करेंट अफेयर्स २६ मार्च २०१८ हिंदी/ इंग्लिश/मराठी
हिंदी
टीबी इंडिया रिपोर्ट 2018 जारी की गयी:
स्वास्थ्य मंत्रालय ने विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर, टीबी इंडिया 2018 रिपोर्ट जारी की। टीबी इंडिया रिपोर्ट 2018 के अनुसार, देश भर में 2.8 मिलियन लोग टीबी से संक्रमित हैं। भारत में इस बीमारी से सम्बन्धित सबसे अधिक मामले पाए जाते हैं। रिपोर्ट के अनुसार लगभग 25% मामलों भारत में पाए जाते हैं।
भारत सरकार ने वैश्विक लक्ष्य (2030) से पांच साल पहले ही अर्थात वर्ष 2025 तक टीबी को समाप्त करने का एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है, लेकिन दवा प्रतिरोधी (ड्रग-रेजिस्टेंट) टीबी के उद्भव के साथ ही, यह एक बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य हो गया है।
टीबी इंडिया 2018 रिपोर्ट में यह जानकरी भी प्रदान की गयी है कि इस साल (वर्ष 2018-19) के केंद्रीय बजट में, केंद्र सरकार ने उपचार के दौरान 500 रुपये प्रति मरीज प्रति माह देने की घोषणा की है।
टीबी इंडिया रिपोर्ट 2018 के अनुसार, योजना (वर्ष 2025) अवधि के दौरान टीबी रोग की समाप्ति के लिए निम्नलिखित लक्ष्य निर्धारित किये गए हैं:
वर्ल्ड हेल्थ असेंबली द्वारा वर्ष 2014 में डब्ल्यूएचओ की "एंड टीबी स्ट्रैटेजी" को अपनाया गया ताकि वैश्विक स्तर पर टीबी महामारी समाप्त हो सके। इसका लक्ष्य है कि 2015 के मुकाबले टीबी से होने वाली मौतों की संख्या में 2035 तक 95% की कमी की जा सके। वर्ष 2015 की तुलना में टीबी घटना दर में 2035 तक 90% की कमी लाना और टीबी के कारण होने वाले विपदात्मक व्यय को रोगी और उसके परिवार के लिए वर्ष 2035 तक शून्य प्रतिशत पर लाना भी इसका लक्ष्य है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर, टीबी इंडिया 2018 रिपोर्ट जारी की। टीबी इंडिया रिपोर्ट 2018 के अनुसार, देश भर में 2.8 मिलियन लोग टीबी से संक्रमित हैं। भारत में इस बीमारी से सम्बन्धित सबसे अधिक मामले पाए जाते हैं। रिपोर्ट के अनुसार लगभग 25% मामलों भारत में पाए जाते हैं।
भारत सरकार ने वैश्विक लक्ष्य (2030) से पांच साल पहले ही अर्थात वर्ष 2025 तक टीबी को समाप्त करने का एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है, लेकिन दवा प्रतिरोधी (ड्रग-रेजिस्टेंट) टीबी के उद्भव के साथ ही, यह एक बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य हो गया है।
टीबी इंडिया 2018 रिपोर्ट में यह जानकरी भी प्रदान की गयी है कि इस साल (वर्ष 2018-19) के केंद्रीय बजट में, केंद्र सरकार ने उपचार के दौरान 500 रुपये प्रति मरीज प्रति माह देने की घोषणा की है।
टीबी इंडिया रिपोर्ट 2018 के अनुसार, योजना (वर्ष 2025) अवधि के दौरान टीबी रोग की समाप्ति के लिए निम्नलिखित लक्ष्य निर्धारित किये गए हैं:
- टीबी की घटनाओं में 80 प्रतिशत की कमी लाना (211 प्रति लाख से 43 प्रति लाख तक)
- टीबी रोग की मृत्यु दर में 90 प्रतिशत की कमी लाना (32 प्रति लाख से 3 प्रति लाख तक)
- टीबी के कारण होने वाले विपदात्मक व्यय को रोगी के लिए शून्य प्रतिशत पर लाना।
वर्ल्ड हेल्थ असेंबली द्वारा वर्ष 2014 में डब्ल्यूएचओ की "एंड टीबी स्ट्रैटेजी" को अपनाया गया ताकि वैश्विक स्तर पर टीबी महामारी समाप्त हो सके। इसका लक्ष्य है कि 2015 के मुकाबले टीबी से होने वाली मौतों की संख्या में 2035 तक 95% की कमी की जा सके। वर्ष 2015 की तुलना में टीबी घटना दर में 2035 तक 90% की कमी लाना और टीबी के कारण होने वाले विपदात्मक व्यय को रोगी और उसके परिवार के लिए वर्ष 2035 तक शून्य प्रतिशत पर लाना भी इसका लक्ष्य है।
इंग्लिश
TB India Report 2018 launched
According to TB India Report 2018; 2.8 million are infected with Tuberculosis. A highly infectious disease, TB is the biggest killer in India which claims about 4 lakh lives every year.
India also has the highest incidence of the disease—25% cases are found in India. The government has set an ambitious goal of eliminating TB by 2025, five years before the global target—but with the emergence of drug-resistant TB, this is set to be an extremely challenging task, according to government sources.
In the Union budget this year, the government has also announced Rs 500 per month per patient during the course of the treatment, the report released today highlighted.
The report also says that the government aims to bring 80 per reduction in TB incidence (from 211 per lakh to 43 per lakh) and 90 per reduction in TB mortality (from 32 per lakh to 3 per lakh) by 2025.
End TB Strategy
WHO’s “END TB Strategy” adopted by the World Health Assembly in 2014 aims to end the TB epidemic globally. It aims at 95% reduction by 2035 in the number of TB deaths compared with 2015, 90% reduction by 2035 in the TB incidence rate compared with 2015 and Zero TB-affected families facing catastrophic costs due to TB by 2035.
According to TB India Report 2018; 2.8 million are infected with Tuberculosis. A highly infectious disease, TB is the biggest killer in India which claims about 4 lakh lives every year.
India also has the highest incidence of the disease—25% cases are found in India. The government has set an ambitious goal of eliminating TB by 2025, five years before the global target—but with the emergence of drug-resistant TB, this is set to be an extremely challenging task, according to government sources.
In the Union budget this year, the government has also announced Rs 500 per month per patient during the course of the treatment, the report released today highlighted.
The report also says that the government aims to bring 80 per reduction in TB incidence (from 211 per lakh to 43 per lakh) and 90 per reduction in TB mortality (from 32 per lakh to 3 per lakh) by 2025.
End TB Strategy
WHO’s “END TB Strategy” adopted by the World Health Assembly in 2014 aims to end the TB epidemic globally. It aims at 95% reduction by 2035 in the number of TB deaths compared with 2015, 90% reduction by 2035 in the TB incidence rate compared with 2015 and Zero TB-affected families facing catastrophic costs due to TB by 2035.
मराठी
‘टीबी इंडिया 2018’ अहवाल प्रसिद्ध
24 मार्चला जागतिक क्षयरोग दिनानिमित्त, केंद्रीय आरोग्य मंत्रालयाने ‘टीबी इंडिया 2018’ अहवाल प्रसिद्ध केला आहे. अहवालानुसार, देशभरात 2.8 दशलक्ष लोकांना क्षयरोगाचा संसर्ग आहे. भारतात सर्वात जास्त क्षयरोगी आढळतात. जवळपास 25% क्षयरोगाचा संसर्ग झालेले भारतात आढळतात.भारत सरकारने क्षयरोग निर्मूलनासंबंधी वैश्विक मर्यादेच्या (2030) पाच वर्षाआधीच म्हणजेच सन 2025 पर्यंत देशातून क्षयरोगाचे उच्चाटन करण्याचे महत्वाकांक्षी लक्ष्य ठेवले आहे, परंतु औषधी-रोधी क्षयरोगामुळे एक मोठे आव्हान उभे ठाकलेले आहे. 2018-19 सालच्या केंद्रीय अर्थसंकल्पात उपचारादरम्यान रोगीला मासिक 500 रुपये भत्ता देण्याची घोषणा केली आहे.
ठळक बाबी
- औषध-रोधी क्षयरोगींच्या बाबतीत जागतिक स्तरावर कोणत्याही इतर देशापेक्षा भारतात दरवर्षी नवीन क्षयरोगाचे अधिक नवीन रुग्ण आहेत, ज्याचे प्रमाण जागतिक क्षयरोगच्या भाराच्या 27% आहे आणि दरवर्षी त्यात सुमारे 2.79 दशलक्ष क्षयरोगी जोडले जातात. एक चतुर्थांशपेक्षा अधिक भारतातील रूग्णांमध्ये एक किंवा अधिक औषधांना औषध-रोधी क्षयरोग (MDR-TB) आहे.
- भारतात MDR-TB यांची अंदाजे संख्या 147,000 एवढी आहे, जो जगातला चौथा भाग आहे. भारतातील रूग्णांमध्ये उपचाराचा यश दर 46% (जागतिक 52%) आणि मृत्युदर 20% (जागतिक 17%) कायम आहे.
- MDR-TB लोकसंख्येत तीव्र औषधी-रोधी क्षयरोग (XDR-TB) असणार्यांचे प्रमाण जगभरात 6.2% आहे.
- भारत सरकारने प्रायोजित केलेल्या राष्ट्रीय क्षयरोग नियंत्रण कार्यक्रमाद्वारे ‘युनिव्हर्सल ड्रग सस्सेप्टीबिलिटी टेस्टिंग’च्या धोरणाची अंमलबजावणी केली जात आहे, ज्यामध्ये क्षयरोगाचे निदान झालेल्या सर्वांना कमीतकमी रिफाम्पिसिन आणि आयसोनाएझिड रेझीस्टंट टेस्टिंग उपचार सेवा मिळणार.
- क्षयरोगाच्या प्रकरणात 80% घट आणणे. म्हणजेच प्रत्येक 1 लक्ष लोकांमधील 211 क्षयरोगी हे प्रमाण 43 वर आणणे.
- क्षयरोगामुळे असलेल्या मृत्युदरात 90% घट आणणे. म्हणजेच प्रत्येक 1 लक्ष लोकांमधील 32 क्षयरोगी हे प्रमाण 3 वर आणणे.
- क्षयरोगामुळे होणार्या खर्चाला रोगीसाठी 0% वर आणणे.
- जगभरात मृत्युसाठी कारक ठरणार्या 10 कारकांमध्ये क्षयरोगामुळे होणार्या मृत्यूची संख्या सर्वाधिक आहे.
- जगभरातील क्षयरोगींमधील 64% लोकसंख्या केवळ 7 देशांमध्ये आढळते, ते आहेत - भारत (सर्वाधिक), इंडोनेशिया, चीन, फिलीपींस, पाकिस्तान, नायजेरिया आणि दक्षिण आफ्रिका.
- HIV ने जगणार्या लोकांमध्ये क्षयरोगामुळे सर्वाधिक मृत्यू झालेत. जागतिक पातळीवर क्षयरोगींची लोकसंख्येमध्ये होणार्या कमतरतेत हा दर वार्षिक 2% एवढा आहे.
No comments:
Post a Comment