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    Sunday, May 6, 2018

    सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शीर्ष पर होगा भारतः हॉवर्ड अध्ययन India tops list of fastest growing economies for coming decade: Harvard study येत्या दशकात भारत सर्वाधिक वेगाने वाढणारी अर्थव्यवस्था बनणार: हार्वर्ड विद्यापीठ

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    करेंट अफेयर्स 6 मे 2018 हिंदी/ इंग्लिश/मराठी
    / currentaffairs
    सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शीर्ष पर होगा भारतः हॉवर्ड अध्ययन
    India tops list of fastest growing economies for coming decade: Harvard study

    येत्या दशकात भारत सर्वाधिक वेगाने वाढणारी अर्थव्यवस्था बनणार: हार्वर्ड विद्यापीठ


    हिंदी

    सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शीर्ष पर होगा भारतः हॉवर्ड अध्ययन
    भारत आने वाले दशक में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं की सूची में शीर्ष पर होगा। इस दौरान भारत की आर्थिक वृद्धि दर सालाना 7.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है। भारत की यह वृद्धि दर चीन और अमेरिका से अधिक रहेगी।
    वर्ष 2026 में चीन की वृद्धि दर 4.9 व फ्रांस की 3.5 व अमेरिका की 3 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है। हार्वर्ड विश्वविद्यालय की एक अध्ययन रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।
    प्रमुख तथ्य:
    हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय विकास केंद्र ने 03 मई 2018 को नया वृद्धि अनुमान जारी करते हुए कहा कि भारत और वियतनाम जैसे देश जिन्होंने अपनी अर्थव्यवस्थाओं का विविधीकरण अधिक जटिल क्षेत्रों में किया है, आगामी दशक में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था होंगे।
    भारत ने अपने निर्यात आधार का विविधीकरण अधिक जटिल क्षेत्रों मसलन रसायन, वाहन और कुछ इलेक्ट्रॉनिक्स में किया है। भारत की उत्पादन क्षमता उसकी मौजूदा आय स्तर के अनुमान से कहीं अधिक हैं। इस लिहाज से आगामी दशक में भारत तेज वृद्धि दर्ज करेगा।
    भारत के बाद दुनिया की दूसरी सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था यूगांडा होगी। यूगांडा की वृद्धि दर 2026 तक 7.5 फीसदी की दर से होगी।
    शोधकर्ताओं ने पाया कि जटिलता अवसर सूचकांक (सीओआई) में भारत की स्थिति सबसे बेहतर है। इसमें यह देखा जाता है कि आप अपने मौजूदा ज्ञान का इस्तेमाल किस तरह से लगाएंगे जिससे नए जटिल उत्पाद क्षेत्र में प्रवेश किया जा सके।
    सीओआई इंडेक्स की रिपोर्ट का मतलब यह भी है कि भारत में बहुत से क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर काम किया जाना बाकी है। इससे न केवल विकास की दर तेजी से बढ़ेगी बल्कि नौकरियां भी भारी संख्या में सृजित होंगी।
    भारत ने पिछले एक दशक के दौरान अर्थव्यवस्था में मौजूद खामियों को दूर नहीं किया इसकी वजह से यह क्षेत्र अछूते रह गए, लेकिन पिछले कुछ सालों में जो सुधार हुए उससे अर्थव्यवस्था के तेजी से बढ़ने की संभावना पैदा हो रही है। रिपोर्ट कहती है कि न्यू केमिकल, वाहनों व इलेक्ट्रानिक्स सामानों का निर्यात उप महाद्वीप की कुछ खास जगहों तक सीमित है।



    इंग्लिश


    India tops list of fastest growing economies for coming decade: Harvard study
    India tops the list of the fastest growing economies in the world for the coming decade and is projected to grow at 7.9 per cent annually, ahead of China and the US, according to a Harvard University report.
    India’s productive capabilities far exceed expectations for its current income level, which contributes to the projection of rapid growth for the coming decade.
    The researchers also find India ranks the best on the criteria termed the Complexity Opportunity Index (COI), which measures how easy it is to redeploy existing knowhow to enter new complex products.
    Uganda comes second on the list of the fastest growing economies to 2026, predicted to grow at 7.5 per cent annually.
    The growth projections are based on economic complexity, a single measure of each country’s economy which captures the diversity and sophistication of the productive capabilities embedded in a country’s exports.
    China may grow 4.9%                
     China is projected to grow at 4.9 per cent annually to 2026, the US three per cent and France 3.5 per cent. The top ranking in COI means India has many “unrealised opportunities” to diversify into related, high-value sectors to continue to drive productivity growth and job creation.
    Other challenges
    The other major challenge will be to ensure the inclusive nature of this productive transformation, as the gains made in new chemical, vehicle and electronics exports are highly concentrated in specific localities of the subcontinent.






    मराठी


    येत्या दशकात भारत सर्वाधिक वेगाने वाढणारी अर्थव्यवस्था बनणार: हार्वर्ड विद्यापीठ

    हार्वर्ड विद्यापीठात केल्या गेलेल्या एका अभ्यासात असे दिसून आले आहे की, भारत येत्या दशकात जगातल्या सर्वाधिक वेगाने वाढणार्‍या अर्थव्यवस्थांमध्ये अग्रस्थानी असणार.
    त्या काळात भारताचा आर्थिक वृद्धीदर वार्षिक 7.9% राहण्याचा अंदाज वर्तविण्यात आला आहे, जो की चीन आणि अमेरिकेहून अधिक ठरणार.
    ठळक बाबी
    जागतिक
    • भारत आणि व्हिएतनाम सारखे देश, ज्यांनी आपल्या अर्थव्यवस्थांचे विविधीकरण अधिक किचकट क्षेत्रांमध्ये केले आहे, येत्या दशकात सर्वाधिक वेगाने वाढणार्‍या अर्थव्यवस्था ठरतील.
    • यूगांडा सर्वात वेगाने विकसित होणाऱ्या अर्थव्यवस्थांच्या यादीत दुसऱ्या क्रमांकावर आहे. हा देश 2026 पर्यंत वार्षिक 7.5% वृध्दीदराने वाढणार. 
    • 2026 सालापर्यंत चीनसाठी वार्षिक 4.9%, अमेरिका 3% आणि फ्रान्ससाठी 3.5% वृद्धी अंदाजित करण्यात आली आहे.
    • बांग्लादेश, व्हेनेझुएला आणि अंगोला यासह अनेक कमी उत्पन्न असलेल्या देशांना कमी वाढीचा सामना करावा लागत आहे.
    • भारत, टर्की आणि फिलिपीन्स यासारख्या देशांनी नवीन क्षेत्रात प्रवेश करण्यासाठी उत्पादक क्षमता यशस्वीरित्या वाढवली आहे.
    • येत्या दशकात आग्नेय आशियाई देश, जसे फिलीपिन्स, व्हिएतनाम, इंडोनेशिया आणि थायलंड, हे विकासाचे नेतृत्व करणार. 
    भारत
    • सर्वाधिक वेगाने वाढणार्‍या अर्थव्यवस्थांमध्ये 7.9%च्या वार्षिक वाढीसह भारत शीर्ष स्थानी असणार. भारताने आपल्या निर्यात आधाराचे विविधीकरण अधिक किचकट क्षेत्रांमध्ये रसायने, वाहने आणि काही इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्रांमध्ये केलेले आहे.
    • भारताची उत्पादन क्षमता त्याच्या वर्तमान उत्पन्न पातळीच्या अंदाजापेक्षा अधिक आहे. याच्या आधारावर येत्या दशकात भारत वेगवान वाढ नोंदविणार.
    • कॉम्प्लेक्सीटी ऑपर्चुनिटी इंडेक्स (COI) मध्ये पात्रतेच्या दृष्टीने भारत अधिक चांगल्या स्थितीत आहे. यामध्ये हे पहिले जाते की आपल्या उपस्थित ज्ञानाचा वापर कश्याप्रकारे करणार, ज्यामुळे नवीन किचकट उत्पादन क्षेत्रात प्रवेश केले जाऊ शकणार आणि भारत या बाबतीत सुयोग्य स्थितीत आहे.
    • भारतापुढील आव्हाने - भारताची दीर्घकालीन आर्थिक वाढ संबंधित उत्पादनांमध्ये विविधता आणण्यावर अवलंबून असणार आहे. अन्य प्रमुख आव्हान म्हणजे या उत्पादक परिवर्तनाचे सर्वसमावेशक स्वरुप सुनिश्चित करणे, कारण की रसायने, वाहने आणि काही इलेक्ट्रॉनिक्स यांच्या निर्यातीमधून मिळणारे फायदे उपखंडाच्या विशिष्ट क्षेत्रांमध्ये अधिक केंद्रित आहेत. 




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