करेंट अफेयर्स १७ मार्च २०१८ हिंदी/ इंग्लिश/मराठी
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भारत का जीएसटी दुनिया में दूसरा सबसे ऊंचा टैक्स रेट: विश्व बैंक
वर्ल्ड बैंक ने भारत में लागू जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) को सबसे ज्यादा जटिल करार दिया है। वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, 115 देशों में भारत में टैक्स रेट दूसरा सबसे ऊंचा है। रिपोर्ट में शामिल देशों में भारत की तरह ही अप्रत्यक्ष कर प्रणाली लागू है।
मोदी सरकार द्वारा 1 जुलाई, 2017 को अमल में लाए गए जीएसटी के ढांचे में पांच स्लैब (0, 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत) बनाए गए हैं। सभी वस्तुओं और सेवाओं को इसी दायरे में रखा गया है। सरकार ने कई वस्तुओं और सेवाओं को जीएसटी के दायरे से बाहर भी रखा है और कुछ पर काफी कम टैक्स लगाए गए हैं।
जैसे सोने पर 3 तो कीमती पत्थरों पर 0.25 फीसद की दर से कर लगाया गया है। वहीं, अल्कोहल, पेट्रोलियम उत्पाद, रियल एस्टेट पर लगने वाला स्टाम्प ड्यूटी और बिजली बिल को GST के दायरे से बाहर रखा गया है। विश्व बैंक ने 14 मार्च 2018 को ‘इंडिया डेवलपमेंट अपडेट’ की छमाही रिपोर्ट जारी की थी।
प्रमुख तथ्य:
इस रिपोर्ट में कहा गया भारत में टैक्स की उच्चतम दर 28 फीसद की है यह करीब 115 देशों के मुकाबले दूसरी उच्चतम कर दर है और एशिया में सबसे ज्यादा है। दुनिया के 49 देशों में जीएसटी की एक दर है, जबकि 28 देश ऐसे हैं जहां जीएसटी की दो दरें प्रचलित हैं और सिर्फ पांच देश ही ऐसे हैं जिसमें भारत भी शामिल है जहां टैक्स की 5 दरें हैं।
जो देश जीएसटी की चार या उससे ज्यादा दरों का इस्तेमाल करते हैं उनमें इटली, लग्जमबर्ग, पाकिस्तान और घाना है। इस हिसाब से भारत दुनियाभर में सबसे ज्यादा जीएसटी दरें रखने वाला देश है।
टैक्स रिफंड की धीमी रफ्तार पर चिंता:
वर्ल्ड बैंक ने टैक्स रिफंड की धीमी रफ्तार पर भी चिंता जताई है। इसका असर पूंजी की उपलब्धता पर पड़ने की बात कही गई है। रिपोर्ट में कर प्रणाली के प्रावधानों को अमल में लाने पर होने वाले खर्च को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं।
विश्व बैंक ने अंतरराष्ट्रीय अनुभवों के आधार पर भविष्य में स्थिति में सुधार आने की उम्मीद जताई है। रिपोर्ट में टैक्स रेट की संख्या कम करने, कानूनी प्रावधान और प्रक्रियाओं को सरल बनाने की वकालत की गई है।
वर्ल्ड बैंक ने भारत में लागू जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) को सबसे ज्यादा जटिल करार दिया है। वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, 115 देशों में भारत में टैक्स रेट दूसरा सबसे ऊंचा है। रिपोर्ट में शामिल देशों में भारत की तरह ही अप्रत्यक्ष कर प्रणाली लागू है।
मोदी सरकार द्वारा 1 जुलाई, 2017 को अमल में लाए गए जीएसटी के ढांचे में पांच स्लैब (0, 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत) बनाए गए हैं। सभी वस्तुओं और सेवाओं को इसी दायरे में रखा गया है। सरकार ने कई वस्तुओं और सेवाओं को जीएसटी के दायरे से बाहर भी रखा है और कुछ पर काफी कम टैक्स लगाए गए हैं।
जैसे सोने पर 3 तो कीमती पत्थरों पर 0.25 फीसद की दर से कर लगाया गया है। वहीं, अल्कोहल, पेट्रोलियम उत्पाद, रियल एस्टेट पर लगने वाला स्टाम्प ड्यूटी और बिजली बिल को GST के दायरे से बाहर रखा गया है। विश्व बैंक ने 14 मार्च 2018 को ‘इंडिया डेवलपमेंट अपडेट’ की छमाही रिपोर्ट जारी की थी।
प्रमुख तथ्य:
इस रिपोर्ट में कहा गया भारत में टैक्स की उच्चतम दर 28 फीसद की है यह करीब 115 देशों के मुकाबले दूसरी उच्चतम कर दर है और एशिया में सबसे ज्यादा है। दुनिया के 49 देशों में जीएसटी की एक दर है, जबकि 28 देश ऐसे हैं जहां जीएसटी की दो दरें प्रचलित हैं और सिर्फ पांच देश ही ऐसे हैं जिसमें भारत भी शामिल है जहां टैक्स की 5 दरें हैं।
जो देश जीएसटी की चार या उससे ज्यादा दरों का इस्तेमाल करते हैं उनमें इटली, लग्जमबर्ग, पाकिस्तान और घाना है। इस हिसाब से भारत दुनियाभर में सबसे ज्यादा जीएसटी दरें रखने वाला देश है।
टैक्स रिफंड की धीमी रफ्तार पर चिंता:
वर्ल्ड बैंक ने टैक्स रिफंड की धीमी रफ्तार पर भी चिंता जताई है। इसका असर पूंजी की उपलब्धता पर पड़ने की बात कही गई है। रिपोर्ट में कर प्रणाली के प्रावधानों को अमल में लाने पर होने वाले खर्च को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं।
विश्व बैंक ने अंतरराष्ट्रीय अनुभवों के आधार पर भविष्य में स्थिति में सुधार आने की उम्मीद जताई है। रिपोर्ट में टैक्स रेट की संख्या कम करने, कानूनी प्रावधान और प्रक्रियाओं को सरल बनाने की वकालत की गई है।
इंग्लिश
India's GST is second highest tax rate in world: World Bank
According to a World Bank report, Goods and Services Tax (GST) in India is one of the most complex with the second highest tax rate in the world among a sample of 115 countries. World Bank in its bi-annual India Development Update released on 14 March described the present GST in India, however, predicted that benefits of GST are likely to outweigh its costs in the long run.
Major Findings of the Report:
According to a World Bank report, Goods and Services Tax (GST) in India is one of the most complex with the second highest tax rate in the world among a sample of 115 countries. World Bank in its bi-annual India Development Update released on 14 March described the present GST in India, however, predicted that benefits of GST are likely to outweigh its costs in the long run.
Major Findings of the Report:
- 49 countries of the world has a single slab of GST.
- 28 countries have two slabs.
- Only 5 countries including India has 4 slabs. Other four countries are Pakistan, Italy, Luxemburg and Ghana.
- The World Bank suggested that minimizing compliance burden and structuring different slabs into one unified slab can be a game changer.
- The report also said that lack of clarity on discontinuation of local taxes, for example, in Tamil Nadu where the state government devolved an entertainment tax to local governments in order to impose it over and above a 28% GST. To preserve revenue collections, Maharashtra has also increased motor vehicles tax to compensate for losses due to GST.
- India’s GST structure has five tax slabs of 0, 5%, 12%, 18%, and 28%.
- There are several exempted sales and exports are zero rated, which allows exporters to claim refund for taxes paid on inputs. Gold is taxed at 3% rate and precious stones at 0.25%. ,
- Alcohol, petroleum products, stamp duties on real estate and electricity duties are excluded from the GST and continue to be taxed by the state governments at state-specific rates.
मराठी
GST व्यवस्था असलेल्या देशांमध्ये भारतात दुसर्या क्रमांकाचा सर्वाधिक दर आहे: जागतिक बँक
जागतिक बँकेने आपल्या ‘इंडिया डेव्हलपमेंट अपडेट’ अहवालात असे म्हटले आहे की, भारतात वस्तू व सेवा कर (GST) अधिक किचकट आहे.ठळक बाबी
- संपूर्ण आशियात, भारतात सर्वात उच्च मानक GST दर आहेत.
- भारतातील सर्वाधिक GST दर 28% आहे, जो GST व्यवस्था असलेल्या 115 देशांच्या नमुन्यांमध्ये दुसर्या क्रमांकाचा सर्वाधिक दर आहे.
- भारत, इटली, लेक्सिमबर्ग, पाकिस्तान आणि घाना या 5 देशांमध्ये 5 कर-स्तर आहेत. अहवालानुसार, भारताशिवाय अन्य चार देशांची वर्तमान अर्थव्यवस्था खराब आहे.
- जगातल्या 49 देशांमध्ये GST चा एक दर लागू आहे, जेव्हा की 28 देश असे आहेत जेथे GST चे दोन दर आहेत.
जागतिक बँकेने कर-स्तरांची संख्या कमी करणे आणि कायदेशीर तरतुदींना सुलभ करण्याची शिफारस केली आहे.
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