित्वातच नाही. स्टीफन हॉकिंगने बिगबॅंगच्या आधी जगाबद्दल बर्याच नवीन कल्पना ठेवली आहे, जी धक्कादायक आहे. तो म्हणतो की बिगबॅंगची ही पहिलीच वेळ आहे की तिथे वेळ नाही.
तो म्हणतो की आइनस्टाइन विश्व आणि ऊर्जा खूप लहान जागा मूळ जगातील उपस्थित सर्व बाब लक्ष केंद्रित, पण तो आधी आणि सिद्धांत Bigbang नंतर अट दरम्यान कोणत्याही गणिती दुवा नाही सिद्धांत आहे.
केंब्रिज येथील काळा राहील रहस्ये सांगतो, जो 14 मार्च, 2018 महान भौतिकशास्त्रज्ञ स्टीफन हॉकिंग, त्यांच्या राहत्या घरी निधन झाले. ते 76 वर्षांचे होते. 1963 मध्ये, हॉकिंग विज्ञान आधुनिक विश्वात एक उल्लेखनीय काम केले 21 वर्षे वयाच्या मोटर न्यूरॉन रोग एक बळी होईल. तो ब्लॅकहोल आणि मोठा मोठा आवाज सिद्धांत समजण्यासाठी एक महत्वाचा योगदानकर्ता आहे.
जीवन परिचय:
जानेवारी 8, 1942 रोजी स्टीफन यांचा जन्म इंग्लंडमधील ऑक्सफर्ड येथे झाला. 1959 मध्ये ते नैसर्गिक विज्ञान अभ्यास करण्यासाठी ऑक्सफर्डला गेले आणि नंतर केंब्रिजमध्ये पीएचडी शिकले. 1962 साली, स्टीफन हॉकिंगने केंब्रिज विद्यापीठात विश्वविद्यालयावर संशोधन सुरू केले. 1963 मध्ये, त्याला असे आढळून आले की तो मोटर न्यूरॉन रोग ग्रस्त होता आणि असे म्हटले गेले की ते फक्त दोन वर्षे जगतील.
1974 मध्ये, वयाच्या 32 व्या वर्षी, स्टीफन हॉकिंग रॉयल सोसायटीचे सदस्य म्हणून निवडून आले. ही कामगिरी साध्य करण्यासाठी ते सर्वात लहान व्यक्ती होते.
1988 मध्ये त्यांनी 'अ ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम' हे पुस्तक विकले, जे 10 दशलक्षांपेक्षा जास्त प्रती विकल्या. 2014 मध्ये, द थिअरी ऑफ सब कुछ त्याच्या जीवनामध्ये तयार करण्यात आला ज्यामध्ये एडी रेडमनने हॉकिंगची भूमिका बजावली होती. 200 9मध्ये स्टीफन हॉकिंग यांनी अमेरिकेचे माजी राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा यांना मेडल ऑफ फ्रीडम जाहीर केले होते.
स्टीफन हॉकिंग बिग बैंग थिअरी:
बिग बैंग थिअरी हा ब्रह्मांड निर्मितीचा एक वैज्ञानिक सिद्धांत आहे. या सिद्धांतामध्ये, ब्रह्मांड केव्हा व कसे आले याचा स्पष्टीकरण करण्याचा प्रयत्न केला गेला आहे. स्टीफन हॉकिंगने या सिद्धांताचे स्पष्टीकरण केले. या सिद्धांताप्रमाणे, सुमारे 15 अब्ज वर्षांपूर्वी संपूर्ण भौतिक घटक आणि ऊर्जा एका ठिकाणी कमी केली होती.
मग हा मुद्दा पसरू लागला. मोठा मोठा आवाज स्फोट म्हणून, तो एकदम बाहेर पडणे नाही पण कण, लवकर विश्व संपूर्ण जागा पसरली आणि एकमेकांना दूर चालवण्यास सुरुवात केली.
हा सिद्धांत एडविन हबल नावाच्या शास्त्रज्ञांना श्रेय दिलेला आहे जो म्हणाला की ब्रह्मांड सातत्याने विस्तारत आहे. याचा अर्थ असा होतो की ब्रह्मांड कधी दाट झाला आहे. कोणीही यापूर्वी काय घडले हे कुणालाच ठाऊक नसले तरी कुणालाच माहीत नाही. हॉकिंगने विश्वाची निर्मिती आत्महत्यापूर्ण घटना म्हणून केली. तथापि, प्रसिद्ध शास्त्रज्ञ आयझॅक न्यूटन अन्यथा अशा गुंतागुंतीची रचना तयार केले जाऊ शकते, या जगात अर्थात निर्माता होईल असा विश्वास.
त्याच वेळी हॉकिंगने टीव्ही शो स्टारटॉकला सांगितले की बिगबॅंगचा शेवट कसा होतो त्यांनी या वेळी सांगितले होते की ते जितके सोपे होते तितके ते होते. त्याच्या मते, बिगबॅंग आधी काहीही नव्हते
हॉकिंग जागा आणि एकत्र जगातील वेळ जागा आणि वेळ आइनस्टाइन जनरल सिद्धांत, चक्र थांबवू करणार नाही परस्परसंबंध त्यानुसार, पण खरोखर उत्तम प्रकारे फ्लॅट नाही, पण ऊर्जा आणि शारीरिक पदार्थ दबाव होऊ म्हटले आहे ते दोघे एकत्र आले आहेत. म्हणूनच तो समजून घेणे सोपे नाही आहे.
स्टीफन हॉकिंग यांनी सांगितले की बिगबॅंग आधी 'टाइम' अस्तित्वातच नाही. स्टीफन हॉकिंगने बिगबॅंगच्या आधी जगाबद्दल बर्याच नवीन कल्पना ठेवली आहे, जी धक्कादायक आहे. तो म्हणतो की बिगबॅंगची ही पहिलीच वेळ आहे की तिथे वेळ नाही.
तो म्हणतो की आइनस्टाइन विश्व आणि ऊर्जा खूप लहान जागा मूळ जगातील उपस्थित सर्व बाब लक्ष केंद्रित, पण तो आधी आणि सिद्धांत Bigbang नंतर अट दरम्यान कोणत्याही गणिती दुवा नाही सिद्धांत आहे.
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