करेंट अफेयर्स १८ मार्च २०१८ हिंदी/ इंग्लिश/मराठी
हिंदी
तंबाकू या स्वास्थ्य पर 17वें विश्व सम्मेलन में विभिन्न घोषणाएं अपनायीं गयीं:
तंबाकू या स्वास्थ्य पर 17वां विश्व सम्मेलन (डब्ल्यूसीटीओएच) केपटाउन, दक्षिण अफ्रीका में 7-9 मार्च 2018 को आयोजित किया गया था। इस अवसर पर, डब्ल्यूसीटीओएच आयोजन समिति के चेयरमैन, डॉ हैरी लैन्डो ने तंबाकू या स्वास्थ्य पर 17वें विश्व सम्मेलन के ग्यारह घोषणापत्रों की घोषणा की।
प्रमुख तथ्य:
तंबाकू द्वारा फैलने वाली महामारी दुनिया के सबसे बड़े सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरों में से एक का प्रतिनिधित्व करती है। तम्बाकू उपयोग हर साल 7 मिलियन से अधिक लोगों की मौत का कारण बनता है और इन मौतों की विशाल संख्या कम और मध्यम आय वाले देशों में ही होती है। वर्ष 2016 में धूम्रपान की वैश्विक आर्थिक लागत लगभग 2 खरब डॉलर और विश्व जीडीपी की 2 प्रतिशत थी।
तंबाकू का उपयोग स्थायी विकास को कम करता है, वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भारी बोझ डालता है, गरीबी को बढ़ाता है, भोजन की असुरक्षा में योगदान देता है, और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है।
डब्ल्यूसीटीओएच की प्रमुख 2018 घोषणायें:
तंबाकू या स्वास्थ्य पर 17वां विश्व सम्मेलन (डब्ल्यूसीटीओएच) केपटाउन, दक्षिण अफ्रीका में 7-9 मार्च 2018 को आयोजित किया गया था। इस अवसर पर, डब्ल्यूसीटीओएच आयोजन समिति के चेयरमैन, डॉ हैरी लैन्डो ने तंबाकू या स्वास्थ्य पर 17वें विश्व सम्मेलन के ग्यारह घोषणापत्रों की घोषणा की।
प्रमुख तथ्य:
तंबाकू द्वारा फैलने वाली महामारी दुनिया के सबसे बड़े सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरों में से एक का प्रतिनिधित्व करती है। तम्बाकू उपयोग हर साल 7 मिलियन से अधिक लोगों की मौत का कारण बनता है और इन मौतों की विशाल संख्या कम और मध्यम आय वाले देशों में ही होती है। वर्ष 2016 में धूम्रपान की वैश्विक आर्थिक लागत लगभग 2 खरब डॉलर और विश्व जीडीपी की 2 प्रतिशत थी।
तंबाकू का उपयोग स्थायी विकास को कम करता है, वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भारी बोझ डालता है, गरीबी को बढ़ाता है, भोजन की असुरक्षा में योगदान देता है, और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है।
डब्ल्यूसीटीओएच की प्रमुख 2018 घोषणायें:
- हम सरकारों से तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप को रोकने के लिए सिविल सोसायटी के साथ एकजुट होने और पूरे सरकारी प्रयास से डब्लूएचओ-एफसीटीसी के कार्यान्वयन में तेजी लाने का आह्वान करते हैं।
- हम मानवाधिकारों पर और एक तंबाकू मुक्त विश्व हेतु केपटाउन घोषणापत्र को अपनाना चाहते हैं।
- हम डब्ल्यूएचओ एफसीटीसी मध्यम अवधि के रणनीतिक ढांचे और योजना के विकास में सक्रिय रूप से भागीदारी करने के लिए पार्टियों का आवाह्न करते हैं।
- हम तम्बाकू मुक्त पीढ़ी की अवधारणा का समर्थन करते हैं और तम्बाकू मुक्त दुनिया को प्राप्त करने के साधन के रूप में युवाओं की भागीदारी और समर्थन को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
- हम तंबाकू नियंत्रण के लिए सतत वित्तपोषण को प्राथमिकता देते हुए, डब्ल्यूसीटीओएच 2018 घोषणाओं का सक्रिय रूप से समर्थन करने के लिए वित्त मंत्रियों से आवाह्न करते हैं।
- हम अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) को संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद (ईसीओएसओसी) के निर्णय का साथ देने के लिए कहते हैं और तत्काल तम्बाकू उद्योग के साथ सहयोग को समाप्त करते हैं।
- हम तंबाकू उत्पादों की बिक्री को समाप्त करने के लिए 2021 तक एक योजना विकसित करने के लिए सरकारों से आह्वान करते हैं।
इंग्लिश
17th World Conference on Tobacco or Health Declarations adopted
Dr. Harry Lando, Chair of the WCTOH Organizing Committee, announced eleven declarations of the 17th World Conference on Tobacco or Health. The tobacco epidemic represents one of the biggest public health threats that the world has ever faced. Tobacco use kills more than 7 million people each year, and the vast majority of these deaths take place in low- and middle-income countries.
Tobacco use also undermines sustainable development, imposing a huge burden on the global economy, exacerbating poverty, contributing to food insecurity, and harming the environment.
There is an irreconcilable conflict between the manufacture and marketing of tobacco products and the right to health.
The tobacco industry is a driver of poverty and linked to child labor, violation of workers’ rights, food insecurity and exploitation of farmers. African governments need to take concrete and urgent action to implement alternative livelihoods that are the rich sources of income free from tobacco.
Ending the scourge of tobacco and achieving the SDGs will require urgent action.
Therefore the 17th World Conference on Tobacco or Health affirms the following:
WCTOH 2018 Declarations
Dr. Harry Lando, Chair of the WCTOH Organizing Committee, announced eleven declarations of the 17th World Conference on Tobacco or Health. The tobacco epidemic represents one of the biggest public health threats that the world has ever faced. Tobacco use kills more than 7 million people each year, and the vast majority of these deaths take place in low- and middle-income countries.
Tobacco use also undermines sustainable development, imposing a huge burden on the global economy, exacerbating poverty, contributing to food insecurity, and harming the environment.
There is an irreconcilable conflict between the manufacture and marketing of tobacco products and the right to health.
The tobacco industry is a driver of poverty and linked to child labor, violation of workers’ rights, food insecurity and exploitation of farmers. African governments need to take concrete and urgent action to implement alternative livelihoods that are the rich sources of income free from tobacco.
Ending the scourge of tobacco and achieving the SDGs will require urgent action.
Therefore the 17th World Conference on Tobacco or Health affirms the following:
WCTOH 2018 Declarations
- We call on governments to unite with civil society to stop tobacco industry interference and accelerate implementation of the WHO FCTC using a whole of government approach.
- We urge governments, scientists, research entities, foundations, and civil society organizations to reject or cease engagement with the Philip Morris International-funded Foundation for a Smokefree World and other initiatives of the tobacco industry.
- We call on governments to extend as a priority, fiscal policies to continually decrease the affordability and accessibility of tobacco products
- We call on the Parties to the WHO FCTC to integrate gender based data collection and reporting into Party reports to the Conference of the Parties on their implementation of the WHO FCTC by COP9.
- We call upon the International Labour Organisation (ILO) to align with the decision of the UN Economic and Social Council (ECOSOC) and end its collaboration with the tobacco industry immediately
- We call upon governments to develop a plan by 2021 for phasing out the sale of tobacco products.
मराठी
17 व्या जागतिक तंबाखू किंवा आरोग्य परिषदेचे घोषणापत्र जाहीर
7-9 मार्च 2018 रोजी दक्षिण आफ्रिकेची राजधानी केपटाऊन येथे 17 वी जागतिक तंबाखू किंवा आरोग्य परिषद (World Conference on Tobacco or Health) पार पडली.परिषदेच्या शेवटी ‘केपटाऊन घोषणापत्र’ स्वीकारण्यात आले. याप्रसंगी 11 घोषणा करण्यात आल्या, त्या आहेत -
- तंबाखू उद्योगाचा हस्तक्षेप थांबविण्यासाठी आणि WHO FCTC च्या अंमलबजावणीमध्ये गती वाढविण्यासाठी नागरी समाजांना एकत्र आणणार.
- सरकार, शास्त्रज्ञ, संशोधन संस्था, प्रतिष्ठान आणि नागरी संस्था यांना स्मोकफ्री वर्ल्ड साठीच्या फिलिप मॉरिस इंटरनॅशनल समर्थित प्रतिष्ठान आणि तंबाखू उद्योगाच्या अन्य पुढाकारांसोबत संबंध जुडण्यास मनाई करणार किंवा बंदी घालणार.
- मानवाधिकार आणि तंबाखूमुक्त विश्व विषयक केप टाउन घोषणापत्राचा स्वीकारला गेला.
- आफ्रिकन सरकारला विकासासाठी तंबाखू कर वाढविण्याची शिफारस करणार्या वित्तविषयक अदीस अबाबा कार्यपद्धतीला अंमलात आणण्यासाठी सुचविले जात आहे.
- WHO FCTC मीडियम टर्म स्ट्रॅटेजिक फ्रेमवर्कच्या विकासामध्ये आणि योजनेत सक्रियपणे सहभागी होण्याबाबत सर्व पक्षांना सुचविले जात आहे.
- तंबाखू मुक्त पिढीच्या संकल्पनेला समर्थन देत आहोत आणि त्यासाठी युवा सहभाग आणि अधिकारांचे समर्थन करण्यास प्रतिबद्ध आहोत.
- तंबाखू नियंत्रणाकरिता सतत निधीला प्राधान्य देऊन आणि तंबाखू उद्योगातील सार्वजनिक आणि खाजगी गुंतवणुकीस रोखून WCTOH 2018 घोषणापात्राचे सक्रियपणे समर्थन करण्यासाठी अर्थमंत्र्यांना निवेदन करतो.
- प्राधान्य म्हणून सरकारांना विनंती करतो की, सतत तंबाखूच्या उत्पादनांना न परवडण्याजोगे आणि उपलब्धततेपासून कमी करण्याकरिता आर्थिक धोरणे आखणे.
- WHO FCTC मध्ये लिंग आधारित माहितीचे संकलन एकात्मिक करण्यासाठी पक्षांना आवाहन करतो.
- यूएन आर्थिक व सामाजिक परिषदेच्या (ECOSOC) निर्णयासोबत संरेखित करण्यासाठी आणि ताबडतोब तंबाखू उद्योगाशी त्याचा सहयोग समाप्त करण्यासाठी आंतरराष्ट्रीय श्रम संघटनेकडे (ILO) निवेदन करतो.
- तंबाखूच्या उत्पादनांची विक्री बाद करण्यासाठी 2021 सालापर्यंत एक योजना विकसित करण्यासाठी सरकारला आवाहन करतो.
तंबाखूच्या वापरामुळे दरवर्षी 7 दशलक्षांपेक्षा जास्त लोक मृत्युमुखी पडतात आणि बहुतेक मृत्यू कमी आणि मध्यम उत्पन्न असलेल्या देशांमध्ये होतात. धूम्रपानाशी संबंधित जागतिक आर्थिक उलाढाल $2 लाख कोटीपर्यंत पोहचलेली आहे, जी 2016 साली जागतिक GDP च्या 2% होती.
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