गृह मंत्रालयाने बहु-विभागीय दहशतवाद संनियंत्रण गट (TMG) तयार केला
केंद्रीय गृह मंत्रालयाने बहु-विभागीय दहशतवाद संनियंत्रण गट (Terror Monitoring Group) तयार केला आहे. जम्मू-काश्मीर पोलीस विभागाच्या CID शाखेचे अतिरिक्त पोलीस महानिदेशक (ADGP) हे TMG गटाचे अध्यक्ष असतील.जम्मू-काश्मीर सह देशात दहशतवादीला होणारा वित्त पुरवठा रोखण्यासाठी आणि संबंधित कारवायांना आळा घालण्यासाठी आठ सदस्य असलेला हा गट तयार करण्यात आला आहे.
या गटात विविध अन्वेषण विभागांचा समावेश करण्यात आला आहे, ज्यात जम्मू-काश्मीर पोलीस विभाग, गुप्तचर विभाग, केंद्रीय अन्वेषण विभाग, राष्ट्रीय तपास संस्था, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर मंडळ आणि केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर व सीमाशुल्क मंडळ हे विभाग आहेत.
Home Ministry constitutes multi-disciplinary terror monitoring group (TMG)
The home ministry has constituted a multi-disciplinary terror monitoring group (TMG) to ensure synergised and concerted action against terror financing and other terror-related activities in Jammu & Kashmir.
Members and functions of the TMG
The members of TMG will comprise additional DGP, CID, in J&K police, who would also be its chairman, IGP in J&K police, additional director of Intelligence Bureau in J&K and representatives of CBI, NIA, ED, CBDT and CBIC.
The body will take coordinated action in all registered cases relating to terror and terror financing and bring them to logical conclusion.
It will identify key persons including leaders of organisations involved in supporting terrorism in any form and take concerted action against them.
Why TMG constituted?
According to an estimate of the NIA, Pakistan-based terror groups finance terrorism in Jammu and Kashmir by generating millions in donations through their charity organisations. They have been supporting militants and funding terrorism in Kashmir.
These outfits collect donations from people in Pakistan and then pass on the money to finance terrorism in Kashmir through their overground workers. The groups collect millions of dollars in donations through crowd funding in the name of social service.
गृह मंत्रालय ने बहु-अनुशासनात्मक आतंकी निगरानी समूह (TMG) का गठन किया
गृह मंत्रालय ने जम्मू और कश्मीर में आतंकी वित्तपोषण और अन्य आतंकी संबंधी गतिविधियों के खिलाफ समन्वित और ठोस कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए एक बहु-अनुशासनात्मक आतंकी निगरानी समूह (TMG) का गठन किया है।
निकाय आतंक और वित्तीय वित्तपोषण से संबंधित सभी पंजीकृत मामलों में समन्वित कार्रवाई करेगा और उन्हें तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचाएगा।
ये संगठन पाकिस्तान में लोगों से चंदा इकट्ठा करते हैं और फिर अपने ओवरग्राउंड वर्करों के जरिये कश्मीर में आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए पैसे देते हैं। समूह समाज सेवा के नाम पर क्राउड फंडिंग के जरिए लाखों डॉलर का चंदा इकट्ठा करते हैं।
TMG के सदस्य और कार्य
TMG के सदस्यों में J & K पुलिस में अतिरिक्त DGP, CID शामिल होंगे, जो J & K पुलिस में इसके अध्यक्ष, IGP भी होंगे, J & K में खुफिया ब्यूरो के अतिरिक्त निदेशक और CBI, NIA, ED, CBDT और CBIC के प्रतिनिधि होंगे।निकाय आतंक और वित्तीय वित्तपोषण से संबंधित सभी पंजीकृत मामलों में समन्वित कार्रवाई करेगा और उन्हें तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचाएगा।
यह किसी भी रूप में आतंकवाद का समर्थन करने में शामिल संगठनों के नेताओं सहित प्रमुख व्यक्तियों की पहचान करेगा और उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई करेगा।
टीएमजी का गठन क्यों?
NIA के एक अनुमान के मुताबिक, पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह अपने चैरिटी संगठनों के माध्यम से दान में लाखों पैदा करके जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का वित्त पोषण करते हैं। वे कश्मीर में आतंकवादियों और आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए समर्थन करते रहे हैं।ये संगठन पाकिस्तान में लोगों से चंदा इकट्ठा करते हैं और फिर अपने ओवरग्राउंड वर्करों के जरिये कश्मीर में आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए पैसे देते हैं। समूह समाज सेवा के नाम पर क्राउड फंडिंग के जरिए लाखों डॉलर का चंदा इकट्ठा करते हैं।
No comments:
Post a Comment