अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस: 20 मार्च 2018
International Happiness Day: 20 March 2018
आंतरराष्ट्रीय आनंद दिन: 20 मार्च 2018
International Happiness Day: 20 March 2018
हिंदी
अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस: 20 मार्च 2018
20 मार्च को विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस (International Day of Happiness) मनाया जा रहा है। पहला अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस 20 मार्च 2013 को मनाया गया था, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इसके लिए 2013 में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया जिसे नाम दिया गया था – Happiness: towards a holistic approach to development”.
अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस एक विश्वव्यापी आंदोलन की भांति कार्य कर रहा है जो प्रसन्नता को मौलिक मानव अधिकार बनाये जाने के लिए जागरूकता प्रदान कर रहा है।
2018 के लिए थीम:
अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस के लिए वर्ष 2018 की थीम "शेयर हैप्पीनेस: फोकसिंग ऑन द इम्पोर्टेंस ऑफ़ रिलेशनशिप्स, काइंडनेस एंड हेल्पिंग ईच अदर" है।
पृष्ठभूमि:
अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस की अवधारणा भूटान के ग्रॉस नेशनल हैप्पीनेस (जीएनएच) संकल्पना पर आधारित है। 1970 के दशक में भूटान के प्रधानमंत्री जिग्मे वाई थिनले ने जीएनएच की संकल्पना दी। जीएनएच को भूटान ने राष्ट्रीय आय के माप के रूप में सकल घरेलु उत्पाद (जीएनपी) पर प्राथमिकता दी। जीएनएच पहल जीवन के प्रति समग्र दृष्टिकोण को विकसित करने की बात करता है।
भारत के संबंध में इस दिवस का महत्व:
प्रसन्नता के स्तर में देश में उत्तरोत्तर सुधार नहीं होने की वजह से भारत की अधिकतर आबादी तनावग्रसित है। ग्लोबल हैप्पीनेस रिपोर्ट-2018 में भारत को 156 देशों की सूची में 133 वां स्थान मिला है, जबकि पिछले साल वह 122 वें स्थान पर था। सूची में पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल और भूटान भारत से ऊपर हैं।
यह रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र की संस्था ‘सस्टेनेबल डिवेलपमेंट सॉल्यूशंस नेटवर्क’ तैयार करती है। प्रसन्नता को मापने के लिए कई ठोस कसौटियां रखी गई हैं, जिनमें प्रमुख हैं - सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी), सामाजिक सहयोग, उदारता, भ्रष्टाचार का स्तर, सामाजिक स्वतंत्रता और स्वास्थ्य।
दिल्ली सरकार एक हैपिनेस कोर्स शुरू करने जा रही है जिसमें बच्चों को फन ऐक्टिविटी के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसकी शुरुआत नए सेशन, 1 अप्रैल 2018-19 से होगी। इसमें परीक्षा नहीं होगी, स्कूली गतिविधियों के आधार पर बीच-बीच में बच्चों की खुशी का स्तर मापा जाएगा।
20 मार्च को विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस (International Day of Happiness) मनाया जा रहा है। पहला अंतरराष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस 20 मार्च 2013 को मनाया गया था, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इसके लिए 2013 में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया जिसे नाम दिया गया था – Happiness: towards a holistic approach to development”.
अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस एक विश्वव्यापी आंदोलन की भांति कार्य कर रहा है जो प्रसन्नता को मौलिक मानव अधिकार बनाये जाने के लिए जागरूकता प्रदान कर रहा है।
2018 के लिए थीम:
अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस के लिए वर्ष 2018 की थीम "शेयर हैप्पीनेस: फोकसिंग ऑन द इम्पोर्टेंस ऑफ़ रिलेशनशिप्स, काइंडनेस एंड हेल्पिंग ईच अदर" है।
पृष्ठभूमि:
अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस की अवधारणा भूटान के ग्रॉस नेशनल हैप्पीनेस (जीएनएच) संकल्पना पर आधारित है। 1970 के दशक में भूटान के प्रधानमंत्री जिग्मे वाई थिनले ने जीएनएच की संकल्पना दी। जीएनएच को भूटान ने राष्ट्रीय आय के माप के रूप में सकल घरेलु उत्पाद (जीएनपी) पर प्राथमिकता दी। जीएनएच पहल जीवन के प्रति समग्र दृष्टिकोण को विकसित करने की बात करता है।
भारत के संबंध में इस दिवस का महत्व:
प्रसन्नता के स्तर में देश में उत्तरोत्तर सुधार नहीं होने की वजह से भारत की अधिकतर आबादी तनावग्रसित है। ग्लोबल हैप्पीनेस रिपोर्ट-2018 में भारत को 156 देशों की सूची में 133 वां स्थान मिला है, जबकि पिछले साल वह 122 वें स्थान पर था। सूची में पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल और भूटान भारत से ऊपर हैं।
यह रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र की संस्था ‘सस्टेनेबल डिवेलपमेंट सॉल्यूशंस नेटवर्क’ तैयार करती है। प्रसन्नता को मापने के लिए कई ठोस कसौटियां रखी गई हैं, जिनमें प्रमुख हैं - सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी), सामाजिक सहयोग, उदारता, भ्रष्टाचार का स्तर, सामाजिक स्वतंत्रता और स्वास्थ्य।
दिल्ली सरकार एक हैपिनेस कोर्स शुरू करने जा रही है जिसमें बच्चों को फन ऐक्टिविटी के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसकी शुरुआत नए सेशन, 1 अप्रैल 2018-19 से होगी। इसमें परीक्षा नहीं होगी, स्कूली गतिविधियों के आधार पर बीच-बीच में बच्चों की खुशी का स्तर मापा जाएगा।
इंग्लिश
International Happiness Day: 20 March 2018
On March 20, International Day of Happiness is being celebrated worldwide. The first International Happiness Day was celebrated on March 20, 2013, the United Nations General Assembly passed an unanimous resolution in 2013 for this name - Happiness: towards a holistic approach to development ".
International Happiness Day is working like a worldwide movement, which is providing awareness to create happiness as a fundamental human rights.
Theme for 2018:
The theme for "Happy Happiness: Focusing on the Importance of Relationships, Kindness and Help Is Other", for the year 2018, for International Happy Holidays.
Background:
The concept of International Happy Day is based on Bhutan's Gross National Happiness (GNH) Concept. In the 1970s, Bhutanese Prime Minister Jigme Y Thinley gave the concept of GNH. GNH gave Bhutan priority on gross domestic product (GNP) as a measure of national income. The GNH initiative talks about developing a holistic approach to life.
Importance of this day in relation to India:
Most of India's population is tensed due to the lack of progress in the country in the level of happiness. In the Global Happiness Report-2012, India has been ranked 133rd in the list of 156 countries, while it was 122th last year. The neighboring countries in the list are Pakistan, Bangladesh, Nepal and Bhutan above India.
This report prepares the United Nations Organization 'Sustainable Development Solutions Network'. Several concrete criterions have been set up to measure happiness, including the major GDP, social cooperation, generosity, level of corruption, social independence and health.
The Government of Delhi is going to start a Happy Course in which children will be encouraged for fun activities. It will be started from the new session, April 1, 2018-19. There will be no examination in it, depending on the school activities, the level of happiness of the children will be measured in the middle.
On March 20, International Day of Happiness is being celebrated worldwide. The first International Happiness Day was celebrated on March 20, 2013, the United Nations General Assembly passed an unanimous resolution in 2013 for this name - Happiness: towards a holistic approach to development ".
International Happiness Day is working like a worldwide movement, which is providing awareness to create happiness as a fundamental human rights.
Theme for 2018:
The theme for "Happy Happiness: Focusing on the Importance of Relationships, Kindness and Help Is Other", for the year 2018, for International Happy Holidays.
Background:
The concept of International Happy Day is based on Bhutan's Gross National Happiness (GNH) Concept. In the 1970s, Bhutanese Prime Minister Jigme Y Thinley gave the concept of GNH. GNH gave Bhutan priority on gross domestic product (GNP) as a measure of national income. The GNH initiative talks about developing a holistic approach to life.
Importance of this day in relation to India:
Most of India's population is tensed due to the lack of progress in the country in the level of happiness. In the Global Happiness Report-2012, India has been ranked 133rd in the list of 156 countries, while it was 122th last year. The neighboring countries in the list are Pakistan, Bangladesh, Nepal and Bhutan above India.
This report prepares the United Nations Organization 'Sustainable Development Solutions Network'. Several concrete criterions have been set up to measure happiness, including the major GDP, social cooperation, generosity, level of corruption, social independence and health.
The Government of Delhi is going to start a Happy Course in which children will be encouraged for fun activities. It will be started from the new session, April 1, 2018-19. There will be no examination in it, depending on the school activities, the level of happiness of the children will be measured in the middle.
मराठी
आंतरराष्ट्रीय आनंद दिन: 20 मार्च 2018
20 मार्च रोजी, जगभरात आनंदाचे आंतरराष्ट्रीय दिवस साजरे केले जात आहे. पहिले आंतरराष्ट्रीय आनंद दिन 20 मार्च 2013 रोजी साजरा करण्यात आला होता, संयुक्त राष्ट्रसंघ महासभेने 2013 मध्ये एकमताने एक ठराव संमत केला ज्याचे नाव "आनंद: विकासास एक समग्र दृष्टिकोनाकडे".
आंतरराष्ट्रीय आनंद दिन एक जागतिक चळवळीच्या रूपात काम करीत आहे, जो मूलभूत मानवी हक्कांप्रमाणेच आनंदासाठी जागरूकता प्रदान करीत आहे.
2018 साठी थीम:
इंटरनॅशनल हॅपी हॉलीड्ससाठी, वर्षासाठी, "हॅप्पी हॅपीनेस: रिलेशनशिप, द मेन्स अँड हेल्थ हे इतर काही" या विषयावर.
पार्श्वभूमी:
इंटरनॅशनल हॅपी डे ची संकल्पना भूतानच्या ग्रॉस नॅशनल हॅपनेस (जीएनएच) संकल्पना वर आधारित आहे. 1 9 70 च्या दशकात भूतानचे पंतप्रधान जिग्मे वाई थिनली यांनी जीएनएचची संकल्पना दिली. जीएनएचने भूतपूर्व राष्ट्रीय उत्पन्नावर (जीएनपी) राष्ट्रीय उत्पन्नाच्या स्वरूपात भूतानला प्राधान्य दिले. जीएनएचच्या पुढाकारामुळे जीवनसत्त्वपूर्ण दृष्टिकोण विकसित करण्याबद्दल बोलले जाते.
भारताच्या संबंधात आजचे महत्व:
भारतातील बहुतेक लोकसंख्या ही देशाच्या प्रगतीच्या अभावामुळे हळूहळू वाढत आहे. ग्लोबल हॅपनेस रिपोर्ट -2012 मध्ये 156 देशांच्या यादीत भारत 133 व्या स्थानावर गेला आहे तर गेल्या वर्षी 122 व्या स्थानावर होता. यादीत शेजारील देश पाकिस्तान, बांगलादेश, नेपाळ आणि भारतपेक्षा भूतान आहेत.
हा अहवाल संयुक्त राष्ट्राच्या संघटना 'सस्टेनेबल डेव्हलपमेंट सोल्यूशन्स नेटवर्क' तयार करतो. प्रमुख जीडीपी, सामाजिक सहकार्य, औदार्य, भ्रष्टाचार, सामाजिक स्वातंत्र्य आणि आरोग्य यासारख्या आनंदाच्या मोजणीसाठी अनेक ठोस निकष लावले आहेत.
दिल्ली सरकार एक आनंददायी कोर्स सुरू करणार आहे ज्यात मुलांना मजा क्रियाकलापांसाठी प्रोत्साहन दिले जाईल. हे नवीन सत्रापासून 1 एप्रिल 2018-19 पासून सुरू होईल. शाळेच्या कामकाजाच्या आधारावर त्यावर काहीच निष्कर्ष काढले जाणार नाहीत, मुलांच्या आनंदाची पातळी मध्यभागी मोजली जाईल.
20 मार्च रोजी, जगभरात आनंदाचे आंतरराष्ट्रीय दिवस साजरे केले जात आहे. पहिले आंतरराष्ट्रीय आनंद दिन 20 मार्च 2013 रोजी साजरा करण्यात आला होता, संयुक्त राष्ट्रसंघ महासभेने 2013 मध्ये एकमताने एक ठराव संमत केला ज्याचे नाव "आनंद: विकासास एक समग्र दृष्टिकोनाकडे".
आंतरराष्ट्रीय आनंद दिन एक जागतिक चळवळीच्या रूपात काम करीत आहे, जो मूलभूत मानवी हक्कांप्रमाणेच आनंदासाठी जागरूकता प्रदान करीत आहे.
2018 साठी थीम:
इंटरनॅशनल हॅपी हॉलीड्ससाठी, वर्षासाठी, "हॅप्पी हॅपीनेस: रिलेशनशिप, द मेन्स अँड हेल्थ हे इतर काही" या विषयावर.
पार्श्वभूमी:
इंटरनॅशनल हॅपी डे ची संकल्पना भूतानच्या ग्रॉस नॅशनल हॅपनेस (जीएनएच) संकल्पना वर आधारित आहे. 1 9 70 च्या दशकात भूतानचे पंतप्रधान जिग्मे वाई थिनली यांनी जीएनएचची संकल्पना दिली. जीएनएचने भूतपूर्व राष्ट्रीय उत्पन्नावर (जीएनपी) राष्ट्रीय उत्पन्नाच्या स्वरूपात भूतानला प्राधान्य दिले. जीएनएचच्या पुढाकारामुळे जीवनसत्त्वपूर्ण दृष्टिकोण विकसित करण्याबद्दल बोलले जाते.
भारताच्या संबंधात आजचे महत्व:
भारतातील बहुतेक लोकसंख्या ही देशाच्या प्रगतीच्या अभावामुळे हळूहळू वाढत आहे. ग्लोबल हॅपनेस रिपोर्ट -2012 मध्ये 156 देशांच्या यादीत भारत 133 व्या स्थानावर गेला आहे तर गेल्या वर्षी 122 व्या स्थानावर होता. यादीत शेजारील देश पाकिस्तान, बांगलादेश, नेपाळ आणि भारतपेक्षा भूतान आहेत.
हा अहवाल संयुक्त राष्ट्राच्या संघटना 'सस्टेनेबल डेव्हलपमेंट सोल्यूशन्स नेटवर्क' तयार करतो. प्रमुख जीडीपी, सामाजिक सहकार्य, औदार्य, भ्रष्टाचार, सामाजिक स्वातंत्र्य आणि आरोग्य यासारख्या आनंदाच्या मोजणीसाठी अनेक ठोस निकष लावले आहेत.
दिल्ली सरकार एक आनंददायी कोर्स सुरू करणार आहे ज्यात मुलांना मजा क्रियाकलापांसाठी प्रोत्साहन दिले जाईल. हे नवीन सत्रापासून 1 एप्रिल 2018-19 पासून सुरू होईल. शाळेच्या कामकाजाच्या आधारावर त्यावर काहीच निष्कर्ष काढले जाणार नाहीत, मुलांच्या आनंदाची पातळी मध्यभागी मोजली जाईल.
No comments:
Post a Comment