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    Tuesday, February 27, 2018

    एचआईवी/एड्स (पीएलएचआईवी) से पीडि़त लोगों के लिए वायरल लोड टेस्‍ट का शुभारंभ किया गया:

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    करेंट अफेयर्स २७ फरवरी २०१८ हिंदी/ इंग्लिश/मराठी


    हिंदी

    एचआईवी/एड्स (पीएलएचआईवी) से पीडि़त लोगों के लिए वायरल लोड टेस्‍ट का शुभारंभ किया गया:
    केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री जे.पी. नड्डा ने 26 फरवरी 2018 को आयोजित एक समारोह में ‘एचआईवी/एड्स (पीएलएचआईवी) से पीडि़त लोगों के लिए वायरल लोड टेस्‍ट’ का शुभारंभ किया। इसके साथ ही उन्‍होंने इसे ऐतिहासिक दिन बताया। इस पहल से देश में इलाज करा रहे 12 लाख पीएलएचआईवी का नि:शुल्‍क वायरल लोड टेस्‍ट साल में कम से कम एक बार अवश्‍य कराया जा सकेगा।
    नड्डा ने यह भी घोषणा की कि ‘सभी का इलाज (ट्रीट ऑल)’ के बाद वायरल लोड टेस्‍ट एचआईवी से पीडि़त लोगों के इलाज एवं निगरानी की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्‍होंने कहा कि यह वायरल लोड टेस्‍ट आजीवन एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी करा रहे मरीजों के इलाज की प्रभावशीलता की निगरानी करने की दृष्टि से विशेष महत्‍व रखता है। स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण राज्‍य मंत्री अनुप्रिया पटेल भी इस अवसर पर उपस्थित थीं।
    प्रमुख तथ्य:
    नियमित वायरल लोड टेस्‍ट ‘फर्स्‍ट-लाइन रेजिमेंस (नियमानुसार परहेज)’ के उपयोग को अनुकूलित करेगा, जिससे एचआईवी से पीड़ित लोगों में दवा प्रतिरोध का निवारण हो सकेगा और उनकी दीर्घायु सुनिश्चित होगी।
    वायरल लोड टेस्‍ट एआरटी से जुड़े चिकित्‍सा अधिकारियों को फर्स्‍ट-लाइन इलाज की विफलता के बारे में पहले ही पता लगाने में सक्षम बनाएगा और इस तरह यह पीएलएचआईवी को दवा का प्रतिरोध करने से बचाएगा।
    यह एलएफयू (लॉस टू फॉलो अप) पीएलएचआईवी पर नजर रखने के मामले में ‘मिशन संपर्क’ को मजबूत करने में भी मददगार साबित होगा।
    वर्ष 2017 में भारत ने एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी (एआरटी) उपचार प्रोटोकॉल को संशोधित किया था, ताकि एआरटी वाले समस्‍त पीएलएचआईवी के लिए ‘ट्रीट ऑल’ का शुभारंभ हो सके।
    यह ‘ट्रीट ऑल’ पहल इसलिए शुरू की गई थी, ताकि उपचार जल्‍द शुरू हो सके और व्‍यक्तिगत एवं समुदाय दोनों ही स्‍तरों पर वायरस के संचरण को कम किया जा सके। वर्तमान में लगभग 12 लाख पीएलएचआईवी 530 से भी अधिक एआरटी केन्‍द्रों में मुफ्त उपचार का लाभ उठा रहे हैं।


    इंग्लिश



    Viral Load test for People Living with HIV/AIDS (PLHIV) launched

    The government on Monday launched a new scheme to provide free of cost viral load testing for at least once a year. It will be given to 1.2 million people with HIV/AIDS and are on treatment.

    HIV Viral Load
    • The viral load is used to monitor the effectiveness of Antiretroviral Therapy (ART) over time.
    • It measures the amount of HIV genetic material (RNA) in the blood and reports how many copies of the virus are present.

    Present condition in India
    • In 2017, India revised the ART treatment protocols to initiate all PLHIV on ART.
    • The ‘treat all’ initiative was started to ensure that treatment is started early and the virus transmission is curtailed both at the individual and the community level.
    • India has the third largest population of people with HIV after South Africa and Nigeria, according to UNAIDS.
    • The report released in July 2017 revealed that in India, only 49% of patients were on Anti-Retroviral Therapy (ART) in 2016.
    • India had 2.1 million people living with HIV at the end of 2016 and 36.7 million globally, according to the report.






    मराठी




    HIV/एड्स ग्रस्त लोकांसाठी ‘व्हायरल लोड’ तपासणी भारतात सुरू

    केंद्रीय आरोग्य व कुटुंब कल्‍याण मंत्री जे. पी. नड्डा यांनी 26 फेब्रुवारी 2018 रोजी नवी दिल्लीत ‘HIV/एड्स ग्रस्त लोकांसाठी ‘व्हायरल लोड’ तपासणीचा शुभारंभ केला.
    या पुढाकाराच्या माध्यमातून देशामध्ये उपचार घेत असलेल्या 12 लाख HIV/एड्स ग्रस्त लोकांची नि:शुल्‍क ‘व्हायरल लोड’ तपासणी वर्षातून कमीतकमी एकदातरी नक्कीच केली जाऊ शकणार.
    तपासणीचे महत्त्व
    • ‘व्हायरल लोड’ तपासणी आजीवन अॅंटीरेट्रोव्हायरल थेरेपी (ART) घेणार्‍या रोगींच्या उपचाराच्या प्रभावांची निगरानी करण्याच्या दृष्टीने विशेष महत्त्व ठेवते.
    • नियमित तपासणी ‘फर्स्‍ट-लाइन रेजिमेंस (नियमानुसार प्रतिबंध)’ च्या उपयोगाला अनुकूल करणार, ज्यामुळे HIV ग्रस्त लोकांमध्ये औषधी-विरोधी प्रक्रियेचे निवारण होऊ शकणार आणि त्यांना दीर्घायुषी लाभण्यात मदत होऊ शकणार.
    • तपासणी ART शी जुळलेल्या वैद्यकीय अधिकार्‍यांना फर्स्‍ट-लाइन उपचाराच्या  अपयशाबाबत आधीच निदान करण्यास सक्षम बनविणार आणि याप्रकारे ही रोगींना औषधी-रोधी होण्यापासून परावृत्त केल्या जाऊ शकणार.
    • LFU (लॉस टू फॉलो अप) HIV ग्रस्त लोकांवर लक्ष ठेवण्याच्या बाबतीत ‘मिशन संपर्क’ ला बळकट करण्यामध्येही याची मदत होणार.
    वर्तमान परिस्थिती
    वर्तमानात सुमारे 12 लाख HIV ग्रस्त लोक 530 हून अधिक ART केंद्रांमध्ये मोफत उपचाराचा लाभ घेत आहे.
    वैयक्तिक व समुदाय दोन्ही पातळीवर HIV च्या प्रसाराला आळा घालून त्याचा प्रसार कमी करण्यासाठी भारत सरकारने ‘ट्रीट ऑल’ पुढाकार घेतला आहे.
    2017 साली ‘अॅंटीरेट्रोव्हायरल थेरेपी (ART) उपचार शिष्टाचाराला सुधारित केले गेले, जेणेकरून ART घेणार्‍या सर्व HIV ग्रस्त लोकांसाठी ‘ट्रीट ऑल’ पुढाकाराचा शुभारंभ होऊ शकणार.

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