करेंट अफेयर्स २२ फरवरी २०१८ हिंदी/ इंग्लिश/मराठी
India ranks 81st in global corruption perception index
India has been ranked 81st in the global corruption perception index for 2017, released by Transparency International, which named the country among the "worst offenders" in terms of graft and press freedom in the Asia Pacific region. Among the 180 countries, India was ranked at 81 st place. Last year, India was ranked 79th among 180 countries.
How countries were ranked?
The index uses a scale of 0 to 100, where 0 is highly corrupt and 100 is very clean. India’s score in the latest ranking, however, remained unchanged at 40. In 2015, the score was 38.
Major highlights of the report:
या यादीत एकूण 180 देश आणि प्रदेशांना त्यांच्या सार्वजनिक क्षेत्रात भ्रष्टाचाराच्या पातळीनुसार क्रमीत करण्यात आले आहे. हा निर्देशांक 0-100 यामध्ये देशांना मापतो, यामध्ये 0 म्हणजे सर्वाधिक भ्रष्ट आणि 100 म्हणजे सर्वाधिक स्वच्छ भ्रष्टाचार मुक्त.
ठळक बाबी
या बाबतीत फिलिपिन्स, भारत आणि मालदीव हे सर्वाधिक खराब क्षेत्रिय अपराध्यांच्या श्रेणीत आहेत. भ्रष्टाचाराच्या बाबतीत हे तिन्ही देश सर्वात समोर आहेत. या देशांमध्ये वृत्तसंस्थेकडे मर्यादित स्वतंत्रता आहे आणि पत्रकारांच्या हत्येची प्रकरणेही येथे सर्वाधिक आहेत.
अहवालात भारत
अहवालात भारताला आशिया-प्रशांत महासागर क्षेत्रात भ्रष्टाचार आणि वृत्तसंस्था स्वतंत्रतेच्या बाबतीत "सर्वाधिक खराब अपराधी" असलेल्या देशाच्या श्रेणीत ठेवले आहे.
सन 2016 मध्ये भारत एकूण 176 देशांमध्ये 79 व्या क्रमांकावर होता. सन 2015 मध्ये भारत या यादीत 38 व्या क्रमांकावर होता.
हिंदी
वैश्विक भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक में भारत 81वें स्थान पर:
भारत को विश्व भर में भ्रष्टाचार के मामले में 81वें रैंक पर रखा गया है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा जारी किए गए 'वैश्विक भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक' (ग्लोबल करप्शन परसेप्शन इंडेक्स) में भारत को 81 वें पर रखा गया है।
एशिया प्रशांत क्षेत्र में भ्रष्टाचार और प्रेस स्वतंत्रता के मामले में सबसे खराब स्थिति वाले मामले में देश का नाम रखा गया। इस सूचकांक में सार्वजनिक क्षेत्र के भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर 180 देशों को रखा गया था जिसमें भारत को 81 वें स्थान पर आता है।
रिपोर्ट से जुड़े प्रमुख तथ्य:
ट्रान्सपैरेंसी इंटरनेशनल:
ट्रान्सपैरेंसी इंटरनेशनल (Transparency International) एक अन्तरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संस्था है जो भ्रष्टाचार के निवारण आदि पर अपना ध्यान केन्द्रित करती है। यह संस्था हर वर्ष एक रिपोर्ट निकालती है जिसमें विश्व के विभिन्न देशों में भ्रष्टाचार की स्थित का मूल्यांकन होता है। ट्रान्सपैरेंसी इंटरनेशनल का अन्तरराष्ट्रीय मुख्यालय जर्मनी की राजधानी बर्लिन में है।
भारत को विश्व भर में भ्रष्टाचार के मामले में 81वें रैंक पर रखा गया है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा जारी किए गए 'वैश्विक भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक' (ग्लोबल करप्शन परसेप्शन इंडेक्स) में भारत को 81 वें पर रखा गया है।
एशिया प्रशांत क्षेत्र में भ्रष्टाचार और प्रेस स्वतंत्रता के मामले में सबसे खराब स्थिति वाले मामले में देश का नाम रखा गया। इस सूचकांक में सार्वजनिक क्षेत्र के भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर 180 देशों को रखा गया था जिसमें भारत को 81 वें स्थान पर आता है।
रिपोर्ट से जुड़े प्रमुख तथ्य:
- साल 2016 में भारत 176 देशों की सूची में 79 वें स्थान पर था।
- सूचकांक 0 से 100 के पैमाने का उपयोग करता है, जहां 0 अत्यधिक भ्रष्ट को दिखाता है वहीं नंबर 100 बहुत भ्रष्टाचारमुक्त को दर्शाता है।
- सूचकांक में भारत ने पूर्व की भांति ही 40 स्कोर प्राप्त किया। 2015 में भारत का स्कोर 38 था।
- रिपोर्ट के अनुसार, एशिया प्रशांत के कुछ देशों में, पत्रकारों, कार्यकर्ताओं, विपक्षी नेताओं और यहां तक कि कानून प्रवर्तन या निगरानी एजेंसियों के कर्मचारियों को जान मारने तक की धमकी दी जाती है और यहां तक कि कुछ सबसे खराब मामलों में भी उनकी हत्या भी कर दी जाती है।
- फिलीपींस, भारत और मालदीव इस मामले में सबसे खराब स्थिति पर हैं। इन देशों में भ्रष्टाचार चरम पर है, साथ ही यहां प्रेस स्वतंत्रता की कमी और वरिष्ठ पत्रकारों की मौतें आम बात हैं।
- पत्रकार सुरक्षा समिति की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले छह वर्षों में, इन देशों की भ्रष्टाचार की स्टोरी पर काम कर रहे 15 पत्रकारों की हत्या कर दी गई है।
- नवीनतम रैंकिंग में न्यूजीलैंड और डेनमार्क क्रमशः 89 और 88 के स्कोर के साथ सर्वोच्च स्थान पर रहे।
- दूसरी ओर सीरिया, दक्षिण सूडान और सोमालिया क्रमशः 14, 12 और 9 के स्कोर के साथ सबसे कम स्थान पर रहे।
- इस बीच, 41 अंकों के साथ चीन को 77 वें स्थान पर रखा गया था, जबकि ब्राजील को 37 के स्कोर के साथ 96 वें स्थान पर रखा गया था वहीं रूस 29 अंकों के साथ 135 वें स्थान पर था।
ट्रान्सपैरेंसी इंटरनेशनल:
ट्रान्सपैरेंसी इंटरनेशनल (Transparency International) एक अन्तरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संस्था है जो भ्रष्टाचार के निवारण आदि पर अपना ध्यान केन्द्रित करती है। यह संस्था हर वर्ष एक रिपोर्ट निकालती है जिसमें विश्व के विभिन्न देशों में भ्रष्टाचार की स्थित का मूल्यांकन होता है। ट्रान्सपैरेंसी इंटरनेशनल का अन्तरराष्ट्रीय मुख्यालय जर्मनी की राजधानी बर्लिन में है।
इंग्लिश
India ranks 81st in global corruption perception index
India has been ranked 81st in the global corruption perception index for 2017, released by Transparency International, which named the country among the "worst offenders" in terms of graft and press freedom in the Asia Pacific region. Among the 180 countries, India was ranked at 81 st place. Last year, India was ranked 79th among 180 countries.
How countries were ranked?
The index uses a scale of 0 to 100, where 0 is highly corrupt and 100 is very clean. India’s score in the latest ranking, however, remained unchanged at 40. In 2015, the score was 38.
Major highlights of the report:
- China with a score of 41 was ranked 77th on the list, while Brazil was placed at 96th with a score of 37 and Russia was at the 135th place with a score of 29.
- Further analysis of the results indicates that countries with the least protection for press and non-governmental organizations (NGOs) also tend to have the worst rates of corruption.
- Philippines, India and the Maldives are among the worst regional offenders in Asia Pacific. These countries score high for corruption and have fewer press freedoms and higher numbers of journalist deaths
मराठी
जागतिक भ्रष्टाचार आकलन निर्देशांकात भारत 81 वा देश
ट्रान्सपरंसी इंटरनॅशनल संस्थेनी ‘सन 2017 चा जागतिक भ्रष्टाचार आकलन निर्देशांक’ प्रसिद्ध केला आहे. या यादीत भारताचा 81 वा क्रमांक लागतो.या यादीत एकूण 180 देश आणि प्रदेशांना त्यांच्या सार्वजनिक क्षेत्रात भ्रष्टाचाराच्या पातळीनुसार क्रमीत करण्यात आले आहे. हा निर्देशांक 0-100 यामध्ये देशांना मापतो, यामध्ये 0 म्हणजे सर्वाधिक भ्रष्ट आणि 100 म्हणजे सर्वाधिक स्वच्छ भ्रष्टाचार मुक्त.
ठळक बाबी
- यादीत न्यूझीलँड आणि डेन्मार्क अनुक्रमे 89 आणि 88 या गुणांसह शीर्ष स्थानी आहेत.
- सीरिया, दक्षिण सूदान आणि सोमालिया अनुक्रमे 14, 12 आणि 9 या गुणांसह यादीत तळाशी आहेत.
- यादीत चीन 41 गुणांसह 77 व्या क्रमांकावर आहे. तसेच ब्राझील 96 व्या आणि रशिया 29 गुणांसह 135 व्या क्रमांकावर आहे.
- मागील सहा वर्षांमध्ये, प्रत्येक 10 मधील 9 पत्रकारांना त्या देशांमध्ये मारण्यात आले आहे, ज्यांचे यादीत 45 वा त्याहून कमी गुण असलेले आहेत.
या बाबतीत फिलिपिन्स, भारत आणि मालदीव हे सर्वाधिक खराब क्षेत्रिय अपराध्यांच्या श्रेणीत आहेत. भ्रष्टाचाराच्या बाबतीत हे तिन्ही देश सर्वात समोर आहेत. या देशांमध्ये वृत्तसंस्थेकडे मर्यादित स्वतंत्रता आहे आणि पत्रकारांच्या हत्येची प्रकरणेही येथे सर्वाधिक आहेत.
अहवालात भारत
अहवालात भारताला आशिया-प्रशांत महासागर क्षेत्रात भ्रष्टाचार आणि वृत्तसंस्था स्वतंत्रतेच्या बाबतीत "सर्वाधिक खराब अपराधी" असलेल्या देशाच्या श्रेणीत ठेवले आहे.
सन 2016 मध्ये भारत एकूण 176 देशांमध्ये 79 व्या क्रमांकावर होता. सन 2015 मध्ये भारत या यादीत 38 व्या क्रमांकावर होता.
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