करेंट अफेयर्स २२ जनवरी २०१८ हिंदी/ इंग्लिश/मराठी
यासंबंधी शोधाभ्यास ‘नेचर’ नियतकालिकेत प्रकाशित केला गेला आहे.
क्लोथो प्रथिनेबाबत
क्लोथो प्रथिने काही विशिष्ट उतींच्या (Tissues) पृष्ठभागावर आढळून येते. हे प्रथिने ग्रंथीपासून निघणार्या हॉर्मोनच्या एका शास्त्रीय कुटुंबाला जोडते, ज्यांना फायब्रोब्लास्ट ग्रोथ फॅक्टर्स (FGF) म्हणून संबोधले जाते. ते इतर अवयवांसोबत यकृत, जठर आणि मेंदूत चयापचयाच्या प्रक्रियेला नियंत्रित करते.
अभ्यासासंबंधी
संशोधकांनी बीटा क्लोथोच्या कार्यप्रणालीला समजून घेण्याकरिता एक्स-रे क्रिस्टलोग्राफी तंत्राचा वापर केला आहे.
अभ्यासातून असे निर्देशनास आले की, बीटा-क्लोथो FGF-21 यांना जोडणारा प्राथमिक रिसेप्टर असतो. FGF-21 एक असा महत्त्वाचा हॉर्मोन आहे, जो उपवास चालू असताना तयार होतो.
प्राण्यांवर केलेल्या प्रयोगादरम्यान असे आढळून आले की, जेवणाच्या प्रमाणात बदल न करता शरीरातल्या कॅलरी कमी करता येऊ शकतात.
शोधाचे महत्त्व
FGF-21 हार्मोन इंसुलिनसंबंधी संवेदनशीलतेला आणि ग्लुकोजच्या चयापचयाला उत्तेजित करते, ज्यामुळे वजन कमी होण्यास मदत होते. बीटा-क्लोथो आणि FGF-21 बाबतच्या या अभ्यासामुळे लठ्ठ रुग्णांमधील ‘प्रकार-2’ मधुमेहसारख्या स्थितीसाठी उपचार पद्धतीच्या विकासास मार्गदर्शन लाभू शकते.
हिंदी
क्लोथो प्रोटीन मधुमेह, कैंसर के इलाज में मदद कर सकता है: अनुसंधान
वैज्ञानिकों ने लोगों की आयु को लंबी करने वाली प्रोटीन की थ्री-डी संरचना का खुलासा किया है, जो मधुमेह, मोटापे और कुछ प्रकार के कैंसर के इलाज में मददगार साबित हो सकता है।
क्लोथो प्रोटीन:
जीवन काल को लंबा करने वाली प्रोटीन को क्लोथो नाम दिया गया है। एक ग्रीक देवी के नाम पर इस प्रोटीन का नाम रखा गया है। ये प्रोटीन कुछ खास ऊतकों की सतह पर होते हैं।
ये प्रोटीन हॉर्मोनों के एक परिवार को जोड़ते हैं जिन्हें फाइब्रोब्लास्ट ग्रोथ फैक्टर्स (एफजीएफ) कहा जाता है। वे अन्य अंगों के साथ यकृत, गुर्दा और मस्तिष्क में उपापचय की अहम प्रक्रिया को नियंत्रित करते हैं।
अमेरिका के येल विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया है कि बीटा-क्लोथो एफजीएफ21 को जोड़ने वाला प्राथमिक रिसेप्टर होता है। एफजीएफ21 एक ऐसा अहम हॉर्मोन है जो उपवास के दौरान पैदा होता है। ‘नेचर’ जर्नल में इस अध्ययन का प्रकाशन किया गया है।
ये प्रोटीन हार्मोन्स के एक वर्ग को जोड़ते हैं जो एफजीएफ का अंत:स्नाव करता है। एफजीएफ लिवर, किडनी और मस्तिष्क समेत शरीर के दूसरे अंगों में मेटाबोलिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करता है। शोधकर्ताओं ने बीटा क्लोथो की कार्यप्रणाली को समझने के लिए एक्स-रे क्रिस्टलोग्राफी का इस्तेमाल किया।
नयी दवाओं का विकास करके शोधकर्ता, डायबिटीज और मोटापे जैसी बीमारियों का खात्मा कर सकते हैं।
वैज्ञानिकों ने लोगों की आयु को लंबी करने वाली प्रोटीन की थ्री-डी संरचना का खुलासा किया है, जो मधुमेह, मोटापे और कुछ प्रकार के कैंसर के इलाज में मददगार साबित हो सकता है।
क्लोथो प्रोटीन:
जीवन काल को लंबा करने वाली प्रोटीन को क्लोथो नाम दिया गया है। एक ग्रीक देवी के नाम पर इस प्रोटीन का नाम रखा गया है। ये प्रोटीन कुछ खास ऊतकों की सतह पर होते हैं।
ये प्रोटीन हॉर्मोनों के एक परिवार को जोड़ते हैं जिन्हें फाइब्रोब्लास्ट ग्रोथ फैक्टर्स (एफजीएफ) कहा जाता है। वे अन्य अंगों के साथ यकृत, गुर्दा और मस्तिष्क में उपापचय की अहम प्रक्रिया को नियंत्रित करते हैं।
अमेरिका के येल विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया है कि बीटा-क्लोथो एफजीएफ21 को जोड़ने वाला प्राथमिक रिसेप्टर होता है। एफजीएफ21 एक ऐसा अहम हॉर्मोन है जो उपवास के दौरान पैदा होता है। ‘नेचर’ जर्नल में इस अध्ययन का प्रकाशन किया गया है।
ये प्रोटीन हार्मोन्स के एक वर्ग को जोड़ते हैं जो एफजीएफ का अंत:स्नाव करता है। एफजीएफ लिवर, किडनी और मस्तिष्क समेत शरीर के दूसरे अंगों में मेटाबोलिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करता है। शोधकर्ताओं ने बीटा क्लोथो की कार्यप्रणाली को समझने के लिए एक्स-रे क्रिस्टलोग्राफी का इस्तेमाल किया।
नयी दवाओं का विकास करके शोधकर्ता, डायबिटीज और मोटापे जैसी बीमारियों का खात्मा कर सकते हैं।
इंग्लिश
Klotho protein may help treat diabetes, cancer: Research
Researchers have revealed the three-dimensional structure of longevity protein that may help develop therapies to treat diabetes, obesity and certain cancers.
Klotho Protein:
Researchers have revealed the three-dimensional structure of longevity protein that may help develop therapies to treat diabetes, obesity and certain cancers.
Klotho Protein:
- The klotho protein is named after the Greek goddess who spun the thread of life, 'Klotho' proteins are located on the surface of cells of specific tissues.
- The Klotho proteins bind to a family of hormones, named as endocrine Fibroblast growth factors (FGFs), which regulate critical metabolic processes in the kidneys, liver, and brain, among other organs.
- The United States' Yale University researchers found that beta-Klotho is the primary receptor that binds to FGF21, a key hormone produced by starvation.
- The FGF21 hormone stimulates insulin sensitivity and glucose metabolism, causing weight loss. This new understanding of beta-Klotho and FGF21 can guide the development of therapies for conditions such as type 2 diabetes in obese patients, the researchers stated.
- In animals and in some clinical trials of FGF21, it shows that you can increase burning of calories without changing food intake, and we now understand how to improve the biological activity of FGF21. In the research, published in the journal Nature, the researchers also described a new variant of FGF21 that has 10 times higher potency and cellular action.
मराठी
‘क्लोथो’ प्रथिने मधुमेह, कर्करोग यांच्या उपचारामध्ये मदत करू शकते: एक शोध
अमेरिकेच्या येल विद्यापीठामधील संशोधकांच्या शोधानुसार, ‘क्लोथो’ नामक प्रथिने मधुमेह, कर्करोग यासारख्या असाध्य रोगांवर उपचार करण्यामध्ये मदत करू शकते, असे आढळून आले आहे.यासंबंधी शोधाभ्यास ‘नेचर’ नियतकालिकेत प्रकाशित केला गेला आहे.
क्लोथो प्रथिनेबाबत
क्लोथो प्रथिने काही विशिष्ट उतींच्या (Tissues) पृष्ठभागावर आढळून येते. हे प्रथिने ग्रंथीपासून निघणार्या हॉर्मोनच्या एका शास्त्रीय कुटुंबाला जोडते, ज्यांना फायब्रोब्लास्ट ग्रोथ फॅक्टर्स (FGF) म्हणून संबोधले जाते. ते इतर अवयवांसोबत यकृत, जठर आणि मेंदूत चयापचयाच्या प्रक्रियेला नियंत्रित करते.
अभ्यासासंबंधी
संशोधकांनी बीटा क्लोथोच्या कार्यप्रणालीला समजून घेण्याकरिता एक्स-रे क्रिस्टलोग्राफी तंत्राचा वापर केला आहे.
अभ्यासातून असे निर्देशनास आले की, बीटा-क्लोथो FGF-21 यांना जोडणारा प्राथमिक रिसेप्टर असतो. FGF-21 एक असा महत्त्वाचा हॉर्मोन आहे, जो उपवास चालू असताना तयार होतो.
प्राण्यांवर केलेल्या प्रयोगादरम्यान असे आढळून आले की, जेवणाच्या प्रमाणात बदल न करता शरीरातल्या कॅलरी कमी करता येऊ शकतात.
शोधाचे महत्त्व
FGF-21 हार्मोन इंसुलिनसंबंधी संवेदनशीलतेला आणि ग्लुकोजच्या चयापचयाला उत्तेजित करते, ज्यामुळे वजन कमी होण्यास मदत होते. बीटा-क्लोथो आणि FGF-21 बाबतच्या या अभ्यासामुळे लठ्ठ रुग्णांमधील ‘प्रकार-2’ मधुमेहसारख्या स्थितीसाठी उपचार पद्धतीच्या विकासास मार्गदर्शन लाभू शकते.
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