Currentaffairs 17 December 2017 - Hindi / English / Marathi
Hindi
प्रिंट मीडिया का एक महत्वपूर्ण संकेतक ‘आरएनआई रिपोर्ट’ जारी:
प्रधान महानिदेशक गणेशन ने 15 दिसंबर 2017 को केंद्रीय कपड़ा तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति जुबिन इरानी को भारत के समाचार पत्र पंजीयक (आरएनआई) का वार्षिक प्रकाशन ‘प्रेस इन इंडिया 2016-17’ प्रस्तुत किया है।
यह प्रकाशन पिछले वर्ष एक वर्ष के दौरान भारतीय समाचार पत्र उद्योग की प्रगति की रूपरेखा प्रस्तुत करने से संबंधित एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। यह रिपोर्ट विशेष रूप से, क्षेत्रीय भाषा के प्रकाशनों के बीच उद्योग के विकास की रूपरेखा का एक व्यापक विश्लेषण प्रस्तुत करती है।
आज के डिजिटल युग में इस रिपोर्ट का बुनियादी महत्व है और यह छात्र समुदाय के लिए भी काफी लाभदायक है। इस रिपोर्ट को डिजिटल रूप से जारी करने की जरूरत पर जोर दिया।
उन्होंने सुझाव दिया कि रिपोर्ट में प्रस्तुत डाटा का वर्गीकरण विभिन्न प्रकारों से किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय भाषाओं के प्रकाशनों पर डाटा का विश्लेषण इसके विकास और प्रसार के लिए किया जाना चाहिए।
इस वर्ष की रिपोर्ट की मुख्य बातों में शामिल हैं:
2016-17 के दौरान 4007 नए प्रकाशनों का पंजीकरण किया गया, पंजीकृत प्रकाशनों ने 3.58 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज कराई, उत्तर प्रदेश पंजीकृत प्रकाशनों की सबसे बड़ी संख्या की सूची में शीर्ष स्थान पर है, जिसके बाद महाराष्ट्र का स्थान है।
भारतीय भाषाओं में हिंदी में पंजीकृत प्रकाशनों की सबसे अधिक संख्या है जिसके बाद अंग्रेजी का स्थान आता है।
पृष्ठभूमि:
आरएनआई प्रत्येक वर्ष 31 दिसंबर या उससे पहले सरकार को एक वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए पीआरबी अधिनियम, 1867 के खंड 19 (जी) के तहत अधिदेशित है।
यह रिपोर्ट आरएनआई के पास उपलब्ध आंकड़ों तथा वित्त वर्ष 2016-17 के लिए देशभर के प्रकाशनों द्वारा ऑनलाइन तरीके से प्रस्तुत वार्षिक विवरणों का एक संकलन है।
2016-17 में भारतीय प्रेस की मुख्य बातें (31 मार्च, 2017 तक):
पंजीकृत प्रकाशनों की कुल संख्या: 1,14,820
2016-17 के दौरान पंजीकृत नए पत्र-पत्रिकाओं की संख्या: 4007
2016-17 के दौरान बंद हुई पत्र-पत्रिकाओं की संख्या: 38
पिछले वर्ष के दौरान कुल पंजीकृत प्रकाशनों की वृद्धि का प्रतिशत: 3.58%
सबसे अधिक पंजीकृत पत्र-पत्रिकाओं (उत्तर प्रदेश) के साथ राज्य: 17,736
राज्य के साथ पंजीकृत पत्र-पत्रिकाओं की दूसरी सबसे बड़ी संख्या (महाराष्ट्र): 15,673
किसी भी भारतीय भाषा (हिंदी) में वार्षिक विवरण प्रस्तुत करने वाले प्रकाशनों की सबसे बड़ी संख्या: 15,596
किसी भी भाषा (अंग्रेजी) में वार्षिक विवरण प्रस्तुत करने वाले प्रकाशनों की दूसरी सबसे बड़ी संख्या: 2,317
सबसे बड़ा प्रसारित दैनिक समाचार पत्र: "आनंद बाज़ार पत्रिका", बंग्ला, कोलकाता: 11,16,428
दूसरा सबसे बड़ा प्रसारित दैनिक समाचार पत्र: "द टाइम्स ऑफ इंडिया" अंग्रेजी, दिल्ली: 9,56,054
सबसे बड़ा प्रसारित हिंदी दैनिक: "पंजाब केसरी", जालंधर: 7,14,888
English
RNI Report’ an Important Index of Print Media released
“Press in India 2016-17” an Annual Publication of the Registrar of Newspapers for India (RNI) was presented by Principal Director General Shri Ganeshan to Minister for Textiles and Information & Broadcasting Smt Smriti Zubin Irani on 15 December 2017.
The report gave a comprehensive analysis of the contours of the growth for the industry specially the growth amongst regional language publications. In this digital era the report has a seminal importance and assumes importance for the student community as well. It is important to release this report digitally. The data in the report should be categorized genre wise. The data on publications in Regional language should be analysed, for its growth and dispersal.
RNI report:
- RNI is mandated under Section 19 (G) of the PRB Act, 1867 to submit an Annual Report to the Government every year on or before 31st December.
- The Report is a compilation of the data available with RNI and the details submitted in the Annual Statements filed online by the publications across the country for the Financial year 2016-17. Press in India presents an indicative picture of facts and trends in the Indian Print Media. The report is of keen interest to print media, media analysts and research scholars.
Highlights of the report:
The highlights of this year’s report includes, 4007 New Publications registered during 2016-17, Registered publications witnessed a growth rate of 3.58%, UttarPradesh(UP) topped the list of largest number of registered publications followed by Maharashtra, the largest number of publications registered in any Indian language is Hindi followed by English.
Marathi
RNI चा ‘प्रेस इन इंडिया 2016-17’ अहवाल प्रसिद्ध
केंद्रीय वस्त्रोद्योग आणि माहिती व प्रसार मंत्रालयाकडे भारताकडे वृत्तपत्रांचे निबंधक (RNI) चा ‘प्रेस इन इंडिया 2016-17’ हा वार्षिक अहवाल प्रस्तुत करण्यात आला.
हा अहवाल मागील एका वर्षात क्षेत्रीय भाषेतील प्रकाशनांसह भारतीय वृत्तपत्र उद्योगाच्या प्रगतीची रूपरेखा प्रस्तुत करण्यासंबंधित एक महत्त्वपूर्ण दस्तऐवज आहे.
ठळक बाबी
- नोंदणीकृत प्रकाशनांची एकूण संख्या - 1,14,820
- वृत्तपत्र श्रेणी (दैनिक, त्रि/द्विसाप्ताहिक) – 16,993
- नियतकालिक श्रेणी (इतर) – 97,827
- नोंदणीकृत प्रकाशनांची सर्वाधिक संख्या असलेले राज्य - उत्तर प्रदेश (17,736) आणि त्यानंतर महाराष्ट्र (15,673)
- सर्वाधिक खप असलेले दैनिक वृत्तपत्र - "आनंदा बाजार पत्रिका" (बंगाली, कोलकाता) आणि त्यानंतर "टाइम्स ऑफ इंडिया" (इंग्रजी, दिल्ली)
- सर्वाधिक खप असलेले हिंदी भाषेतले दैनिक वृत्तपत्र - "पंजाब केसरी" (जालंधर)
- सर्वाधिक खप असलेले अनेक आवृत्तीतले दैनिक वृत्तपत्र - "दैनिक भास्कर" (हिंदी, 46 आवृत्ती)
अहवालानुसार, वर्ष 2016-17 दरम्यान 4007 नवीन प्रकाशनांची नोंदणी केली गेली, नोंदणीकृत प्रकाशनांनी 3.58% चा वृद्धीदर नोंदवलेला आहे.
राज्यांमध्ये उत्तर प्रदेशात नोंदणीकृत प्रकाशने सर्वाधिक संख्येतील यादीत शीर्ष स्थानावर आहेत, त्यानंतर महाराष्ट्राचा क्रमांक लागतो. भारतीय भाषांमध्ये हिंदीमध्ये नोंदणीकृत प्रकाशनांची सर्वाधिक संख्या आहे, ज्यानंतर इंग्रजीचा क्रमांक लागतो.
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