करेंट अफेयर्स २ फरवरी २०१८ हिंदी/ इंग्लिश/मराठी
First Revised Estimates of National Income 2016-17
The Central Statistics Office (CSO), Ministry of Statistics and Programme Implementation has released the First Revised Estimates of National Income, Consumption Expenditure, Saving and Capital Formation for the financial year 2016-17along with Second Revised Estimates for the financial year 2015-16 and Third Revised Estimates for the financial year 2014-15 (with Base Year 2011-12) as per the revision policy.
Highlights:
एकत्रित पातळीवरील अंदाजपत्रकाची ठळक वैशिष्ट्ये खालीलप्रमाणे आहेत -
सकल देशांतर्गत उत्पन्न (GDP)
हिंदी
राष्ट्रीय आय 2016-17 के पहले संशोधित अनुमान जारी किये गए:
देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर के आरंभिक अनुमानों के अनुरूप केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने 31 जनवरी 2018 को वित्त वर्ष 2016-17 में इसके 7.1 फीसदी रहने का संशोधित अनुमान जारी किया है।
आम बजट की पूर्व संध्या पर सीएसओ के अगले वित्त वर्ष के लिए जारी राष्ट्रीय आय के पहले संशोधित अनुमानों के अनुसार पिछले साल की वृद्धि दर वित्त वर्ष 2015-16 की वृद्धि दर 8.2 फीसदी से कम थी। पहले इसका अस्थायी अनुमान 8 फीसदी लगाया गया था, जिसे संशोधित किया गया है।
सकल मूल्य वर्धित (जीवीए) के संदर्भ में, जिसमें सब्सिडी सहित करों को शामिल किया गया है, संशोधित अनुमानों में वित्त वर्ष 2016-17 के लिए 7.1 फीसदी वृद्धि दर का अनुमान लगाया गया है (पहले इसके 6.6 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया था), जबकि वित्त वर्ष 2015-16 के लिए पंजीकृत वास्तविक जीवीए विकास दर 8.1 फीसदी थी। संशोधित अनुमानों में आंकड़ों में काफी अंतर दर्ज किया गया है, जिमसें रोजगार के आंकड़े भी शामिल हैं।
प्रमुख तथ्य:
वित्त वर्ष 2016-17 के लिए नॉमिनल जीडीपी (मुद्रास्फीति के आंकड़ों को घटाने से पहले के जीडीपी आंकड़े) का संशोधित आंकड़ा 11 फीसदी से घटाकर 10.8 फीसदी कर दिया गया है।
पिछले साल के लिए नॉमिनल जीडीपी का आंकड़ा 10.4 फीसदी रहा है। संशोधित अनुमान में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2011 के बाद से सबसे तेजी से बढ़ी है, जिससे वित्त वर्ष 2015-16 की वृद्धि दर 8.2 फीसदी हो गई है। इस दौरान 31 जनवरी को देश के आठ प्रमुख अवसंरचना उद्योगों का दिसंबर (2017) का आंकड़ा भी जारी किया गया, जिसमें उनकी वृद्धि दर में तेज गिरावट दर्ज की गई है और यह 4 फीसदी रही, जबकि नवंबर (2017) में यह 7.4 फीसदी थी।
सीएसओ के अनुसार 2015-16 में वास्तविक जीडीपी 113.86 लाख करोड़ रुपये और 2016-17 में 121.96 लाख करोड़ रुपये रहा। वास्तविक सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) के हिसाब 2011-12 की स्थिर आधार कीमत पर 2016-17 में वृद्धि दर 2015-16 के 8.1 प्रतिशत की तुलना में 7.1 प्रतिशत रही है।
अग्रिम पूर्वानुमान में 2016-17 में जीवीए वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत आंकी गयी थी। सीएसओ ने 2016-17 के जीडीपी का पहला संशोधित अनुमान, 2015-16 के लिए दूसरा संशोधित अनुमान तथा 2014-15 के लिए तीसरा संशोधित अनुमान आज जारी किया। सीएसओ ने 2014-15 के तीसरे संशोधित अनुमान में जीडीपी वृद्धि दर 7.4 प्रतिशत तय की है. इससे पहले के अनुमान में 7.5 प्रतिशत बतायी गयी थी।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय:
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय देश में सांख्यिकीय क्रियाकलापों में समन्वय करता है और सांख्यिकीय मानक तैयार करता है। इसके प्रमुख महानिदेशक होते हैं, जिनके सहयोग के लिए पांच अपर महानिदेशक होते हैं। इस संगठन का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। यह संगठन सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत्त कार्य करता है।
इसके कार्यकलापों में राष्ट्रीय लेखा के संकलन, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक का संकलन, उद्योगों का वार्षिक सर्वेक्षण और आर्थिक गणना का आयोजन तथा उपभोक्ता मूल्य सूचकांक का संकलन भी शामिल है। यह विभिन्न सामाजिक सांख्यिकी, प्रशिक्षण, अंतर्राष्ट्रीय समन्वय, औद्योगिक वर्गीकरण इत्यादि का काम भी देखता है। सीएसओ का औद्योगिक सांख्यिकी स्कंध कोलकाता में स्थित है।
देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर के आरंभिक अनुमानों के अनुरूप केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने 31 जनवरी 2018 को वित्त वर्ष 2016-17 में इसके 7.1 फीसदी रहने का संशोधित अनुमान जारी किया है।
आम बजट की पूर्व संध्या पर सीएसओ के अगले वित्त वर्ष के लिए जारी राष्ट्रीय आय के पहले संशोधित अनुमानों के अनुसार पिछले साल की वृद्धि दर वित्त वर्ष 2015-16 की वृद्धि दर 8.2 फीसदी से कम थी। पहले इसका अस्थायी अनुमान 8 फीसदी लगाया गया था, जिसे संशोधित किया गया है।
सकल मूल्य वर्धित (जीवीए) के संदर्भ में, जिसमें सब्सिडी सहित करों को शामिल किया गया है, संशोधित अनुमानों में वित्त वर्ष 2016-17 के लिए 7.1 फीसदी वृद्धि दर का अनुमान लगाया गया है (पहले इसके 6.6 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया था), जबकि वित्त वर्ष 2015-16 के लिए पंजीकृत वास्तविक जीवीए विकास दर 8.1 फीसदी थी। संशोधित अनुमानों में आंकड़ों में काफी अंतर दर्ज किया गया है, जिमसें रोजगार के आंकड़े भी शामिल हैं।
प्रमुख तथ्य:
वित्त वर्ष 2016-17 के लिए नॉमिनल जीडीपी (मुद्रास्फीति के आंकड़ों को घटाने से पहले के जीडीपी आंकड़े) का संशोधित आंकड़ा 11 फीसदी से घटाकर 10.8 फीसदी कर दिया गया है।
पिछले साल के लिए नॉमिनल जीडीपी का आंकड़ा 10.4 फीसदी रहा है। संशोधित अनुमान में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2011 के बाद से सबसे तेजी से बढ़ी है, जिससे वित्त वर्ष 2015-16 की वृद्धि दर 8.2 फीसदी हो गई है। इस दौरान 31 जनवरी को देश के आठ प्रमुख अवसंरचना उद्योगों का दिसंबर (2017) का आंकड़ा भी जारी किया गया, जिसमें उनकी वृद्धि दर में तेज गिरावट दर्ज की गई है और यह 4 फीसदी रही, जबकि नवंबर (2017) में यह 7.4 फीसदी थी।
सीएसओ के अनुसार 2015-16 में वास्तविक जीडीपी 113.86 लाख करोड़ रुपये और 2016-17 में 121.96 लाख करोड़ रुपये रहा। वास्तविक सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) के हिसाब 2011-12 की स्थिर आधार कीमत पर 2016-17 में वृद्धि दर 2015-16 के 8.1 प्रतिशत की तुलना में 7.1 प्रतिशत रही है।
अग्रिम पूर्वानुमान में 2016-17 में जीवीए वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत आंकी गयी थी। सीएसओ ने 2016-17 के जीडीपी का पहला संशोधित अनुमान, 2015-16 के लिए दूसरा संशोधित अनुमान तथा 2014-15 के लिए तीसरा संशोधित अनुमान आज जारी किया। सीएसओ ने 2014-15 के तीसरे संशोधित अनुमान में जीडीपी वृद्धि दर 7.4 प्रतिशत तय की है. इससे पहले के अनुमान में 7.5 प्रतिशत बतायी गयी थी।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय:
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय देश में सांख्यिकीय क्रियाकलापों में समन्वय करता है और सांख्यिकीय मानक तैयार करता है। इसके प्रमुख महानिदेशक होते हैं, जिनके सहयोग के लिए पांच अपर महानिदेशक होते हैं। इस संगठन का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। यह संगठन सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत्त कार्य करता है।
इसके कार्यकलापों में राष्ट्रीय लेखा के संकलन, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक का संकलन, उद्योगों का वार्षिक सर्वेक्षण और आर्थिक गणना का आयोजन तथा उपभोक्ता मूल्य सूचकांक का संकलन भी शामिल है। यह विभिन्न सामाजिक सांख्यिकी, प्रशिक्षण, अंतर्राष्ट्रीय समन्वय, औद्योगिक वर्गीकरण इत्यादि का काम भी देखता है। सीएसओ का औद्योगिक सांख्यिकी स्कंध कोलकाता में स्थित है।
इंग्लिश
First Revised Estimates of National Income 2016-17
The Central Statistics Office (CSO), Ministry of Statistics and Programme Implementation has released the First Revised Estimates of National Income, Consumption Expenditure, Saving and Capital Formation for the financial year 2016-17along with Second Revised Estimates for the financial year 2015-16 and Third Revised Estimates for the financial year 2014-15 (with Base Year 2011-12) as per the revision policy.
Highlights:
- As per the revised data, nominal GDP at current prices for 2016-17 is estimated as Rs 152.54 lakh crore while that for 2015-16 is estimated as Rs 137.64 lakh crore, exhibiting a growth of 10.8 per cent during 2016-17 as against 10.4 per cent during 2015-16.
- The first revised estimates for 2016-17 have been compiled using industry-wise detailed information instead of using the benchmark-indicator method employed at the time of release of Provisional Estimates on May 31, 2017.
- At the aggregate level, nominal GVA at basic prices increased by 10.1 per cent during 2016-17 as against 9.2 per cent during 2015-16. In terms of real GVA, i.e., GVA at constant (2011-12) basic prices, there has been a growth of 7.1 per cent in 2016-17, as against growth of 8.1 per cent in 2015-16.
- At constant prices, the growth rates of primary (comprising agriculture, forestry, fishing and mining and quarrying), secondary (comprising manufacturing, electricity, gas, water supply and other utility services, and construction) and tertiary (services) sectors have been estimated as 7.4 per cent, 6.1 per cent and 7.5 per cent during 2016-17 as against a growth of 2.6 per cent, 9.4 per cent and 9.6 per cent, respectively, in the previous year.
- Per capita net national income at current prices is estimated as Rs 94,731 and Rs 1, 03, 870, respectively for 2015-16 and 2016-17. Correspondingly, per capita PFCE at current prices for 2015-16 and 2016-17 is estimated at Rs 63,065 and Rs 69,322, respectively.
मराठी
वित्त वर्ष 2016-17 साठी राष्ट्रीय उत्पन्नाचे प्रथम सुधारित अंदाजपत्रक जाहीर
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO), सांख्यिकी व कार्यक्रम अंमलबजावणी मंत्रालय यांनी वित्त वर्ष 2016-17 साठी राष्ट्रीय उत्पन्न, उपयोगात आणलेला खर्च, बचत आणि भांडवल अंदाज यांचे प्रथम सुधारित अंदाजपत्रक जाहीर केलेत.एकत्रित पातळीवरील अंदाजपत्रकाची ठळक वैशिष्ट्ये खालीलप्रमाणे आहेत -
सकल देशांतर्गत उत्पन्न (GDP)
- देशाचा सकल देशांतर्गत उत्पन्न (GDP) वृद्धीदराचे प्रारंभिक अंदाजाच्या अनुरूप CSO ने वित्त वर्ष 2016-17 मध्ये GDP दर 7.1% राहण्याचा सुधारित अंदाज व्यक्त केला. मागील वर्षाचा वृद्धीदर वित्त वर्ष 2015-16 च्या 8.2% च्या तुलनेत कमी होता. आधी याचा अस्थायी अंदाज 8% लावण्यात आला होता, ज्याला सुधारित केले गेले आहे. वित्त वर्ष 2016-17 साठी स्थायी (2011-12) किंमतीत वास्तविक GDP किंवा GDP 121.96 लाख कोटी रुपये एवढा होता.
- वित्त वर्ष 2016-17 साठी नॉमिनल GDP (महागाईच्या आकड्यांना घटविण्याआधीचे GDP आकडे) चा सुधारित आकडा 11% वरून घटवून 10.8% करण्यात आले आहे. मागील वर्षासाठी नॉमिनल GDP चे आकडे 10.4% होते. वित्त वर्ष 2016-17 साठी चालू दराने नॉमिनल GDP हा 152.54 लाख कोटी रुपये एवढा अंदाजित केला आहे.
- सकल मूल्यवर्धित (GVA) च्या बाबतीत, ज्यामध्ये अनुदानित करांना सामील केले गेले आहे, सुधारित अंदाजामध्ये वित्त वर्ष 2016-17 साठी 7.1% वृद्धी दराचा अंदाज लावण्यात आला आहे (पूर्वी हा 6.6% एवढा अंदाजित केला होता), जेव्हा की वित्त वर्ष 2015-16 साठी नोंदणीकृत वास्तविक GVA विकास दर 8.1% होते. सुधारित अंदाजामध्ये आकड्यांमध्ये अधिक तफावत नोंदवली गेली आहे, ज्यामध्ये रोजगारसंबंधी आकडे देखील समाविष्ट आहेत.
- वर्ष 2016-17 साठी नाममात्र निव्वळ राष्ट्रीय उत्पन्न (NNI) चालू दराने 134.9 लाख कोटी रुपये होते. वर्ष 2016-17 च्या दरम्यान यामध्ये 11% ची वाढ झाली आहे, जी मागील वर्षी 10.7% इतकी होती.
- वित्त वर्ष 2016-17 साठी चालू दराने सकल राष्ट्रीय उर्वरित वापरण्याजोगे उत्पन्न (GNDI) 154.6 लाख कोटी रुपये एवढे अंदाजित केले. वर्ष 2016-17 दरम्यान यामध्ये 10.3% वृद्धी नोंदवली गेली होती.
- वित्त वर्ष 2016-17 दरम्यान 45.73 लाख कोटी रुपये सकल बचत (Gross Saving) अंदाजित केला गेला आहे. वर्ष 2015-16 साठी GNDI साठी सकल बचतीचा दर 29.6% एवढा अंदाजित आहे.
- वित्त वर्ष 2016-17 साठी चालू दराने सकल भांडवल निर्मिती (GCF) हे 46.71 लाख कोटी रुपये एवढे अंदाजित केले गेले. वर्ष 2016-17 दरम्यान GDP साठी GCF चा दर 30.6% एवढा होता.
- चालू दराने सकल भांडवल निर्मिती (GCF) अंतर्गत, वित्त वर्ष 2016-17 साठी चालू दराने सकल निश्चित भांडवल निर्मिती (GFCF) हे 43.52 लाख कोटी रुपये एवढे अंदाजित केले गेले. वर्ष 2016-17 दरम्यान GDP साठी GFCF चा दर 28.5% एवढा होता.
- वित्त वर्ष 2016-17 साठी चालू दराने खाजगी अंतिम उपयोगात आणलेला खर्च (Private Final Consumption Expenditure -PFCE) हा 90.05 लाख कोटी रुपये एवढा अंदाजित केला आहे. GDP च्या संबंधात, वर्ष 2016-17 दरम्यान चालू दराने PFCE चा दर 58.8% एवढा अंदाजित केला आहे.
- स्थायी (2011-12) किंमतीत, वर्ष 2016-17 साठी PFCE हा 68.12 लाख कोटी रुपये एवढा अंदाजित करण्यात आला आहे.
- वित्त वर्ष 2016-17 साठी चालू दराने सरकार अंतिम उपयोगात आणलेला खर्च (Government Final Consumption Expenditure -GFCE) हा 16.64 लाख कोटी रुपये एवढा अंदाजित केला आहे. स्थायी (2011-12) किंमतीत, वर्ष 2016-17 साठी GFCE हा 12.62 लाख कोटी रुपये एवढा अंदाजित करण्यात आला आहे.
- वित्त वर्ष 2016-17 साठी चालू दराने दरडोई उत्पन्न (म्हणजेच दरडोई निव्वळ राष्ट्रीय उत्पन्न) हे 1,03,870 रुपये एवढा अंदाजित केला आहे. वर्ष 2016-17 साठी चालू दराने दरडोई PFCE हा 69,322 रुपये एवढा अंदाजित करण्यात आला आहे.
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