करेंट अफेयर्स २६ जनवरी २०१८ हिंदी/ इंग्लिश/मराठी
Nation observes 69th Republic Day: 26th January
Every year 26 January is observed as the Republic Day across the nation. On this memorable day, India’s rich cultural heritage and prowess of the armed forces is showcased to the world amidst much fanfare.
69th Republic Day:
Significance:
On January 26, 1950, the Constitution of India which is the longest constitution in the world was enacted and put into force for the largest democracy. As per the Constitution of India, “It declares India a sovereign, socialist, secular, democratic republic, assuring its citizens of justice, equality, and liberty, and endeavors to promote fraternity among them.”
Facts about the day:
26 जानेवारी 2018 रोजी भारताचा 69 वा प्रजासत्तक दिन साजरा होत आहे. यानिमित्त दिल्लीत लाल किल्ल्यावर रंगारंग कार्यक्रम आणि भारतीय बळाचे प्रदर्शन केल्या जाणार आहे.
कार्यक्रमादरम्यान भारतीय फौजफाट्यामधील (नौदल, पायदळ, वायुदल) वेगवेगळे विभाग, शस्त्रास्त्रे आणि अद्ययावत प्रणाली यांचे प्रदर्शन तसेच भारतातील विविधांगी संस्कृतींची झलक प्रस्तुत केली जाते. त्यामध्ये सर्व राज्यांच्या चित्ररथांचा सहभाग असतो.
यावर्षीची खास बाब
यावर्षी प्रथमच प्रजासत्ताक दिनाच्या कार्यक्रमामध्ये 10 आशियाई देशांचे प्रमुख सहभाग घेणार आहेत. पंतप्रधान नरेंद्र मोदींच्या आमंत्रणाचा स्वीकार करून दिनाच्या सोहळ्यासाठी थायलंड, व्हिएतनाम, इंडोनेशिया,मलेशिया, फिलिपीन्स, सिंगापूर, म्यानमार, कंबोडिया, लाओस आणि ब्रुनेई या देशांचे राष्ट्राध्यक्ष भारतात आले आहेत.
इतिहास
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर यांनी लिहिलेली भारताची राज्यघटना 26 जानेवारी 1950 रोजी अंमलात आली. या दिनाला स्मृतीत ठेवण्याकरिता दरवर्षी ‘प्रजासत्ताक दिन’ साजरा करतात.
26 जानेवारी 1930 रोजी लाहोर येथे पार पडलेल्या अधिवेशनात पंडित जवाहरलाल नेहरू यांनी तिरंगा फडकवून संपूर्ण स्वराज्याची घोषणा केली होती.
26 जानेवारी 1950 रोजी डॉ. राजेंद्रप्रसाद यांनी गव्हर्नमेंट हाउसच्या दरबार हाउसमध्ये स्वतंत्र भारताचे पहिले राष्ट्रपती म्हणून शपथ घेतली.
हिंदी
देशभर में 69वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लाष के साथ मनाया गया:
26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान प्रभावी हुआ था। इस ऐतिहासिक दिन को याद रखने के लिए ही 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत देश इस बार 69वां गणतंत्र दिवस मना रहा है।
15 अगस्त 1947 को देश को लाखों लोगों के बलिदान के बाद स्वाधीनता प्राप्त हुई थी। इस दिन ब्रिटेन की महारानी और दमनकारी ब्रिटिश उपनिवेशवाद के शासन से मुक्ति जरूर मिली, लेकिन 200 वर्षों की गुलामी से मिली यह मुक्ति पर्याप्त नहीं थी।
भारतीयों को प्रतिष्ठित जीवन जीने के लिए उन अधिकारों, कर्तव्यों और जिम्मेदारियां की जरूरत थी, जिन्हें 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन की मेहनत लगाकर तैयार किए गए दुनिया के सबसे बड़े लिखित संविधान ने सुनिश्चित किया।
आइये जाने गणतंत्र दिवस से जुड़े प्रमुख तथ्य:
डॉ. भीमराव अंबेडकर ने 1948 में संविधान का पहला ड्राफ्ट पूरा किया था, जिसे 26 नवंबर, 1949 को मामूली बदलवों के साथ संविधान सभा ने अपनाया था। डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर भारतीय संविधान के ड्रॉफ्टिंग कमेटी (प्रारूप समिति) के अध्यक्ष थे।
संविधान सभा के 284 सदस्यों ने 24 जनवरी, 1950 को इस पर हस्ताक्षर किए थे। संविधान की हाथ से लिखी दो प्रतियां हिंदी में और अंग्रेजी में संसद की लाइब्रेरी में संभाल कर रखी हुई हैं। डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1950 भारत के पहले राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी।
गणतंत्र दिवस की पहली परेड 1955 को राजधानी दिल्ली के राजपथ पर हुई थी। गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण करते ही राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी जाती है। नौसेना और थलसेना देश की आजादी के शहीदों हुए लोगों के सम्मान में बंदूकों और तोपों से सलामी देती हैं।
इस दिन वीर चक्र, महावीर चक्र, परमवीर चक्र, कीर्ति चक्र और अशोक चक्र जैसे पुरस्कार दिए जाते हैं। हर साल गणतंत्र दिवस समारोह के आखिरी में एक ईसाई भजन ‘मेरे साथ रहें’ गाया जाता है। यह महात्मा गांधी के पसंदीदा भजनों में से एक था।
गणतंत्र दिवस का उत्सव तीन दिन तक चलता है। इसमें, कई कार्यक्रमों व ड्रिल का आयोजन किया जाता है। 'बीटिंग द रिट्रीट' सेरिमनी के साथ गणतंत्र दिवस के आयोजन की समाप्ति होती है।
69 वें गणतंत्र दिवस की विशेषता:
69 वें गणतंत्र दिवस पर राजपथ की परेड बहुत मायनों में खास होगी। देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि आसियान देशों के 10 राष्ट्रध्यक्ष एक साथ राजपथ पर भारतीय संस्कृति की समृद्ध परम्परा और विकास की झलक देखेंगे।
पहली बार आसियान देशों के कलाकार एक साथ मिलकर महाकाव्य 'रामायण' का मंचन करेंगे। इतना ही नहीं, राजपथ पर साबरमती आश्रम के सौ वर्ष की कहानी बयां करती झांकी भी देश-दुनिया के दर्शकों को आकर्षित करेगी।
आसियान देशों की झांकी में सीता स्वयंवर, राम वनवास, अशोक वाटिका, समुद्र पर सेतु का निर्माण, राम-रावण युद्ध, श्रीराम के बाणों की टंकार और हनुमान द्वारा आकाश मार्ग से संजीवनी बूटी लाने के प्रसंग जहां चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित होंगे। वहीं इन राम, लक्ष्मण, सीता, रावण, हनुमान, जटायु इत्यादि विभिन्न पात्र लीला भी मंचित करते नजर आएंगे।
26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान प्रभावी हुआ था। इस ऐतिहासिक दिन को याद रखने के लिए ही 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत देश इस बार 69वां गणतंत्र दिवस मना रहा है।
15 अगस्त 1947 को देश को लाखों लोगों के बलिदान के बाद स्वाधीनता प्राप्त हुई थी। इस दिन ब्रिटेन की महारानी और दमनकारी ब्रिटिश उपनिवेशवाद के शासन से मुक्ति जरूर मिली, लेकिन 200 वर्षों की गुलामी से मिली यह मुक्ति पर्याप्त नहीं थी।
भारतीयों को प्रतिष्ठित जीवन जीने के लिए उन अधिकारों, कर्तव्यों और जिम्मेदारियां की जरूरत थी, जिन्हें 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन की मेहनत लगाकर तैयार किए गए दुनिया के सबसे बड़े लिखित संविधान ने सुनिश्चित किया।
आइये जाने गणतंत्र दिवस से जुड़े प्रमुख तथ्य:
डॉ. भीमराव अंबेडकर ने 1948 में संविधान का पहला ड्राफ्ट पूरा किया था, जिसे 26 नवंबर, 1949 को मामूली बदलवों के साथ संविधान सभा ने अपनाया था। डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर भारतीय संविधान के ड्रॉफ्टिंग कमेटी (प्रारूप समिति) के अध्यक्ष थे।
संविधान सभा के 284 सदस्यों ने 24 जनवरी, 1950 को इस पर हस्ताक्षर किए थे। संविधान की हाथ से लिखी दो प्रतियां हिंदी में और अंग्रेजी में संसद की लाइब्रेरी में संभाल कर रखी हुई हैं। डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1950 भारत के पहले राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी।
गणतंत्र दिवस की पहली परेड 1955 को राजधानी दिल्ली के राजपथ पर हुई थी। गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण करते ही राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी जाती है। नौसेना और थलसेना देश की आजादी के शहीदों हुए लोगों के सम्मान में बंदूकों और तोपों से सलामी देती हैं।
इस दिन वीर चक्र, महावीर चक्र, परमवीर चक्र, कीर्ति चक्र और अशोक चक्र जैसे पुरस्कार दिए जाते हैं। हर साल गणतंत्र दिवस समारोह के आखिरी में एक ईसाई भजन ‘मेरे साथ रहें’ गाया जाता है। यह महात्मा गांधी के पसंदीदा भजनों में से एक था।
गणतंत्र दिवस का उत्सव तीन दिन तक चलता है। इसमें, कई कार्यक्रमों व ड्रिल का आयोजन किया जाता है। 'बीटिंग द रिट्रीट' सेरिमनी के साथ गणतंत्र दिवस के आयोजन की समाप्ति होती है।
69 वें गणतंत्र दिवस की विशेषता:
69 वें गणतंत्र दिवस पर राजपथ की परेड बहुत मायनों में खास होगी। देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि आसियान देशों के 10 राष्ट्रध्यक्ष एक साथ राजपथ पर भारतीय संस्कृति की समृद्ध परम्परा और विकास की झलक देखेंगे।
पहली बार आसियान देशों के कलाकार एक साथ मिलकर महाकाव्य 'रामायण' का मंचन करेंगे। इतना ही नहीं, राजपथ पर साबरमती आश्रम के सौ वर्ष की कहानी बयां करती झांकी भी देश-दुनिया के दर्शकों को आकर्षित करेगी।
आसियान देशों की झांकी में सीता स्वयंवर, राम वनवास, अशोक वाटिका, समुद्र पर सेतु का निर्माण, राम-रावण युद्ध, श्रीराम के बाणों की टंकार और हनुमान द्वारा आकाश मार्ग से संजीवनी बूटी लाने के प्रसंग जहां चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित होंगे। वहीं इन राम, लक्ष्मण, सीता, रावण, हनुमान, जटायु इत्यादि विभिन्न पात्र लीला भी मंचित करते नजर आएंगे।
इंग्लिश
Nation observes 69th Republic Day: 26th January
Every year 26 January is observed as the Republic Day across the nation. On this memorable day, India’s rich cultural heritage and prowess of the armed forces is showcased to the world amidst much fanfare.
69th Republic Day:
- This year marks the 69th republic day of the country. Every the country has a special chief guest for the celebration but this year, the historical day will be celebrated with the 10 heads from Thailand, Vietnam, Indonesia, Malaysia, the Philippines, Singapore, Myanmar, Cambodia, Laos, and Brunei - as chief guests.
- And for the first time, a newly-formed all-woman bikers contingent of the Border Security Force (BSF) will make its debut on Rajpath on Republic Day.
- The 27-member BSF women 'daredevils' squad, named 'Seema Bhavani', will showcase their stunts and acrobatics on their 350cc Royal Enfield Bullet motorcycles.
Significance:
On January 26, 1950, the Constitution of India which is the longest constitution in the world was enacted and put into force for the largest democracy. As per the Constitution of India, “It declares India a sovereign, socialist, secular, democratic republic, assuring its citizens of justice, equality, and liberty, and endeavors to promote fraternity among them.”
Facts about the day:
- India got independence in 1947, since then it took 11 months for the Indian constitution to get drafted, so the first republic day was celebrated three years after the independence.
- India holds the record of having the world’s longest Constitution with 448 Articles in total.
- In the initial four years the parades was held at Irwin Stadium (now National Stadium), Kingsway, Red Fort and Ramleela Maidan respectively, after that from 1955 rajpath became the permanent venue for the parade.
- A special camp near the premises of the India Gate is organized for all the Tanks, Armored vehicles and modern equipment showing military power of India.
- The most fascinating part of the event is “flypast”. Responsibility for “flypast” lies on the Western Airforce Command, which involves participation of 41 Aircrafts.
- During the Parade, a Christian song “Abide With Me” is played and it is considered as one of Mahatma Gandhi’s favourite songs.
- In 1965 on the occasion of the 15thRepublic day, Hindi was declared the national language of India.
- On this day, a majority of National awards like Bharat Ratna, Kirti Chakra, Padma Awards are announced.
- On the Republic Day, the Indian Air Force came into existence. Before this, the Indian Air Force was a controlled body but after Republic Day, Indian Air Force became an independent body.
- On the 1st Republic Day in the year 1950 at 10:30 AM, a 31-gun salute took place to congratulate our first President.
मराठी
भारताचा 69 वा प्रजासत्ताक दिवस
भारतीय प्रजासत्ताक दिन हा भारत प्रजासत्ताकात दरवर्षी 26 जानेवारी रोजी पाळला जातो.26 जानेवारी 2018 रोजी भारताचा 69 वा प्रजासत्तक दिन साजरा होत आहे. यानिमित्त दिल्लीत लाल किल्ल्यावर रंगारंग कार्यक्रम आणि भारतीय बळाचे प्रदर्शन केल्या जाणार आहे.
कार्यक्रमादरम्यान भारतीय फौजफाट्यामधील (नौदल, पायदळ, वायुदल) वेगवेगळे विभाग, शस्त्रास्त्रे आणि अद्ययावत प्रणाली यांचे प्रदर्शन तसेच भारतातील विविधांगी संस्कृतींची झलक प्रस्तुत केली जाते. त्यामध्ये सर्व राज्यांच्या चित्ररथांचा सहभाग असतो.
यावर्षीची खास बाब
यावर्षी प्रथमच प्रजासत्ताक दिनाच्या कार्यक्रमामध्ये 10 आशियाई देशांचे प्रमुख सहभाग घेणार आहेत. पंतप्रधान नरेंद्र मोदींच्या आमंत्रणाचा स्वीकार करून दिनाच्या सोहळ्यासाठी थायलंड, व्हिएतनाम, इंडोनेशिया,मलेशिया, फिलिपीन्स, सिंगापूर, म्यानमार, कंबोडिया, लाओस आणि ब्रुनेई या देशांचे राष्ट्राध्यक्ष भारतात आले आहेत.
इतिहास
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर यांनी लिहिलेली भारताची राज्यघटना 26 जानेवारी 1950 रोजी अंमलात आली. या दिनाला स्मृतीत ठेवण्याकरिता दरवर्षी ‘प्रजासत्ताक दिन’ साजरा करतात.
26 जानेवारी 1930 रोजी लाहोर येथे पार पडलेल्या अधिवेशनात पंडित जवाहरलाल नेहरू यांनी तिरंगा फडकवून संपूर्ण स्वराज्याची घोषणा केली होती.
26 जानेवारी 1950 रोजी डॉ. राजेंद्रप्रसाद यांनी गव्हर्नमेंट हाउसच्या दरबार हाउसमध्ये स्वतंत्र भारताचे पहिले राष्ट्रपती म्हणून शपथ घेतली.
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