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    Tuesday, May 15, 2018

    Pollution changing the colour of Taj Mahal: Explained ताजमहालाचा रंग प्रदूषणामुळे बदलत आहे प्रदूषण की वजह से बदलता ताजमहल का रंग:

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    करेंट अफेयर्स 15 मे 2018 हिंदी/ इंग्लिश/मराठी
    / currentaffairs

    Pollution changing the colour of Taj Mahal: Explained

    ताजमहालाचा रंग प्रदूषणामुळे बदलत आहे

    प्रदूषण की वजह से बदलता ताजमहल का रंग:




    हिंदी


    प्रदूषण की वजह से बदलता ताजमहल का रंग:
    हाल ही में ताजमहल के बदलते रंग पर उच्चतम न्यायालय ने गहरी चिंता जताते हुए कहा कि प्रदूषण के कारण पहले इसका रंग पीला हो गया था और अब भूरे और हरे रंग में बदलने लगा है। केंद्र और यूपी सरकार और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को देशी-विदेशी विशेषज्ञों का सहयोग लेकर इस नुकसान का आकलन और फिर इसका समाधान निकालने को कहा गया है।
    बढ़ता प्रदूषण:
    आगरा उत्तर भारत का एक औद्योगिक केंद्र है और यह शहर भारी प्रदूषण की चपेट में है। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया के सबसे अधिक प्रदूषित 15 शहरों की जो सूची जारी की है उनमें आगरा समेत भारत के 14 शहर हैं।
    विशेषज्ञों का कहना है कि वायु प्रदूषण और कीटों के झुंड का प्रजनन ताज पर हरे, पीले और काले धब्बे बना रहा है। पूर्व में, सुप्रीम कोर्ट ने ताज की सुरक्षा के लिए आस पास के इलाकों से फैक्ट्रियों को बंद करने का आदेश दिया था।
    इसके पीछे एसिड रेन जैसी वजहें भी हैं। साथ ही ताजमहल के पास से गुजरने वाली यमुना नदी का प्रदूषण भी ताज के नुकसान का कारण है। यमुना नदी में पनपे वाले कीड़े ही इसे नुकसान पहुंचा रहे हैं।
    भारतीय पुरातत्‍व सर्वेक्षण विभाग के अनुसार, गोल्‍डी काइरोनोमस के साथ-साथ ताज पर वायु प्रदूषण भी बढ़ रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्‍यादा खतरा पीएम-2.5 कणों की मात्रा बढ़ने से पैदा हो रहा है। इसकी एक बड़ी वजह यमुना में पानी की कमी होना भी है।
    एक पुरानी रिपोर्ट पर गौर करें तो जांच के दौरान ताजमहल पर 55 प्रतिशत धूल के कण, 35 प्रतिशत ब्राउन कार्बन कण और 10 प्रतिशत ब्‍लैक कण पाए गए थे। इसी के बाद से ताजमहल के आसपास के क्षेत्र में गोबर के उपले जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। बेशक उपले जलना बंद हो गए हों, लेकिन वायु प्रदूषण अभी तक कम नहीं हुआ है।
    बचाव के प्रयास:
    ताज पर वायु प्रदूषण के प्रभाव का अध्ययन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी), कानपुर करने जा रहा है। ताजमहल को प्रदूषण से बचाने के लिए ताज ट्रेपेजियम जोन (टीटीजेड) की स्थापना की गई थी। इसके बाद भी वायु प्रदूषण की स्थिति में विशेष सुधार नहीं हुआ।
    भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की रसायन शाखा ने दो वर्षो के आंकड़ों के आधार पर ताज पर प्रदूषण के असर की डेटा बेस स्टडी की है। अब वह एनालिटिकल बेस स्टडी में जुटी है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) अब आइआइटी, कानपुर से ताज पर प्राथमिक स्तर पर प्रदूषण के पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन कराएगा।
    इससे प्राइमरी डाटा कलेक्शन किया जाएगा। इसके लिए आइआइटी कानपुर द्वारा ताज के आसपास उपकरण भी लगाए जाएंगे। एक-दो दिन के प्रदूषण का डाटा एकत्र होने के बाद ताज के परिवेश में पर्टिकुलेट मैटर की स्थिति और उसके कारकों का अलग से विस्तृत अध्ययन किया जाएगा।
    ताजमहल:
    ताजमहल भारत के आगरा शहर में स्थित एक विश्व धरोहर मक़बरा है। इसका निर्माण मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ने, अपनी पत्नी मुमताज़ महल की याद में करवाया था।
    ताजमहल मुग़ल वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है। इसकी वास्तु शैली फ़ारसी, तुर्क, भारतीय और इस्लामी वास्तुकला के घटकों का अनोखा सम्मिलन है। सन् 1983 में, ताजमहल युनेस्को विश्व धरोहर स्थल बना। इसके साथ ही इसे विश्व धरोहर के सर्वत्र प्रशंसा पाने वाली, अत्युत्तम मानवी कृतियों में से एक बताया गया।
    ताजमहल को भारत की इस्लामी कला का रत्न भी घोषित किया गया है। इसका निर्माण सन् 1648 के लगभग पूर्ण हुआ था। उस्ताद अहमद लाहौरी को प्रायः इसका प्रधान रूपांकनकर्ता माना जाता है।




    इंग्लिश


    ताजमहालाचा रंग प्रदूषणामुळे बदलत आहे

    आग्रा येथील जगप्रसिद्ध ताजमहालचा रंग बदलत असल्याबद्दल सर्वोच्च न्यायालयाने चिंता व्यक्त केली आहे. ताजमहाल आधी पिवळे पडत होते आणि आता ते तपकिरी व हिरवट होत आहे.
    त्यात आग्रा उत्तर भारताचे एक औद्योगिक केंद्र आहे आणि हे शहर अत्याधिक प्रदूषणाखाली आहे. WHOच्या जगातल्या सर्वाधिक प्रदूषित 15 शहरांच्या यादीत आग्रासोबतच भारताच्या 14 शहरांचा समावेश आहे.
    ताजमहालला झालेल्या नुकसानीचे मूल्यमापन करण्यासाठी आधी केंद्र सरकारने भारतीय व परदेशी तज्ञांची मदत घ्यावी आणि त्यानंतर त्याचे संवर्धन करण्यासाठी पावले उचलावीत, असे निर्देश न्यायालयाने आधीच दिले आहेत.
    कारक आणि उपाययोजना
    • ताजमहालाला प्रदूषणापासून सुरक्षित ठेवण्याकरिता ताज ट्रेपेझीयम झोन (TTZ) याची स्थापना केली गेली होती.
    • वायू प्रदूषण आणि किटकांचे प्रजनन आणि अन्य कारणांमुळे ताजमहालाचा रंग बदलत आहे. ताजमहालाच्या आसपास असलेली कारखाने बंद करण्याचा यापूर्वीच न्यायालयाने आदेश दिलेला आहे.
    • शिवाय आम्ल-मिश्रित पाऊस हे देखील यामागचे एक कारण आहे. ताजमहालाला लागून वाहणारी यमुना नदी प्रदूषणाच्या विळख्यात आहे. त्यातील किटक या वास्तूला नुकसान पोहचवत आहेत.
    • भारतीय पुरातत्‍व सर्वेक्षण विभागानुसार, सर्वाधिक धोका वातावरणातील PM-2.5 कणांचे प्रमाण वाढल्याने आहे. शिवाय यमुना नदीतील पाण्याची पातळी देखील कमी झाली आहे.
    • सर्वेक्षणात ताजमहालावर 55% धुळीचे कण, 35% ब्राउन कार्बन कण आणि 10% काळे कण आढळून आले आहेत. त्यामधून ताजमहालाच्या आसपासच्या क्षेत्रात शेणाच्या गोवर्‍या जळण्यास बंदी आणली गेली, परंतु तरीही प्रदूषणाची पातळी अजूनही अधिक आहे.
    • ASI ने दोन वर्षांच्या आंकड्यांच्या आधारावर प्रदूषणाचा वास्तूवर होणारा परिणाम याबाबत अभ्यास केला गेला. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण विभाग (CPCB) IIT, कानपुर येथील संशोधकांकडून प्राथमिक पातळीवर प्रदूषणाचा होणारा परिणाम याबाबत अभ्यास करवून घेणार आहे.
    • आग्रामधील प्रदूषण आणि त्यांच्या आजूबाजूला वनक्षेत्र कमी होण्याने ही स्थिती निर्माण झाली असून त्याचे संरक्षण करण्याबाबत आदेश दिले गेले आहेत.
    • केंद्र शासन, उत्तरप्रदेश राज्य शासन आणि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) विभागाला देशी-परदेशी तज्ञांच्या मदतीने होत असलेल्या नुकसानीचे आकलन करणे आणि त्यानंतर त्यावर उपाय शोधण्यास संगितले.
    ताजमहालाबाबत
    भारतातले ताजमहल आग्रा शहरात 17 व्या शतकात बांधण्यात आलेली एक समाधी आहे. ही वास्तू मुघल सम्राट शाहजहाने त्याची पत्नी मुमताज महल हिच्या स्मृतीत बांधून घेतली होती.
    ताजमहाल मुघल वास्तुककेचा एक उत्कृष्ट नमूना आहे. याची वास्तुशैली फारसी, तुर्क, भारतीय आणि इस्लामी संस्कृतीतल्या घटकांचे समग्र मिश्रण दर्शवते. सन 1983 मध्ये ताजमहालाला UNESCO ने जागतिक वारसा म्हणून घोषित केले. उस्ताद अहमद लाहौरी यांना सन 1648 मध्ये बांधणी पूर्ण झालेल्या या वास्तूचे प्रमुख वास्तुकार मानले जाते. संयुक्त राष्ट्रसंघाच्या वारसा यादीत नोंदवलेल्या ऐतिहासिक वास्तूंपैकी एक असे ताजमहाल हे एक आश्चर्य देखील आहे.







    मराठी


    Pollution changing the colour of Taj Mahal: Explained
    The Supreme Court last week expressed concern over the marble of Taj Mahal changing colour. Initially, it turned into yellow and in recent times, it is turning to brownish and greenish. The noted environmentalist MC Mehta filed a petition seeking the government’s efforts towards restoring the 17th century monument. Taj Mahal is under constant threat of pollution and SC in 1996 asked the government to remove the factories from the vicinity of Taj Mahal. However, the problem still persists.
    What are the main reasons behind marbles changing colour?
    • Nearby polluting industries
    • Vehicular emissions
    • Pollution of Yamuna
    • Algae infestation on Taj Mahal
    • Insects
    • Air Pollution
    How air pollution causes change in colour of Taj Mahal?
    Agra is 8th most polluted city of the world in terms of PM 2.5 levels as per WHO report. Air pollution is not only a health concern but it is also dangerous to historical heritage sites and it had been already presented in parliament by the Parliamentary Standing Committee on Science and Technology, Environment and Forests.
    How insects damage the Taj Mahal?
    The source of this problem derives from the drying river Yamuna. It has lost its ecological flow. The insects born out in polluted Yamuna River attack the Taj Mahal in the evening. As river is losing its fresh water that’s why there is an increase in insects because there is no fishes which can control their population.
    Archaeological Survey of India (ASI)
    ASI is the government agency responsible for restoring and conserving the heritage sites in India. However, it has not been much success in conserving the natural beauty of the Taj Mahal. That’s why, SC advised to consult the international experts to have a broader view on how to conserve this world heritage site.
    A proposal for making Agra a heritage city has also not been materialized. Probably, it is the way out to conserve the Taj Mahal. There is also a need to clean Yamuna as it will help in conserving the Taj Mahal. The industries near the monuments need to be completely removed.







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